हर व्यक्ति की चाह होती है कि उसे जीवन में हर सुख मिले फिर चाहे करियर में सफलता हो या लाइफ में मिलने वाली खुशियां हों। इंसान अपने इस सपने को साकार करने के लिए कड़ी मेहनत भी करता है, लेकिन फिर भी कई बार वह अपना मनचाहा मुकाम पाने में पीछे रह जाता है। बता दें कि जीवन में तरक्की और सफलता पाने के लिए कुंडली में ग्रहों का शुभ होना भी बेहद जरूरी होता है क्योंकि ग्रहों की कृपा ही मनुष्य को रंक से राजा बनाने का सामर्थ्य रखती है। एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको उन ग्रहों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें लाइफ में खुशियां और करियर में सफलता पाने के लिए प्रसन्न रखना आवश्यक होता है। तो चलिए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं उन ग्रहों के बारे में।
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जीवन में तरक्की और सफलता पाने के लिए इन ग्रहों को कुंडली में करें मज़बूत
बृहस्पति ग्रह देते हैं नौकरी में प्रगति
बृहस्पति महाराज को देवताओं के ‘गुरु’ के नाम से जाना कहा जाता है। राशिचक्र में जहां यह धनु और मीन राशि के स्वामी हैं, तो वहीं गुरु ग्रह को पुनर्वसु, विशाखा, और पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र पर स्वामित्व प्राप्त है। बृहस्पति देव को ज्ञान, संतान, शिक्षा, धार्मिक कार्य, धन, और वृद्धि आदि के कारक माना गया है। जैसे कि हम आपको बता चुके हैं कि गुरु ग्रह वृद्धि और प्रगति के कारक ग्रह हैं।
बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा
ऐसे में. जो जातक अपनी नौकरी में तरक्की प्राप्त करना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको अपनी कुंडली में बृहस्पति ग्रह को बलवान करना होगा। इन्हें भाग्य और ज्ञान का कारक भी कहा गया है। इसके फलस्वरूप, जिन जातकों की कुंडली में गुरु ग्रह मजबूत स्थिति में होते हैं, तो ऐसे लोग अपनी नौकरी और करियर दोनों में खूब तरक्की हासिल करते हैं। साथ ही, अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में बृहस्पति दसवें भाव में मौजूद होते हैं, तो आपको बहुत अच्छी नौकरी की प्राप्ति होती है।
सूर्य के आशीर्वाद से मिलती है नौकरी में सफलता
हिंदू धर्म में सूर्य देव को देवता का दर्जा प्राप्त है क्योंकि यह पूरे संसार को जीवन प्रदान करते हैं। वैदिक ज्योतिष में सूर्य ग्रह नौकरी में उच्च पद और समाज में मान-सम्मान का प्रतिनिधित्व करता है। यह व्यक्ति के भीतर नेतृत्व करने की क्षमता को भी दर्शाते हैं। इन्हें राशि चक्र में सिंह राशि पर आधिपत्य प्राप्त है। यह मेष राशि में उच्च और तुला राशि में नीच के होते हैं।
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इस प्रकार, जो लोग नौकरी के क्षेत्र में तरक्की और सफलता पाना चाहते हैं, उनके लिए कुंडली में सूर्य देव को मजबूत करना बेहद जरूरी होता है। अगर आप नौकरी में सफलता प्राप्ति के इच्छुक हैं, तो आपके लिए सूर्य देव की उपासना करना फलदायी साबित होगा। सुबह सूर्य देव को अर्घ्य देने से व्यक्ति पर सूर्य देव का आशीर्वाद बना रहता है। साथ ही, प्रतिदिन सूर्य महाराज को जल अर्पित करते हुए ग्यारह बार “ॐ ह्रीं सूर्याय नमः” मंत्र का जाप करना चाहिए।
जीवन में न हो खुशियां कम, इसके लिए न करें इन ग्रहों को नाराज़
सूर्य पुत्र शनि न्याय के देवता कहे गए हैं और इन्हें ज्योतिष में भी महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। मनुष्य शनि ग्रह के नाम से भी भयभीत हो जाते हैं क्योंकि यह मनुष्य को राजा से रंक बनाने में सक्षम होते हैं। बता दें कि शनि देव को दुख, रोग, कष्ट, विज्ञान, तकनीकी, लोहा, कर्मचारी, श्रमिक आदि के कारक माने जाते हैं। साथ ही, यह राशि चक्र में मकर और कुंभ राशि के स्वामी भी हैं। शनि महाराज व्यक्ति के जीवन में बड़े उलटफेर लेकर आने की क्षमता रखते हैं।
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लेकिन, किसी व्यक्ति के जीवन की खुशियों को प्रभावित करने में शनि देव के अलावा दूसरे ग्रह भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन ग्रहों में साहस और पराक्रम के ग्रह मंगल तथा छाया ग्रह राहु व केतु का नाम भी शामिल हैं। नवग्रहों में से शनि, मंगल, राहु और केतु यह चार ग्रह ऐसे हैं जो किसी रिश्ते को ख़राब कर सकते हैं। बता दें कि यदि किसी जातक की कुंडली में यह चारों ग्रह एक साथ एक भाव में मौजूद होते हैं, तो रिश्ते में खटास और कड़वाहट बनाए रखने का काम करते हैं।
यह आपके जीवन का हर रिश्ता चाहे वह दोस्ती हो, प्रेम संबंध हो, भाई-बहन का रिश्ता हो या फिर पति-पत्नी का रिश्ता हो आदि बिगाड़ सकते हैं। आपके बीच हमेशा टकराव की स्थिति बनी रह सकती है। यदि आप जीवन में खुशियां बनाए रखना चाहते हैं, तो कभी भी इन ग्रहों को कुपित न करें और इन्हें सदैव प्रसन्न रखें, तभी आप एक सुख-शांति से पूर्ण जीवन जी सकेंगे।
नक्षत्र भी करते हैं जीवन को प्रभावित
मनुष्य जीवन को सिर्फ ग्रह ही प्रभावित नहीं करते हैं, बल्कि नक्षत्रों का प्रभाव भी हमारे जीवन पर पड़ता है। साथ ही, इनका असर हमारे रिश्तों पर भी दिखाई देता है। जहां कुंडली में किसी नक्षत्र की कमज़ोर या अशुभ स्थिति व्यक्ति के जीवन में निराशा और मायूसी लेकर आ सकती है। वहीं, इनके शुभ होने पर जीवन में खुशहाली और खुशियां दोनों बनी रहती हैं।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर 1. हनुमान जी को मंगल ग्रह के स्वामी माना जाता है।
उत्तर 2. कौवों को भोजन कराने से राहु ग्रह प्रसन्न होते हैं।
उत्तर 3. शनि देव वर्तमान समय में कुंभ राशि में उपस्थित हैं।