मंगल करेंगे मेष राशि में प्रवेश, जानें इससे आपके जीवन में आयेंगे क्या बदलाव?

वैदिक ज्योतिष में मंगल ग्रह को एक क्रूर और पापी ग्रह माना गया है। नव ग्रहों में सेनापति का दर्जा भी मंगल ग्रह को दिया गया है। बता दें कि, मंगल ग्रह एक राशि में कम-से-कम 45 दिनों तक संचरण करता है। इस दौरान वो इंसान के जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करने के लिए जाने जाते हैं। 

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हमारे जीवन में होने वाली सभी मुख्य घटनाएँ इन ग्रहों के चाल पर निर्भर करती हैं। यह बात तो निश्चित है कि ग्रहों की यह चाल हमारे जीवन में बड़े-छोटे, गंभीर-सामान्य प्रभाव डालती ही हैं। इसके अलावा यह सभी ग्रह हमारे जीवन के विभिन्न पहलुओं को नियंत्रित करने की भी क्षमता रखते हैं। अब बात करें अगर इस वर्ष के आखिरी गोचर, मंगल गोचर की तो, मंगल ग्रह 24 दिसम्बर, बृहस्पतिवार को दोपहर 11:42 बजे अपने मित्र बृहस्पति की मीन राशि से निकलकर अपनी ही राशि मेष में प्रवेश करेगा। मंगल को मेष और वृश्चिक राशि का स्वामित्व प्राप्त है। ऐसे में अपनी ही राशि में मंगल का यह गोचर आपके जीवन में क्या असर डालता है इसके लिए जानिए अपना गोचर भविष्यफल।

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इंसान की कुंडली में मंगल की शुभ-अशुभ स्थिति बहुत कुछ निर्धारित करती है। उदाहरण के तौर पर समझाएं तो, कुंडली में शुभ मंगल ज़मीनी लाभ, भाई-बहनों से अच्छे संबंध, नौकरी और मान-सम्मान में वृद्धि का कारक होता है, वहीं कुंडली में मंगल की अशुभ स्थिति से इंसान के अन्दर आत्मविश्वास और साहस की कमी की वजह बनता है।  हालाँकि वैदिक ज्योतिष में ऐसे कई सरल और सटीक उपाय बताये गए हैं, जिन्हें अपनाकर मंगल ग्रह के अशुभ प्रभावों से बचा जा सकता है। 

आइये अब जानते हैं गोचर का सभी बारह राशियों पर पड़ने वाला प्रभाव। 

यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए यहाँ क्लिक करें

मंगल गोचर – मेष राशि 

मंगल ग्रह का प्रत्येक गोचर आपके जीवन में महत्वपूर्ण स्थान रखता है क्योंकि यह आपकी राशि का स्वामी है। इसके अतिरिक्त, यह आपके आठवें भाव पर भी अधिकार रखता है। प्रथम भाव आपकी….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मंगल गोचर – वृषभ राशि

मंगल ग्रह आपकी राशि से सातवें तथा बारहवें भाव का स्वामी है। सातवां भाव हमारे लिए दीर्घकालीन साझेदारियों का भाव है। इसी से विभिन्न प्रकार के व्यापार, आयात – निर्यात अर्थात इंपोर्ट एक्सपोर्ट, ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मंगल गोचर – मिथुन राशि

मंगल ग्रह का गोचर आपकी राशि से एकादश भाव में होगा। यह आपकी कुंडली के लिए एकादश भाव तथा छठे भाव का स्वामी है। छठा भाव विभिन्न प्रकार की समस्याओं, संघर्षों, परेशानियों, ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मंगल गोचर – कर्क राशि

मंगल ग्रह आपकी राशि के लिए अत्यंत ही महत्वपूर्ण ग्रह है क्योंकि यह आपके केंद्र और त्रिकोण भाव का स्वामी होने के कारण योग कारक बनता है अर्थात आपको राजयोग देने में सक्षम है। यह आपके….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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मंगल गोचर – सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए मंगल नवम अर्थात भाग्य भाव जो कि एक त्रिकोण भाव भी है तथा केंद्र भाव अर्थात चतुर्थ भाव का स्वामी होने से योगकारक ग्रह है और आपके जीवन को ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मंगल गोचर – कन्या राशि

मंगल ग्रह आपकी राशि के लिए तीसरे और आठवें भाव का स्वामी है। यह दोनों ही भाव अच्छे नहीं माने जाते। अष्टम भाव जीवन में होने वाली अनिश्चितता और अचानक से होने वाले अच्छे….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मंगल गोचर – तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए मंगल दूसरे और सप्तम भाव का स्वामी है। दूसरा भाव धन भाव होने के साथ-साथ हमारे कुटुंब, हमारी वाणी, हमारा खान-पान का भाव भी माना जाता है और….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मंगल गोचर – वृश्चिक राशि

मंगल ग्रह का कोई भी गोचर आपके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह आपकी राशि का स्वामी है और राशि के स्वामी की गोचरीय स्थिति बहुत ही महत्वपूर्ण होती है। यह आपके ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मंगल गोचर – धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए मंगल आपके पाँचवें और बारहवें भाव का स्वामी है और मंगल का गोचर आपकी राशि से पंचम भाव में ही मंगल की अपनी राशि मेष में होगा, जिससे आपको….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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मंगल गोचर – मकर राशि

आपकी राशि के लिए मंगल चौथे और ग्यारहवें भाव का स्वामी है। मंगल ग्रह का गोचर मेष राशि में आपके चतुर्थ भाव में ही होगा लेकिन मंगल का गोचर चौथे भाव ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

मंगल गोचर – कुम्भ राशि

आपकी राशि के लिए मंगल तीसरे और दसवें भाव का स्वामी है। यह दर्शाता है कि आप मंगल की शक्ति से अपने कार्य क्षेत्र को मजबूत बनाने का प्रयास कर सकते हैं। आपके लिए मंगल का गोचर ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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मंगल गोचर – मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए मंगल आपके दूसरे और नवें भाव का स्वामी है तथा अपने इस गोचर काल में आपके दूसरे भाव में प्रवेश करेगा। दूसरे भाव में मंगल का गोचर अधिक शुभ ….(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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