सूर्य का वृषभ राशि में गोचर: इन राशियों के सुख-समृद्धि में होगी बढ़ोतरी!

सूर्य का वृषभ राशि में गोचर: ग्रहों के राजा सूर्य 15 मई 2023 की सुबह 11 बजकर 32 मिनट पर अपनी उच्च राशि अर्थात मेष राशि को छोड़कर शुक्र की राशि वृषभ में प्रवेश कर चुके हैं। इस राशि में सूर्य यहां 1 महीने तक रहने वाले हैं अर्थात 15 जून 2023 तक सूर्य वृषभ राशि में ही रहेंगे। ऐसे में, सभी राशियों समेत देश पर भी इसका प्रभाव देखने को मिलेगा। आगे बढ़ते हैं और नज़र डालते हैं देश पर पड़ने वाले सूर्य गोचर के प्रभावों पर।     

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सूर्य का वृषभ राशि में गोचर: कैसे करेगा देश को प्रभावित? 

भारतवर्ष की बात करें तो, सूर्य के गोचर के चलते देश के भीतर आंतरिक अस्थिरता देखने को मिल सकती है। कुछ जगहों पर सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन भी देखने को मिल सकते हैं। हालांकि, संभव है कि ऐसे मामलों में सरकार बिना भावनात्मक पक्ष पर विचार किए प्रदर्शन इत्यादि को शांत कराने की कोशिश कर सकती हैं। तापमान में भी अचानक से बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। आगजनी इत्यादि की घटनाओं में भी इज़ाफा होने की आशंका है। सूर्य के गोचर का आपकी राशि पर क्या असर पड़ेगा? आइए जानते हैं राशि चक्र की सभी 12 राशियों पर सूर्य गोचर का प्रभाव। 

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सूर्य का वृषभ राशि में गोचर: राशि अनुसार राशिफल और उपाय 

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में पंचम भाव के स्वामी हैं और इस गोचर के माध्यम से सूर्य आपके दूसरे भाव में गोचर करने वाले हैं। पंचमेश सूर्य का दूसरे भाव में आना आपको तीखा और चटपटा खाने की प्रवृत्ति दे सकता है। इसके फलस्वरूप एसिडिटी और पेट से संबंधित समस्याएं देखने को मिल सकती हैं। ऐसी स्थिति में आपको अपने खानपान को बहुत संयमित रखना होगा। साथ ही, गर्मी और धूप से बचने की भी आवश्यकता होगी। विशेषकर यदि आपका काम बहुत ज्यादा धूप में करने का है, तो आंखों की सुरक्षा के लिए चश्मे इत्यादि का प्रयोग करना जरूरी होगा क्योंकि इस समय नेत्र पीड़ा के योग निर्मित हो रहे हैं। सूर्य के इस गोचर के चलते कुछ खर्चे भी देखने को मिल सकते हैं। हालांकि, अनुकूल बात यह है कि यह खर्चे किसी प्रियजन, स्वजन या संतान इत्यादि पर करने के कारण आप चिंतित महसूस नहीं करेंगे। घर-परिवार में सामंजस्य बनाए रखने की कोशिश इस समय आपको करनी होगी।

उपाय: किसी मंदिर में नारियल और बादाम का दान करें।

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में चतुर्थ भाव के स्वामी हैं और यह गोचर करके आपके पहले भाव में आ रहे हैं। इस भाव में सूर्य के गोचर को बहुत अच्छा नहीं कहा जाता है। ऐसी स्थिति में स्वयं के क्रोध को शांत रखना बहुत जरूरी होगा। इस दौरान आपका बर्ताव और व्यवहार इतना सौम्य तथा सभ्य होना चाहिए कि लोग यह न कह सकें कि आप थोड़े से घमंडी हो गए हैं, अर्थात स्वयं को अहंकारी होने से बचाना होगा। शासन-प्रशासन से जुड़े लोगों के साथ अच्छा तालमेल बनाए रखने की कोशिश करनी होगी। इस समय पेट से संबंधित कोई परेशानी भी रह सकती है। विशेषकर पित्त की अधिकता के चलते कुछ समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं जैसे कि एसिडिटी अथवा चक्कर आना आदि। अतः इस समय उचित खानपान बनाए रखें और योग-व्यायाम करें। हालांकि, सूर्य के गोचर को कामों में बाधा देने वाला कहा गया है, लेकिन आपके कर्म स्थान के स्वामी की स्थिति को देखते हुए हम यह कहना चाहेंगे कि बाधाएं किसी बड़े रूप में नहीं आएंगी बल्कि छोटी-मोटी बाधाएं आती रहेंगी जिन्हें आप अपनी मेहनत से पार कर सकेंगे। इस अवधि में रिश्तेदारों से किसी भी तरीके की अनबन से बचें, अर्थात स्वजनों से अच्छे संबंध रखने होंगे जिससे कि सूर्य का नकारात्मक प्रभाव आप पर हावी न होने पाएं।

उपाय: संभव हो, तो इस महीने गुड़ का सेवन करने से बचें।

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मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में तीसरे भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके द्वादश भाव में जा रहे हैं। बारहवें भाव में सूर्य का गोचर घूमने-फिरने के बहुत मौके देता है। ऐसी स्थिति में इस बात का ध्यान रखना होगा कि आपका घूमना-फिरना व्यर्थ में न हो, अर्थात भागदौड़ करनी हो तो सार्थक कामों के लिए भागदौड़ करें। साथ ही, सामाजिक प्रतिष्ठा और मान सम्मान का ख्याल रखें। सूर्य के इस गोचर के चलते कामों में कुछ व्यवधान देखने को मिल सकते हैं, तो वहीं जल्दबाजी में किए गए काम असफल भी रह सकते हैं। ऐसे में, आपको धैर्य के साथ काम करने की सलाह दी जाती है। यह अवधि आपके खर्चों को बढ़ा सकती है। अतः बेकार के खर्चों को रोकना जरूरी होगा। शासन-प्रशासन से जुड़े किसी भी व्यक्ति से किसी भी तरीके का विवाद करने से बचें और यदि शासन-प्रशासन से जुड़ा कोई व्यक्ति गलत कर रहा है, तब भी उससे उलझना ठीक नहीं होगा। विशेषकर इस दौरान उनसे नहीं उलझना है। यह समय आंखों से संबंधित तकलीफ भी दे सकता है, विशेषकर आंख में जलन आदि की समस्या रह सकती है। इस समय पैरों में ख़ासकर पंजों में तकलीफ भी देखने को मिल सकती है। सूर्य के इस गोचर के चलते आपको धैर्य और संयम के साथ काम करने की सलाह दी जाती है।

उपाय: नियमित रूप से मंदिर जाना आपके लिए फायदेमंद होगा।

कर्क राशि 

कर्क राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में दूसरे भाव के स्वामी हैं जो आपके लाभ भाव में प्रवेश कर गए हैं। इस तरह हम पाते हैं कि आपके धन भाव का कनेक्शन लाभ भाव से हो रहा है तथा सूर्य आपको लाभ दिलाने की कोशिश में रहेंगे। विशेषकर आर्थिक लाभ प्राप्त करने में सूर्य आपकी मदद कर सकते हैं। हालांकि, कर्म स्थान का स्वामी नीच का रहेगा और ऐसे में, कामों में कुछ व्यवधान उत्पन्न हो सकते हैं, लेकिन जिन कामों को आप संपन्न करने में सफल रहेंगे, उनका अच्छा लाभ आपको मिल सकता है। आर्थिक मामलों के लिए सूर्य का यह गोचर काफ़ी मददगार साबित हो सकता है। यदि आप नौकरीपेशा हैं, तो पदोन्नति होने की संभावनाएं भी मजबूत होंगी। वर्तमान में अथवा भविष्य में जब कभी भी प्रमोशन होगा तो आपके इस समय के प्रदर्शन को ध्यान में रखा जाएगा। इस दौरान आप अपना बेस्ट देने की कोशिश करें। पिता के माध्यम से भी लाभ मिलने की संभावनाएं हैं। पिता अथवा पिता के मार्गदर्शन से जीवन की राह और बेहतर हो सकती है। यह गोचर स्वास्थ्य को भी बेहतर करने का काम कर सकता है, अर्थात सामान्य तौर पर सूर्य का गोचर आपको अनुकूल परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है।

उपाय: तामसिक भोजन जैसे मांस-मदिरा आदि का त्याग करना हितकारी साबित होगा।

सिंह राशि 

सिंह राशि वालों के लिए सूर्य आपके राशि स्वामी होकर दशम भाव में गोचर करने जा रहे हैं। दसवें भाव में सूर्य के गोचर को सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम देने वाला कहा गया है और इस वजह से सूर्य का यह गोचर आपको राज्य की अनुकूलता दिला सकता है। अर्थात शासन-प्रशासन से जुड़े मामलों में आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। सरकार या सरकारी कर्मचारी आपका फेवर भी कर सकते हैं। यदि कोर्ट-कचहरी में कोई मामला चल रहा है, तो उस मामले के प्रमुख अर्थात न्यायाधीश आपके प्रति सकारात्मक रुख अपना सकते हैं। यह अवधि सामाजिक मान-प्रतिष्ठा दिलाने का भी काम कर सकती है। पदोन्नति अथवा किसी नए काम की शुरुआत के योग निर्मित हो रहे हैं। साथ ही, इस दौरान पिता से संबंधित मामलों में भी अनुकूल परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। सामान्य तौर पर आपके पिताजी आपके निर्णय से प्रसन्न दिखाई दे सकते हैं। ज्यादातर कामों में इस समय अनुकूल परिणाम मिलते हुए प्रतीत हो रहे हैं। राशि स्वामी के मजबूत स्थिति में होने से स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी ठीक हो सकती हैं। सूर्य का यह गोचर आपको अनुकूल परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है।

उपाय: किसी गरीब को शनिवार के दिन काले रंग के कपड़े का दान करें।

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कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में द्वादश भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके भाग्य भाव में गोचर कर रहे हैं। भाग्य भाव में सूर्य के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा नहीं माना जाता है। यही कारण है कि इस समय आप कुछ समस्याओं से जूझ सकते हैं। हालांकि, दूर की यात्राओं से संबंधित मामलों के लिए सूर्य का यह गोचर आपको अच्छे परिणाम भी दे सकता है। विशेषकर यदि विदेश यात्रा के लिए आप कोशिश कर रहे हैं और कुंडली की दशाएं भी इस बात को सपोर्ट कर रही हैं, तो सूर्य का गोचर आपकी मदद कर सकता है। इसके फलस्वरूप विदेश से संबंधित मामले आसानी से संपन्न हो सकते हैं। हालांकि, गोचर शास्त्र में नवम भाव में सूर्य के गोचर को आपत्ति देने वाला कहा गया है यानी कि कहीं न कहीं से कुछ परेशानियां इस गोचर के चलते आ सकती हैं। इसके अलावा, सूर्य के इस गोचर को भाग्य की हानि करने वाला कहा गया है। हालांकि, इसकी संभावना हमें कम ही लगती है क्योंकि आपके भाग्य स्थान का स्वामी इसी समय आपके कर्म और लाभ भाव में गोचर करेगा। इसके फलस्वरूप कर्म के अनुसार भाग्य आपका सहयोग करता रहेगा।

उपाय: संभव हो, तो रविवार के दिन नमक का सेवन करने से परहेज़ करें। ऐसा करने से जीवन में सकारात्मकता बढ़ेगी।

तुला राशि 

तुला राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में लाभ भाव के स्वामी हैं और यह आपके आठवें भाव में गोचर कर रहे हैं। सामान्य तौर पर सूर्य का आठवें भाव में गोचर अच्छे परिणाम देने वाला नहीं कहा गया है। ऊपर से लाभ भाव के स्वामी का आठवें भाव में जाना और कमज़ोर परिणाम दे सकता है। आमदनी के रास्ते में रुकावट आ सकती है या फिर ऐसा भी हो सकता है कि काम तो आपके पास हो लेकिन काम पूरे होने के बाद होने वाली आमदनी या प्रॉफिट आप तक न पहुंच पाए। इसके अलावा, सूर्य के इस गोचर के चलते स्वास्थ्य में कुछ कमज़ोरी भी देखने को मिल सकती है क्योंकि सूर्य आरोग्यता के कारक होते हैं और आरोग्यता के कारक सूर्य का आठवें भाव में जाना स्वास्थ्य में कुछ कमज़ोरी देने का काम कर सकता है। अष्टम भाव में गोचर करने वाले सूर्य आंखों से संबंधित कुछ परेशानियां दे सकते हैं। इस गोचर के कारण शासन-प्रशासन से जुड़े व्यक्ति आपसे नाखुश दिखाई दे सकते हैं। ऐसे में, आप उन्हें मनाने की कोशिश में लगे रहिए, जिससे उनके द्वारा आपको कोई नुकसान न होने पाए।

उपाय: बेहतर परिणामों की प्राप्ति के लिए स्वयं को क्रोध और कलह से दूर रखें।

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों के लिए सूर्य आपके सप्तम भाव में गोचर करने जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में कार्य-व्यापार से संबंधित मामलों में कुछ सकारात्मक परिणाम देखने को मिल सकते हैं। हालांकि, इस भाव में सूर्य के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा नहीं माना जाता है। सप्तम भाव में सूर्य के गोचर के बारे में कहा जाता है कि ऐसा गोचर पति-पत्नी के बीच कलह करवा सकता है, अर्थात आपस में लड़ाई करवा सकता है। लेकिन जो लोग विवाहित नहीं है उनका अपने साझेदार के साथ मनमुटाव हो सकता है। इस समय यात्राएं कुछ हद तक समस्याओं से भरी रह सकती हैं। भले ही व्यापार-व्यवसाय में आपको कुछ चीजें सकारात्मक नज़र आ रही हैं, लेकिन इसके बावजूद भी आपको कोई बड़ा व्यापारिक निर्णय लेने से बचना होगा। सूर्य के इस गोचर के चलते आपको सिर दर्द इत्यादि की शिकायत हो सकती हैं, अथवा कभी-कभार बुखार के लक्षण भी देखने को मिल सकते हैं। यदि आपके क्षेत्र में गर्मी अधिक है तो लू इत्यादि से बचाव का प्रयत्न करें।

उपाय: रविवार के दिन नमक खाने से बचें। यदि संभव हो, तो पूरे महीने ही कम से कम मात्रा में नमक खाएं।

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धनु राशि 

धनु राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में भाग्य स्थान के स्वामी हैं और यह आपके छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। हालांकि, भाग्य स्थान के स्वामी का छठे भाव में जाना, आपके भाग्य को थोड़ा सा कमज़ोर कर सकता है। लेकिन सामान्य तौर पर सूर्य का छठे भाव में गोचर अच्छा माना गया है। ऐसे गोचर के बारे में कहा जाता है कि यह आपके स्वास्थ्य को बेहतर करता है, अर्थात यदि पहले से कोई स्वास्थ्य समस्या चल रही है, तो इस गोचर के चलते आपकी रिकवरी की रफ़्तार तेज हो सकती है। आपके प्रतिस्पर्धी हो अथवा आपके शत्रु सब पर आप पहले की तुलना में भारी पड़ते हुए देखे जा सकेंगे। इस दौरान आप मेहनत करके और अपने प्रभाव में विस्तार करके ज्यादातर कामों में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। सूर्य का गोचर शासन-प्रशासन से जुड़े लोगों के साथ आपके संबंध बेहतर करवा सकता है और इसके फलस्वरूप सरकारी योजनाओं का अच्छा लाभ आपको मिल सकता है। यदि आप गवर्नमेंट टेंडर इत्यादि लेने के लिए प्रयासरत हैं, तो उसमें भी सफलता मिलने की उम्मीद है।

उपाय: नियमित रूप से बंदरों को गेहूं और गुड़ खिलाना शुभ रहेगा।

मकर राशि:

मकर राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में आठवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके पांचवें भाव में गोचर कर रहे हैं। पांचवें भाव में सूर्य के गोचर को अच्छा नहीं माना गया है। ऊपर से अष्टम भाव के स्वामी का पंचम भाव से कनेक्ट होना भी कमज़ोर कहा जाएगा। अतः सूर्य के इस गोचर से आपको अधिक सकारात्मक परिणामों की उम्मीद नहीं रखनी चाहिए बल्कि सूर्य से जुड़े क्षेत्रों में सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी। इस गोचर के चलते मन-मस्तिष्क में कभी-कभार भ्रम की स्थिति देखने को मिल सकती है। ऐसे में, तथ्यों और तर्कों के माध्यम से अपने दिमाग से भ्रम को दूर करें। यदि आप विद्यार्थी हैं, तो पढ़ाई पर अधिक फोकस करने की आवश्यकता होगी। हालांकि, उन विद्यार्थियों को इस गोचर के चलते लाभ मिल सकता है जो किसी प्रकार का शोध कार्य कर रहे हैं क्योंकि अष्टम भाव पंचम भाव से कनेक्ट हो रहा है। इस अवधि में संतान के साथ बेहतर संबंध बनाए रखने की कोशिश करनी होगी। साथ ही, खानपान भी उचित रखना होगा। प्रेम प्रसंग के मामले में अहंकार से दूरी बनाए रखना फायदेमंद साबित होगा।

उपाय: सरसों के तेल की 8 बूंदें कच्ची मिट्टी में टपकाना शुभ साबित होगा।

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कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में सप्तम भाव के स्वामी हैं और यह आपके चतुर्थ भाव में गोचर करने जा रहे हैं। सामान्य तौर पर सूर्य के गोचर को चतुर्थ भाव में अच्छा नहीं माना गया है लेकिन सप्तमेश होकर यह चतुर्थ भाव में जा रहे हैं। अतः पत्नी के नाम से अथवा यदि आप स्त्री हैं तो पति के नाम से कोई प्रॉपर्टी इत्यादि खरीदेंगे तो बेहतर परिणाम मिल सकेंगे। सामान्य तौर पर इस गोचर के बारे में कहा जाता है कि ऐसा गोचर मानसिक तनाव देता है यानी कि किसी न किसी बात को लेकर तनाव देखने को मिल सकता है। इसके अलावा, चतुर्थ भाव में सूर्य का गोचर माता को कष्ट भी देने का काम कर सकता है। विशेषकर यदि आपको अथवा माता को हृदय से संबंधित कोई परेशानी है तो इस समय उस मामले में किसी भी तरीके की लापरवाही बरतने से बचें। इस समय घरेलू विवाद को तुरंत शांत करना फलदायी रहेगा। ज़मीन-जायदाद से जुड़े मामलों में भी समझदारी दिखाकर उनका समाधान ढूंढना ज्यादा बेहतर होगा। सूर्य का गोचर सीने अथवा हृदय संबंधित कुछ परेशानियां भी दे सकता है इसलिए योग-व्यायाम करें और संयमित दिनचर्या का पालन करें।

उपाय: गरीबों की सामर्थ्य अनुसार मदद करें और उन्हें भोजन करवाएं।

मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए सूर्य आपकी कुंडली में छठे भाव के स्वामी हैं और यह आपके तीसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। छठे भाव का तीसरे भाव से कनेक्शन प्रतिस्पर्धात्मक कार्यों में काफ़ी अच्छे परिणाम दे सकता है यानी कि आपका आत्मविश्वास, आपके करीबियों का सहयोग और आपकी अच्छी कार्य योजना आपको विभिन्न मामलों में सफलता दिला सकती है। वैसे, गोचर शास्त्र में सूर्य के इस गोचर को स्थान लाभ करवाने वाला कहा गया है अर्थात आप भूमि-भवन से संबंधित लाभ प्राप्त कर सकते हैं अथवा मनचाही जगह घूमने-फिरने या रहने के लिए जा सकते हैं। स्वास्थ्य अच्छा रह सकता है। शासन-प्रशासन से जुड़े व्यक्ति और इससे जुड़े मामले आपके पक्ष में रह सकते हैं। आपका पराक्रम काफ़ी अच्छा रहेगा और आप प्रतिस्पर्धियों से बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। पद-प्रतिष्ठा की प्राप्ति भी हो सकती है और साथ ही, सामाजिक रूप से भी यह अवधि अनुकूल कही जाएगी अर्थात सूर्य का गोचर सामान्य तौर पर आपके लिए अच्छा रह सकता है।

उपाय: पिता की सेवा करें और साथ ही, किसी पिता तुल्य व्यक्ति को दूध-चावल खिलाना भी शुभ साबित होगा।

हम उम्मीद करते हैं कि सूर्य के इस गोचर के परिणामों को पहले से जानकर, आप एक बेहतरीन योजना बनाएंगे और सूर्य के गोचर का न केवल लाभ ले सकेंगे बल्कि इससे होने वाले नुकसान को भी योजनाबद्ध तरीके से दूर कर सकेंगे। हम उम्मीद करते हैं कि हमारा यह प्रयास आपके जीवन में बेहतरी लाने का काम करेगा। भगवती आप सब पर कृपा बनाए रखें। 

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