उद्धव ठाकरे के लिए कैसा रहने वाला है साल 2020

2020 में उद्धव ठाकरे का भविष्य 

नया साल आते ही सबके मन में सवाल उठने लगता है कि ये नया साल उनके लिए क्या लेकर आने वाला है? नए साल को लेकर सबके मन में कई उम्मीदें होती हैं। ऐसे में आज अपने इस खास आर्टिकल में हम एक ऐसी खास शख्सियत के बारे में बात करेंगे जो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे हैं जिनके भविष्य के बारे में हम में से कई लोग जानना चाहते हैं इसके अलावा उनकी कुंडली पर आधारित इस लेख में हम यह जानने का प्रयास करेंगे कि आखिर उद्धव ठाकरे के लिए ये नया साल क्या लेकर आया है? क्या इस वर्ष उन्हें संघर्ष का सामना करना पड़ सकता है? हम आशा करते हैं कि हमारा यह भविष्यफल उद्धव ठाकरे के लिए हर लिहाज़ से अच्छी खबर लेकर आये और उनके भविष्य के बारे में जान कर आपको भी संतुष्टि मिले। 

उद्धव ठाकरे

जानें साल 2020 के लिए क्या कहते हैं उद्धव ठाकरे के सितारे

उद्धव ठाकरे 

(27-07-1960; 10:14; मुंबई) 

साल 2020 में महाराष्ट्र के चर्चित और नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के जीवन में बृहस्पति की महादशा और केतु की अंतर्दशा के प्रभाव इस साल के आखिर यानि कि नवंबर के महीने तक रहने वाले हैं और उसके बाद उनके जीवन में शुक्र की अंतर्दशा शुरू हो जाएगी। बृहस्पति देव उद्धव ठाकरे की राशि में चौथे और सप्तम भाव के स्वामी होकर चतुर्थ भाव में विराजमान हैं। इनके चतुर्थ भाव में बृहस्पति के साथ साथ शनि भी उपस्थित हैं। इस भाव पर बुध और मंगल की दृष्टि भी है। इनकी कुंडली में केतु कुंभ राशि में स्थित है और कुंभ राशि का स्वामी चतुर्थ भाव में है। उद्धव की कुंडली में नक्षत्र परिवर्तन योग भी है और इनके नवम और द्वितीय भाव का स्वामी शुक्र एकादश भाव में सूर्य देव के साथ विराजमान है। इस हिसाब से कहना गलत नहीं होगा कि नवंबर महीने तक का समय उद्धव ठाकरे के लिए थोड़ी परेशानी भरा रहने वाला है। ऐसा भी मुमकिन है कि इस दौरान उद्धव ठाकरे को अपने विरोधियों का सामना करना पड़े। उद्धव ठाकरे की कुंडली के अनुसार इस समय उनके कुछ अपने उन्हें धोखा देकर उनके विरुद्ध भी जा सकते हैं जिससे इन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। यह समय उद्धव ठाकरे के लिए इसलिए भी चुनौतीपूर्ण रहने वाला है क्योंकि इस दौरान बात इनकी सरकार तक पर आ सकती है जिसके चलते इन्हें अपनी सरकार बचाने के लिए हर मुमकिन कोशिश भी करनी पड़ेगी। हालांकि शुक्र की दशा आने के बाद स्थिति काफी हद तक इनके पक्ष में आ जाएगी।

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