सूर्य ग्रह को अपने शुष्क और गर्म स्वभाव के कारण ज्योतिष में थोड़ा अशुभ ग्रह माना गया है। ज्योतिष के अनुसार, सूर्य ग्रह शक्ति का घर है और सभी ग्रह उसके महान गुरुत्वाकर्षण बल के कारण उसकी परिक्रमा करते हैं। सूर्य ग्रह सभी व्यक्तियों के जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए और सर्वशक्तिमान भी माना गया है। इसके अलावा सूर्य सौर मंडल का सबसे शक्तिशाली ग्रह भी है और उसे हमारे सौर मंडल का पिता या राजा माना जाता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, सूर्य को सभी जीवित प्राणियों का आत्मा का कारक भी माना जाता है।
सूर्य ग्रह सिंह राशि का स्वामी है। इसके अलावा जहाँ मेष राशि (10 डिग्री) में इसे उच्च का माना गया है वहीं तुला राशि (10 डिग्री) में यह नीच का होता है। सूर्य की स्थिति का व्यक्ति के जीवन पर बहुत प्रभाव पड़ता है। जिन व्यक्तियों की कुंडली में सूर्य ग्रह शुभ स्थिति में होता है उनके लिए सूर्य जीवन के सभी क्षेत्रों में, मुख्य रूप से व्यवसाय के क्षेत्र में साहस, राजनीतिक शक्ति और प्रसिद्धि लाता है। वहीं इसके विपरीत यदि कुंडली में सूर्य प्रतिकूल रूप से मौजूद होता है तो यह जातक के मानसिक विकार, तनाव और अहंकारी स्वभाव की वजह भी बन सकता है।
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सूर्य गोचर समय
अब बात करें सूर्य गोचर के समय की तो, कन्या राशि में सूर्य का गोचर 17 सितंबर 2021 को दोपहर 1:02 बजे होगा। और यह 17 अक्टूबर दोपहर 1:00 बजे तक कन्या राशि में ही रहेगा और उसके बाद तुला राशि में प्रवेश कर जाएगा।
- सूर्य ग्रह एक राशि में तकरीबन एक महीने तक रहता है और फिर दूसरी राशि में गोचर कर जाता है।
- सूर्य ग्रह से संबंधित रत्न की बात करें तो, रत्न माणिक है।
- इसके अलावा बात करें सूर्य द्वारा शासित शरीर के विभिन्न अंगों की तो इसमें हृदय, सिर, मस्तिष्क, हड्डियां, आंखें, फेफड़े, छाती और पेट शामिल हैं।
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गोचरफल
आगे बढ़ते हैं और जानते हैं सूर्य ग्रह के गोचर का सभी बारह राशियों के जीवन पर क्या कुछ शुभ अशुभ प्रभाव पड़ने वाला है।
यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें:
चंद्र राशि कैलकुलेटर
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य पंचम भाव का स्वामी है और वर्तमान गोचर के दौरान यह आपके छठे भाव में गोचर करेगा। यह भाव कर्ज, शत्रु और रोग का कारक माना जाता है। इस राशि के…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य चौथे भाव का स्वामी है और आपके प्यार, रोमांस, संतान, भावनाओं आदि के पांचवें घर में इसका गोचर होगा। इस अवधि के दौरान …..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य तीसरे घर का स्वामी है और माता, आराम और विलासिता के चौथे घर में यह गोचर करेगा। यह गोचर किसी भी पारिवारिक मुद्दे…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए सूर्य दूसरे घर का स्वामी है। कन्या राशि में गोचर के दौरान सूर्य आपके साहस-पराक्रम, भाई-बहनों और छोटी यात्राओं के तृतीय भाव में होगा। इस गोचर के दौरान…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
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सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य प्रथम भाव का स्वामी है और परिवार, धन और वाणी के आपके दूसरे भाव में यह गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य द्वादश भाव का स्वामी है और आत्म और व्यक्तित्व के आपके पहले भाव में यह गोचर कर रहा है। इस दौरान वित्तीय मोर्चे के लिए…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए, सूर्य एकादश भाव का स्वामी है। सूर्य का गोचर आपके विदेशी लाभ, आध्यात्मिकता और व्यय के भाव में हो रहा है। यह समय आपके लिए…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए, सूर्य दसवें घर का स्वामी है और आपके आय, लाभ और इच्छा के ग्यारहवें घर में इसका गोचर हो रहा है। सूर्य का यह गोचर आपके लिए …..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए, सूर्य नौवें घर का स्वामी है और आपके करियर, नाम और प्रसिद्धि के दसवें घर में यह गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान आपको…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
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मकर राशि
मकर राशि वालों के लिए, सूर्य आठवें घर का स्वामी है और आपके भाग्य, धर्म, आध्यात्म के नौवें घर में यह गोचर कर रहा है। इस अवधि के दौरान इस राशि…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
कुम्भ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए, सूर्य सातवें घर का स्वामी है और आपके आठवें घर में यह गोचर कर रहा है। आठवां भाव अचानक हानि / लाभ और मृत्यु का भाव कहा जाता है। इस गोचर के दौरान…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए सूर्य छठे घर का स्वामी है और यह आपके विवाह और भागीदारी के सातवें घर में गोचर कर रहा है। इस गोचर के दौरान मीन राशि के जातक…..(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)
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