जानें 5 अप्रैल, 2021 को बृहस्पति का कुम्भ में गोचर का सभी बारह राशियों के जातकों पर कैसा होगा प्रभाव।

जानें 5 अप्रैल, 2021 को बृहस्पति का कुम्भ में गोचर का सभी बारह राशियों के जातकों पर कैसा होगा प्रभाव।
वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह को एक क्रूर और पापी ग्रह माना गया है। नव ग्रहों में सेनापति का दर्जा
वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध ग्रह के गोचर की अवधि सबसे कम बताई जाती है। बुध ग्रह प्रत्येक राशि में
वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को शुभ ग्रहों में से एक माना गया है। शुक्र की गोचर अवधि कुल 23
संचार, व्यापार की समझ और विश्लेष्ण का ग्रह माने जाने वाला बुध ग्रह 28 नवंबर को राशि परिवर्तन करेगा। ग्रहों
गुरु ग्रह को ज्योतिष के दुनिया में अन्य सभी ग्रहों की तुलना में सबसे महत्वपूर्ण दर्जा प्राप्त है। ऐसे में
शुक्र, जिसे अंग्रेजी में वीनस कहते हैं जिसका अर्थ होता है, सुंदरता का ग्रह वो 17 नवंबर को कन्या राशि
ग्रहों का राजा माने जाने वाला सूर्य ग्रह 16 नवंबर को वृश्चिक राशि में गोचर कर जायेगा। सूर्य के गोचर
वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को शुभ ग्रह माना जाता है। अग्रेज़ी भाषा में शुक्र को वीनस- सुंदरता की देवी
वैदिक ज्योतिष में छाया ग्रह कहे जाने वाले राहु ग्रह का गोचर बेहद ही महत्वपूर्ण माना गया है। कहा जाता