सूर्य का मीन राशि में गोचर: इन राशियों को मिलेगा अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद!

एस्ट्रोसेज के इस ख़ास ब्लॉग में हम आपको सूर्य का मीन राशि में गोचर से संबंधित समस्त जानकारी प्रदान करेंगे जैसे कि तिथि, समय, राशि अनुसार प्रभाव और उपाय। सूर्य देव 15 मार्च, 2023 को मीन राशि में गोचर करेंगे। हालांकि, सूर्य का मीन राशि में गोचर हमारे जीवन के लिए विशेष रहने वाला है क्योंकि इसका सबसे अधिक प्रभाव हमारी सेहत पर पड़ेगा। तो आइए, पहले जान लेते हैं कि सूर्य और बृहस्पति के संबंध कैसे हैं और इसका ज्योतिषीय महत्व क्या है?

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सूर्य और बृहस्पति में अच्छी मित्रता है और यह दोनों ही ग्रह जातक को बौद्धिक, शक्तिशाली, और निडर बनाते हैं। वहीं, अगर मीन राशि की बात करें, तो यह जल तत्व की राशि है और सूर्य देव की बात करें तो, वह प्रवृत्ति से उग्र हैं। ऐसे में, इस गोचर के प्रभाव से जातकों के अंदर भावुकता बढ़ेगी। तो चलिए, अब सूर्य के ज्योतिषीय महत्व के बारे में जानते हैं। इसके बाद हम सभी 12 राशियों के स्वास्थ्य पर सूर्य गोचर के प्रभाव के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

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ज्योतिष शास्त्र में सूर्य का महत्व    

जैसे कि हम सभी जानते हैं कि वैज्ञानिक रूप से सूर्य देव हमें रोशनी और ऊर्जा प्रदान करते हैं। पृथ्वी पर जीवन का सबसे अहम स्त्रोत सूर्य ही है। इसके अलावा, सूर्य कामयाबी और सकारात्मकता का प्रतिनिधित्व करते हैं। 

वैदिक ज्योतिष में सूर्य देव को सौरमंडल का राजा माना जाता है और सभी ग्रह सूर्य महाराज के चारों ओर परिक्रमा लगाते हैं। इसके अलावा, सूर्य देव पिता, अहंकार, सरकार और आधिकारिक पदों का भी प्रतिनिधित्व करते हैं। जिन जातकों की जन्म कुंडली में सूर्य देव की स्थिति मज़बूत होती है, उनके चेहरे पर प्राकृतिक तेज होता है। वहीं, सूर्य देव सिंह राशि के स्वामी हैं और काल पुरुष कुंडली के पांचवें भाव पर शासन करते हैं। पांचवां भाव बच्चों, शिक्षा और रचनात्मकता को दर्शाता है। शारीरिक तौर पर सूर्य देव की भूमिका देखी जाए तो यह महिलाओं में बाईं आंख और पुरुषों में दाईं आंख का प्रतिनिधित्व करते हैं। साथ ही, शरीर में तेज़ बुखार, ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारियां आदि रोगों को भी नियंत्रित करते हैं। सूर्य देव की उच्च राशि मेष है और इनकी नीच राशि तुला मानी जाती है।

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सूर्य का मीन राशि में गोचर: ज्योतिषीय महत्व

मीन राशि पर बृहस्पति देव का शासन है और यह जल तत्व की राशि है। इस गोचर के दौरान जातकों को अपनी भावनाओं और ऊर्जा का सही तरीके से इस्तेमाल करने की जरूरत होगी। जिन जातकों की जन्म कुंडली में सूर्य देव मीन राशि में मौजूद होते हैं। वह थोड़ी मूडी हो सकते हैं। इन लोगों पर दूसरों की राय या विचारों का काफ़ी अधिक प्रभाव पड़ता है। ऐसे जातक हर तरह की स्थिति में आसानी से ढलने में सक्षम होते हैं और हमेशा अपने दोस्तों और प्रियजनों की मदद के लिए आगे आते हैं। पेशेवर जीवन की बात करें, तो यह अपने काम को लेकर काफी समर्पित होते हैं और हमेशा काम के पीछे दीवाने रहते हैं। लेकिन, इसी आदत के चलते, उन्हें मानसिक दबाव और परेशानी का सामना भी करना पड़ता है। सामाजिक तौर पर ऐसे जातकों के लिए मान-सम्मान बहुत मायने रखता है।

सूर्य का मीन राशि में गोचर: तिथि और समय

सूर्य देव 15 मार्च, 2023 की सुबह 6 बजकर 13 मिनट पर मीन राशि में गोचर करेंगे। चूंकि सूर्य देव और बृहस्पति महाराज में मित्रता है, इसके परिणामस्वरूप सभी राशियों को सूर्य गोचर से लाभ मिलने की संभावना है। लेकिन यह गोचर किसके लिए सबसे अधिक फायदेमंद होगा, आइए यह जान लेते हैं।

सूर्य का मीन राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय

मेष

सूर्य देव आपकी कुंडली के पांचवें भाव पर शासन करते हैं और अब वह बारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। पांचवें भाव के स्वामी सूर्य देव का बारहवें भाव में होना, यह दर्शाता है कि आपको बच्चों से संबंधित चिंताओं और मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान आप मानसिक तनाव से ग्रस्त हो सकते हैं। आपको पेट से संबंधित दिक्कत भी हो सकती है। जातकों को अपनी आंखों का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है, ऐसा न करने से आपको परेशानी होने की आशंका है। कुल मिलाकर कहें, तो आपको इस गोचर के दौरान अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है, नहीं तो आपका धन मेडिकल खर्चों में जाने की आशंका है।

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वृषभ 

सूर्य देव आपकी कुंडली के चौथे भाव पर शासन करते हैं और अब वह ग्यारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इस गोचर के दौरान आप अपनी माता जी के स्वास्थ्य को लेकर थोड़े चिंतित रह सकते हैं। सेहत के लिहाज़ से देखा जाए तो, यह अवधि आपके लिए सकारात्मक साबित होगी और आपकी सेहत अच्छी रहेगी। इस दौरान आपका झुकाव अध्यात्म की ओर बढ़ सकता है और आप योग और ध्यान में अपना समय व्यतीत कर सकते हैं। ऐसा करना आपके लिए लाभकारी साबित होगा।

मिथुन

सूर्य महाराज आपकी कुंडली के तीसरे भाव के स्वामी हैं और अब वह दसवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। यह गोचर आपके लिए कुछ परेशानियां लेकर आ सकता है। साथ ही, आपके पेशेवर जीवन में कई सकारात्मक बदलाव आने की संभावना है और आपको नई जिम्मेदारियां मिल सकती हैं । हालांकि, आपके ऊपर काम का दबाव अधिक होने के कारण आपको तनाव और आंखों से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं। आपको अपनी माता जी के स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि उन्हें ब्लड प्रेशर, दिल और कोलेस्ट्रॉल से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। अगर पहले से ही आपकी माता जी अस्वस्थ हैं, तो उनकी देखभाल में कमी न होने दें।

कर्क

सूर्य देव आपकी कुंडली के दूसरे भाव पर शासन करते हैं और अब वह नौवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इस दौरान आपको अपने पिता जी की सेहत का विशेष ध्यान रखने की जरूरत होगी। इसके अलावा, आपको अपने परिवार के बुजुर्ग सदस्यों की सेहत का भी ध्यान रखना होगा। दसवां भाव करियर का प्रतिनिधित्व करता है, इसके परिणामस्वरूप आपको नए अवसरों की प्राप्ति होने के संकेत हैं। हालांकि, नए अवसरों के साथ नए चुनौतियां भी आएंगी जिसके कारण आपके जीवन में मानसिक तनाव बढ़ सकता है। लेकिन कुल मिलाकर, आपके लिए यह गोचर अच्छे नतीजे लेकर आएगा। 

सिंह

सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य देव लग्न भाव के स्वामी हैं और अब वह आठवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। यह भाव अचानक से धन लाभ और नुकसान को दर्शाता है। इस दौरान आपको दिल, आंखों और हड्डियों से संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए आपको, अपनी सेहत का ख़ास ख्याल रखने की सलाह दी जाती है। अपनी सेहत को लेकर ज़रा भी लापरवाही न बरतें क्योंकि ऐसा करने से आपको दिक्कत हो सकती है। चूंकि, सूर्य देव पिता का प्रतिनिधित्व भी करते हैं, इसलिए उनके स्वास्थ्य का भी विशेष ख्याल रखें।

कन्या

सूर्य देव आपकी कुंडली के बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब वह सातवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इस गोचर के परिणामस्वरूप आप अपने पार्टनर या जीवनसाथी के साथ विवादों में पड़ सकते हैं। सातवें भाव से सूर्य देव आपकी कुंडली के पहले भाव पर दृष्टि डाल रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप आपको सिरदर्द की शिकायत होने की आशंका है। स्वास्थ्य के बारे में बात करें तो, आपको डायबिटीज, गले से संबंधित परेशानी और ब्लड प्रेशर की शिकायत हो सकती है, इसलिए सावधानी बरतें।

तुला

आपकी कुंडली के ग्यारहवें भाव पर सूर्य देव का शासन है और अब वह छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। छठा भाव बीमारियों को दर्शाता है और इस गोचर के परिणामस्वरूप आपको गले और पेट के निचले हिस्से से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आपको सलाह दी जाती है कि डॉक्टर के पास जाकर अपने पूरे शरीर की जांच करा लें क्योंकि यह आपके लिए मददगार साबित होगा। हालांकि, यह पूरी तरह से आपकी कुंडली पर सूर्य की स्थिति पर निर्भर करता है कि कोई रोग आपको कितना प्रभावित करेगा।

वृश्चिक

सूर्य देव आपकी कुंडली के दसवें भाव के स्वामी हैं और अब यह पांचवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य का मीन राशि में गोचर फायदेमंद साबित होगा। इस दौरान आपकी सेहत बेहतर रहेगी। आपको बस अपनी दिनचर्या का सही रूप से पालन करने की सलाह दी जाती है और उसी की मदद से आपका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा।  

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धनु

सूर्य देव आपकी कुंडली के नौवें भाव के स्वामी हैं और अब वह चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। चूंकि, सूर्य देव चौथे भाव में अपना दिग्बल यानी की दिशाओं का बल खो देते हैं। इसके परिणामस्वरूप आपके घर का माहौल अशांत होने की आशंका है और इसी कारण आपके जीवन में परेशानियां पैदा हो सकती हैं। बिगड़ते पारिवारिक माहौल का असर आपकी मानसिक शांति पर पड़ने की आशंका है। संभव है कि आप स्ट्रेस के शिकार हो जाएं। आपकी जन्म कुंडली में सूर्य देव की मौजूदगी के अनुसार आपको दिल और छाती से संबंधित दिक्कतें आ सकती हैं। सूर्य का मीन राशि में गोचर आपकी माता जी के स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है, इसलिए सावधान रहें।

मकर

सूर्य देव आपकी कुंडली के आठवें भाव पर शासन करते हैं और यह अब यह तीसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इस गोचर के दौरान आपकी माता या बहन को हाथ, स्किन से संबंधित एलर्जी की परेशानी होने की आशंका है। आपको भी तनाव, ब्लड प्रेशर और डिप्रेशन की शिकायत हो सकती है, इसलिए आपको सलाह दी जाती है कि सेहत को लेकर लापरवाही न करें और बीमार होने पर डॉक्टर की सलाह तुरंत लें क्योंकि स्वास्थ्य को नज़रअंदाज़ करना आपके लिए चिंताजनक हो सकता है।

कुंभ

सूर्य देव आपकी कुंडली के सातवें भाव के स्वामी हैं और अब वह दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। स्वास्थ्य की नज़र से देखा जाए तो, आपके लिए सूर्य का मीन राशि में गोचर सकारात्मक परिणाम लेकर आएगा। इस दौरान आपको खांसी-जुकाम और पेट से संबंधित छोटी-मोटी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, किसी भी तरह की बड़ी दिक्कत आपके जीवन में नहीं आएगी। साथ ही आपके परिवार के सदस्यों की सेहत भी अच्छी बनी रहने की संभावना है, इसलिए कुंभ राशि के जातकों को चिंता करने की जरूरत नहीं है।

मीन

सूर्य देव आपकी कुंडली के छठे भाव पर शासन करते हैं और अब वह पहले भाव में गोचर करने जा रहे हैं। अगर आप किसी भी छोटी-बड़ी बीमारी से ग्रस्त हैं, तो सूर्य का मीन राशि में गोचर आपके लिए दिक्कतें बढ़ा सकता है। सूर्य देव की दृष्टि आपकी कुंडली के सातवें भाव पर पड़ने जा रही है और इसके परिणामस्वरूप आपके वैवाहिक जीवन में उथल-पुथल होने की आशंका है। आप अपने साथी के साथ विवादों में पड़ सकते हैं जिसका नकारात्मक प्रभाव आपके रिश्ते पर होने की संभावना है। अगर आप बिज़नेस करते हैं, तो आपको पार्टनर के साथ विवादों का सामना करना पड़ सकता है। इसके परिणामस्वरूप, मानसिक तनाव, चिंता, माइग्रेन आदि रोग परेशान कर सकते हैं। मीन राशि के जातकों के लिए एक ही सलाह है कि अपने अहंकार को कम करें, नहीं तो आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।

सूर्य का मीन राशि में गोचर: सरल ज्योतीषीय उपाय

  • आदित्य हृदयम स्त्रोत का प्रतिदिन जाप करें।
  • जरूरतमंदों को लाल रंग के कपड़े दान करें।
  • रविवार को मंदिर में अनार दान करें।
  • तांबे के बर्तन में एक चुटकी सिंदूर मिलाकर सूर्य देव को अर्घ्य दें।
  • प्रतिदिन सूर्य यंत्र की पूजा करें।
  • रोज़ाना विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें।

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