सूर्य का वृषभ राशि में गोचर: वैदिक ज्योतिष में सूर्य को “नवग्रहों का राजा” माना जाता है जो सभी ग्रहों को ऊर्जा प्रदान करते हैं। ज्योतिष के साथ-साथ धार्मिक दृष्टि से भी सूर्य को विशेष स्थान प्राप्त है जो अब जल्द ही अपना राशि परिवर्तन करने वाले हैं। एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में आपको सूर्य का वृषभ राशि में गोचर से जुड़ी समस्त जानकारी प्राप्त होगी जैसे तिथि, समय आदि। साथ ही, सूर्य ग्रह से शुभ परिणामों की प्राप्ति के लिए आपको सरल एवं अचूक उपाय प्रदान करेंगे। आइये सबसे पहले जानते हैं सूर्य गोचर की तिथि और महत्व के बारे में।
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सूर्य का वृषभ राशि में गोचर: तिथि और समय
सूर्य देव को धरती पर जीवन का स्रोत माना जाता है जो समस्त प्राणियों को जीवन प्रदान करते हैं। आपको बता दें कि सूर्य के एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश की अवधि को बेहद शुभ माना जाता है और यह सामान्य तौर पर एक महीने तक एक राशि में रहते हैं। अब सूर्य 15 मई 2023 की सुबह 11 बजकर 32 मिनट पर शुक्र ग्रह की राशि वृषभ राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं और यह 15 जून 2023 की शाम 06 बजकर 07 मिनट तक इसी राशि में रहेंगे। इसके बाद, सूर्य मिथुन राशि में गोचर करेंगे। सूर्य का वृषभ राशि में गोचर विभिन्न जातकों के जीवन को प्रभावित करेगा।
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वैदिक ज्योतिष में सूर्य का महत्व
जहाँ ज्योतिष में सूर्य को राजा का दर्जा प्राप्त है, तो वहीं सनातन धर्म में सूर्य देव को देवता का स्वरूप मानकर पूजा जाता है। वैदिक ज्योतिष में इन्हें महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है और यह व्यक्ति की कुंडली में विशेष भूमिका निभाते हैं। सूर्य को आत्मा का कारक माना गया है और यह एक ऐसे देवता हैं जो अपने भक्तों को प्रतिदिन साक्षात दर्शन देते हैं। किसी मनुष्य को सूर्य द्वारा जीवन में सकारात्मक या नकारात्मक, कैसे परिणाम प्राप्त होंगे? यह बात पूरी तरह से सूर्य की स्थिति पर निर्भर करती है। यदि कुंडली में सूर्य मज़बूत स्थिति में होते हैं, तो यह जातक को शुभ फल प्रदान करते हैं। इनके प्रभाव से बिगड़े हुए कार्य भी बनने लगते हैं और ऐसे लोगों की सोच सकारात्मक होती है। जिन जातकों को सूर्य देव का आशीर्वाद प्राप्त होता है, वह मुख्यतः स्मार्ट, दयालु होते हैं और जीवन के सभी कार्यों में सफलता हासिल करते हैं।
इसके विपरीत, कुंडली में सूर्य कमज़ोर होने पर व्यक्ति को जीवन में अनेक प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। साथ ही, ऐसे जातक स्वभाव से घमंडी, अति महत्वाकांक्षी और ईर्ष्यालु किस्म के होते हैं। इन लोगों को अपनी तारीफ सुनना बेहद पसंद होता है। सूर्य के पीड़ित होने पर जातक के रिश्ते पिता और गुरु के साथ ख़राब हो जाते हैं। ऐसे में, कुंडली में सूर्य को बली करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कुछ अचूक उपाय भी बताये गए हैं जिनकी मदद से आप सूर्य को मज़बूत करके शुभ परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। आइये नज़र डालते हैं सूर्य को बलवान करने के उपायों पर।
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सूर्य को मज़बूत करने के लिए अपनाएं ये अचूक उपाय
- रविवार के दिन भगवान सूर्य के लिए व्रत करें।
- सूर्य संक्रांति पर यानी कि जिस दिन सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करें, उस दिन गेहूं और गुड़ आदि का दान करें।
- सूर्य को बलवान करने के लिए अपने पिता का सम्मान करें और उन्हें ठेस पहुंचाने से बचें।
- प्रतिदिन गायत्री मंत्र का जाप करें और सूर्य यंत्र की स्थापना करके उसका पूजन करें।
- आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करें।
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सूर्य का वृषभ राशि में गोचर: राशि अनुसार राशिफल और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य का वृषभ राशि में गोचर होने से यह आपके द्वितीय भाव में प्रवेश करेंगे। सूर्य आपके…(विस्तार से पढ़ें)
वृषभ राशि
सूर्य आपके लिए चतुर्थ भाव के स्वामी हैं और वृषभ राशि में गोचर करते हुए सूर्य आपके प्रथम भाव में प्रवेश करेंगे यानी कि आपकी…(विस्तार से पढ़ें)
मिथुन राशि
सूर्य का वृषभ राशि में गोचर मिथुन राशि के जातकों के लिए चंद्र राशि से द्वादश भाव में होगा। यह आपके…(विस्तार से पढ़ें)
कर्क राशि
सूर्य कर्क राशि के लोगों के लिए द्वितीय भाव के स्वामी हैं और सूर्य का वृषभ राशि में गोचर होने से यह…(विस्तार से पढ़ें)
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सिंह राशि
सूर्य देव सिंह राशि में जन्म लेने वाले लोगों के प्रथम भाव के स्वामी हैं और सूर्य का वृषभ राशि में गोचर होने से यह आपके दशम…(विस्तार से पढ़ें)
कन्या राशि
सूर्य कन्या राशि के लिए द्वादश भाव के स्वामी होते हैं और वर्तमान गोचर के समय यह आपकी राशि से नवम भाव में गोचर…(विस्तार से पढ़ें)
तुला राशि
सूर्य तुला राशि में जन्म लेने वाले जातकों के लिए ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। वर्तमान गोचर के समय यह आपकी…(विस्तार से पढ़ें)
वृश्चिक राशि
सूर्य आपके दशम भाव के स्वामी होते हैं और वृषभ राशि में गोचर के दौरान यह आपकी राशि से सप्तम भाव में प्रवेश करेंगे। इस दौरान…(विस्तार से पढ़ें)
धनु राशि
सूर्य धनु राशि के जातकों के लिए नवम भाव के स्वामी हैं और सूर्य का वृषभ राशि में गोचर होने से यह आपकी राशि से षष्ठम भाव में प्रवेश करेंगे। सूर्यदेव का…(विस्तार से पढ़ें)
मकर राशि
सूर्य देव मकर राशि के लिए अष्टम भाव के स्वामी बनते हैं और सूर्य का वृषभ राशि में गोचर आपकी राशि से पंचम भाव में होगा। सूर्य के…(विस्तार से पढ़ें)
कुंभ राशि
सूर्य कुंभ राशि के जातकों के लिए सप्तम भाव के स्वामी होते हैं और वर्तमान सूर्य का गोचर वृषभ राशि में होने से यह आपके चतुर्थ भाव में प्रवेश…(विस्तार से पढ़ें)
मीन राशि
सूर्य का वृषभ राशि में गोचर मीन राशि के जातकों के तृतीय भाव में होगा। यह आपके षष्ठम भाव के स्वामी हैं। यहां उपस्थित…(विस्तार से पढ़ें)
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