4 दिसंबर को साल का अंतिम सूर्य ग्रहण: कैसा रहेगा आपकी राशि पर प्रभाव

सूर्य ग्रहण हो अथवा चंद्र ग्रहण, इसे खगोल और ज्योतिष की दुनिया में महत्वपूर्ण माना जाता है। ग्रहण का प्रभाव हमारे जीवन पर अवश्य ही दिखाई देता है इसलिए यह जानना बेहद आवश्यक होता है कि जो भी ग्रहण होने वाला है, वह किस प्रकार हमारे जीवन को प्रभावित करेगा और उसके संदर्भ में हमें क्या क्या सावधानियां रखनी चाहिए। क्या हम कुछ सावधानियों के साथ ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव को दूर कर सकते हैं और स्वयं को सूर्य ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचा सकते हैं? तो आइए आज हम इस आलेख के माध्यम से आपको इस संदर्भ में पूरी जानकारी प्रदान करने की कोशिश कर रहे हैं। 

सूर्य देव को जगत की आत्मा कहा जाता है। यह अपने प्रकाश से सभी जीव धारियों को जीवन देते हैं और इसी से हमें प्रकाश में प्राप्त होता है, जो वास्तव में ऊर्जा और जीवन का कारक बनता है। यही कारण है कि सूर्य देव आरोग्य के कारक ग्रह माने जाते हैं इसलिए जब सूर्य ग्रहण की घटना होती है तो उसमें पृथ्वी पर सूर्य से प्राप्त होने वाले प्रकाश में कमी आती है जो कि कहीं ना कहीं हमारे जीवन को प्रभावित करती ही है। इन्हीं सब वजहों के चलते सूर्य ग्रहण के बारे में जानना आवश्यक हो जाता है। यदि आपके मन में भी अपने जीवन को लेकर किसी भी तरह का कोई सवाल है तो अभी हमारे विशेषज्ञ ज्योतिषियों से आप उससे जुड़े प्रश्न पूछ सकते हैं।

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साल 2021 के अंतिम सूर्य ग्रहण का समय

यह सूर्य ग्रहण शनिवार के दिन अर्थात 4 दिसंबर 2021 को मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन आकार लेगा। यह सूर्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार प्रातः काल 10 बजकर 59 मिनट से अपराह्न 15 बजकर 07 मिनट तक घटित होगा। इस प्रकार एक लंबी अवधि तक चलने वाला यह एक खग्रास अर्थात पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। भारतीय ज्योतिष के अनुसार यह सूर्य ग्रहण वृश्चिक राशि में ज्येष्ठा नक्षत्र के अंतर्गत आकार लेने वाला है। 

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कहां नजर आएगा यह सूर्यग्रहण 

यदि हिंदू पंचांग की बात करें तो उसके अनुसार यह विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में दृश्य मान होगा। इन सभी क्षेत्रों में मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया, तस्मानिया, मेडागास्कर, दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, दक्षिण जॉर्जिया, नामीबिया, जैसे देश शामिल हैं। इन सभी स्थानों पर यह ग्रहण दृश्य मान्य होगा। इनके अतिरिक्त यह सूर्य ग्रहण दक्षिण महासागर और अंटार्कटिका में भी दिखाई देगा। 

वैसे तो यह एक पूर्ण सूर्य ग्रहण है जो उपरोक्त स्थानों पर नजर आएगा लेकिन कुछ विशेष क्षेत्रों जैसे कि दक्षिण अमेरिका के दक्षिणी भागों, हिंद महासागर के कुछ हिस्सों, ऑस्ट्रेलियाई महाद्वीप के दक्षिणी भाग, दक्षिणी अटलांटिक महासागर, अफ्रीकी महाद्वीप के दक्षिण भाग, आदि क्षेत्रों में आंशिक रूप से दृश्य मान होगा। 

भारतवर्ष में यह सूर्य ग्रहण कहीं से भी दिखाई नहीं देगा और भारत के पड़ोसी देशों में भी इसकी स्थिति दृश्यमान होने की नहीं रहेगी इसलिए इन क्षेत्रों में ग्रहण का सूतक काल भी मान्य नहीं होगा। भारत के अतिरिक्त अन्य देशों की बात करें तो नेपाल, श्रीलंका, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, उत्तरी प्रशांत महासागर, संयुक्त अरब अमीरात, ऑस्ट्रेलिया का अधिकांश भाग, यूरोप और उत्तरी अमेरिका महाद्वीप के काफी देशों में भी यह सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा। 

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क्या होता है खग्रास सूर्य ग्रहण?

यदि खगोल विज्ञान के अनुसार बात की जाए तो जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा इस स्थिति में आ जाएं कि चंद्रमा, पृथ्वी और सूर्य के बीच स्थित हो और पृथ्वी से सूर्य कुछ समय के लिए दिखाई देना बंद हो जाए अर्थात वह काला महसूस होने लगे क्योंकि उसका प्रकाश पृथ्वी पर सीधा ना आकर चंद्रमा उसके भाग को ढक ले तो ऐसी स्थिति में जब पूर्ण रूप से सूर्य ग्रसित नजर आए तो उसे खग्रास या पूर्ण सूर्यग्रहण कहा जाता है।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार राहु और केतु ग्रहण लगाने के लिए महत्वपूर्ण माने जाते हैं। समय-समय पर राहु और केतु सूर्य और चंद्र ग्रहण लगाते हैं जिसकी वजह से जीवन प्रभावित होता है।   

सूर्य ग्रहण का सूतक काल

प्रत्येक ग्रहण के लिए सूतक काल का विशेष महत्व होता है क्योंकि यह एक निश्चित अवधि होती है, जिसमें कुछ विशेष कार्य को करने की मनाही होती है जो कि ज्यादा अनुकूल नहीं माने जाते हैं। सूर्य ग्रहण का सूतक सूर्य ग्रहण लगने से लगभग 4 प्रहर पूर्व शुरू हो जाता है अर्थात लगभग 12 घंटा पहले और सूतक काल सूर्य ग्रहण की समाप्ति के  साथ ही समाप्त हो जाता है। सूतक काल के दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। यही वजह है कि इस दौरान सभी मंदिरों और धार्मिक स्थलों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं और इस दौरान मूर्तियों को स्पर्श करना या पूजा पाठ करना, भोजन पकाना या भोजन खाना आदि भी वर्जित कार्य माने जाते हैं।  

उपरोक्त बताए गए देशों में जहां यह सूर्य ग्रहण पूर्ण रूप से दिखाई देगा, वहां ग्रहण का सूतक काल ग्रहण की अवधि से चार पहर पूर्व शुरू हो जाएगा जबकि हमारे देश भारत में सूर्य ग्रहण की दृश्यता ना होने के कारण यहां किसी भी प्रकार का सूतक काल मान्य नहीं होगा इसलिए सूर्य ग्रहण से संबंधित कोई भी नियम पालन करना आवश्यक नहीं होगा। यही वजह है कि सूर्य ग्रहण के दिन अर्थात मार्गशीर्ष अमावस्या को किए जाने वाले सभी धार्मिक क्रियाकलाप निर्बाध रूप से संचालित किए जा सकते हैं और जप, तप, पुण्य, दान, स्नान, आदि के कार्य भी सुचारू रूप से किए जाएंगे। यदि आप ग्रहों की स्थिति के अनुसार अपने बारे में विस्तृत जानकारी और व्यक्तिगत मार्गदर्शन प्राप्त करना चाहते हैं, तो एस्ट्रोसेज बृहत् कुंडली आपके लिए मददगार विकल्प साबित हो सकती है।

4 दिसंबर 2021 के खग्रास सूर्य ग्रहण का विभिन्न राशियों पर प्रभाव

सूर्य ग्रहण एक विशेष और महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना भी है जिसका प्रत्येक जीवधारी पर प्रभाव किसी न किसी रूप में अवश्य दृश्य मान होता है। यह सूर्य ग्रहण जो कि एक पूर्ण सूर्य ग्रहण है, वृश्चिक राशि के ज्येष्ठा नक्षत्र में होगा। इसका अर्थ यह है कि वृश्चिक राशि वाले लोगों को विशेष रूप से ध्यान देना होगा क्योंकि इस ग्रहण का प्रभाव उनके ऊपर सबसे ज्यादा होगा और ज्येष्ठा नक्षत्र में जन्मे लोगों को मुख्य रूप से सभी सावधानी बरतनी चाहिए। आइए अब जानते हैं कि आपकी राशि के अनुसार 4 दिसंबर 2021 के इस खग्रास सूर्य ग्रहण का क्या प्रभाव दिखाई दे सकता है:

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मेष राशि

आपको इस दौरान किसी भी प्रकार के अपमान का सामना करने की स्थिति बन सकती है इसलिए कोई भी ऐसा कार्य ना करें, जो इसका कारण बन जाए और आपका मान सम्मान खतरे में आ जाए। इस दौरान आपका कोई पुराना राज़ भी बाहर निकल सकता है। स्वास्थ्य से संबंधित चिंताएं बढ़ेंगी। आप अपने खान-पान को अच्छा रखें ताकि स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सके। किसी भी प्रकार के धन का निवेश सोच समझकर ही करें नहीं तो धन हानि संभव है। 

वृषभ राशि 

यदि आपका जन्म वृषभ राशि  के अंतर्गत हुआ है तो आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए। इस ग्रहण के प्रभाव से आपका स्वास्थ्य पीड़ित हो सकता है। इसके अतिरिक्त आपके निजी अर्थात दांपत्य जीवन में भी तनाव बढ़ने की आशंका हो सकती है। यदि आप व्यापार करते हैं तो व्यापारिक योजनाओं में देरी या संपर्कों में कमी हो सकती है जिससे आपका व्यापार प्रभावित हो सकता है। अपने व्यावसायिक साझेदार से अच्छे संबंध बनाए रखें ताकि कोई समस्या ना आए।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लोगों को सभी प्रकार की समस्याओं से मुक्ति मिलने के योग बनेंगे। यदि आप नौकरी की तलाश में है तो रोजगार प्राप्ति से मन में खुशी आएगी। आप अपने विरोधियों पर भारी पड़ेंगे और कोर्ट कचहरी तथा मुकदमों में आपकी विजय होगी। आपका मनोबल बढ़ेगा तथा कार्य सिद्धि होने से धन की प्राप्ति भी होगी और आप अपनी योजनाओं में सफल होंगे। 

कर्क राशि 

आपके लिए लंबी यात्राएं करना ज्यादा अनुकूल नहीं रहेगा इसलिए यात्रा पर जाने से पहले पूरी सावधानी रखें ताकि किसी भी तरह की परेशानी का सामना ना करना पड़े। पिताजी से संबंधों पर असर पड़ सकता है। गुरुजनों से सम्मानित व्यवहार करना आवश्यक होगा। कठिन प्रयासों के बाद आपका भाग्य साथ देगा और कार्य में सफलता मिलने की संभावना बनेगी। 

सिंह राशि 

कार्यक्षेत्र में उतार-चढ़ाव की स्थिति बन सकती है। आपको अपने कार्य पर विशेष रूप से फोकस करना होगा नहीं तो कोई ना कोई ऐसी गलती हो सकती है, जिसके लिए आप से सवाल जवाब किए जा सकते हैं। पारिवारिक जीवन में थोड़ा सा तनाव देखने को मिल सकता है लेकिन ध्यान रखें कि इसका असर आपके काम पर न आने पाए। आप मान सम्मान के प्रति काफी सजग नजर आएंगे। 

कन्या राशि 

आप कन्या राशि में जन्मे हैं तो यह सूर्य ग्रहण आपके अंदर साहस और पराक्रम का समावेश करेगा। आपके अंदर उत्साह और उल्लास बढ़ेगा तथा आप सफलता प्राप्ति के लिए और भी ज्यादा प्रयत्नशील नजर आएंगे। आपके जीवन में प्रयासों की संख्या बढ़ेगी और मित्रों का समर्थन आपको आगे बढ़ने में सफलता प्रदान करेगा। आपकी खुद की कार्यकुशलता आपके लिए अच्छे परिणाम प्रदान करने वाली रहेगी।

तुला राशि 

खर्चों में बढ़ोतरी होने की संभावना रहेगी और स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। स्वास्थ्य के ऊपर भी खर्च हो सकता है और पिता के साथ संबंधों पर असर पड़ेगा जिससे पारिवारिक माहौल में कुछ निराशा आ सकती है। आपको किसी भी तरह के मानसिक तनाव से दूर रहने की कोशिश करनी चाहिए क्योंकि यह आपको परेशान कर सकता है। बिना सोचे समझे धन का निवेश कहीं भी ना करें। 

वृश्चिक राशि 

यह खग्रास सूर्यग्रहण विशेष रूप से आपकी ही राशि में आकार ले रहा है इसलिए आपको अपने स्वास्थ्य का सर्वाधिक ध्यान रखना होगा। वित्त संबंधित समस्याएं ज्यादा परेशान कर सकती हैं। मानसिक तनाव और किसी भी प्रकार की दुर्घटना के प्रति सतर्कता रखनी चाहिए। अपने उद्देश्यों को समझकर प्राथमिकताओं को निर्धारित करना आवश्यक होगा अन्यथा कार्य में विलंब और रुकावट आ सकती है। 

धनु राशि

धनु राशि के लोगों के खर्चों में अधिक वृद्धि देखने को मिल सकती है और यदि आप इस पर नियंत्रण नहीं रख पाए तो आप को आर्थिक तौर पर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है और इससे आपके मानसिक तनाव में भी बढ़ोतरी हो सकती है। स्वास्थ्य के प्रति उदासीनता आपको महंगी पड़ सकती है इसलिए आपको अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखना चाहिए और यदि स्थिति बिगड़ने लगे तो तुरंत समय गवाएं बिना चिकित्सक से संपर्क करना चाहिए। 

मकर राशि

मकर राशि के लोगों को आर्थिक चुनौतियों से छुटकारा मिलेगा और आपकी आमदनी में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। आपकी राशि के नौकरीपेशा लोगों के संबंध अपने वरिष्ठ अधिकारियों से बढ़िया होंगे और कुछ महत्वपूर्ण लोगों से भी संपर्क बनेंगे जो आपके जीवन में आगे बढ़ने वाले होंगे। आपको अपने कार्यों का अच्छा प्रतिफल प्राप्त होगा और यह समय उन्नति कारक हो सकता है। 

कुंभ राशि 

यदि आपका जन्म कुंभ राशि के अंतर्गत हुआ है तो यह आपके लिए अनुकूल समय रहने वाला है। आपके करियर में किसी भी प्रकार की समस्या आ रही है तो वह अब दूर हो जाएगी तथा रोजगार प्राप्ति के अवसर भी प्राप्त होंगे। यदि आप नौकरी में बदलाव चाहते हैं तो वह भी आपको मिल सकता है। आपके सामाजिक उत्थान का समय रहेगा और आपको मान सम्मान की प्राप्ति होगी तथा समाज में आप का रुतबा बढ़ेगा। 

मीन राशि

आपको अपनी संतान को लेकर थोड़ी चिंता रहेगी और आप थोड़े से गंभीर नजर आएंगे। प्रेमी जोड़ों के लिए यह समय तनावपूर्ण हो सकता है और आप के रिश्ते में गलतफहमी या लड़ाई झगड़े की स्थिति बन सकती है। विद्यार्थियों के लिए यह समय थोड़ा चुनौतीपूर्ण होगा और उन्हें अपनी एकाग्रता को बढ़ाने पर ध्यान देना होगा अन्यथा शिक्षा में समस्याएं आ सकती हैं। 

ग्रहण से संबंधित कुछ विशेष मान्यताएं और रीति रिवाज

  • सूर्य ग्रहण के दौरान भोजन करने से परहेज करना चाहिए। हालांकि जो लोग वृद्ध हैं अथवा छोटे बालक हैं या किसी रूप से बीमार हैं, उन्हें भोजन करने में कोई मनाही नहीं है। 
  • सूर्य ग्रहण के दौरान किसी भी मूर्ति का स्पर्श नहीं करना चाहिए और ना ही सामान्य रूप से की जाने वाली पूजा करनी चाहिए। हां, आप चाहें तो इस दिन कोई विशेष मंत्र जाप कर सकते हैं। यही वजह है कि ग्रहण काल का सूतक शुरू होते ही मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। 
  • ग्रहण काल में किए जाने वाले जप का कई गुना फल प्राप्त होता है इसलिए यदि आपके परिवार में कोई समस्या है या कोई व्यक्ति विशेष रूप से बीमार है तो इस दिन मंत्र जाप करना चाहिए। 
  • ग्रहण काल में गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए और विशेषतौर पर उन्हें ग्रहण काल में घर से बाहर नहीं जाना चाहिए।
  • ग्रहण काल के दौरान किसी भी प्रकार का काटना, सिलना, सोना, आदि कार्य नहीं करने चाहिए। 
  • सूर्य ग्रहण के दौरान किसी विशेष पुस्तक का पाठ किया जा सकता है अथवा ईश्वर का जप किया जाना चाहिए।  
  • सूर्य ग्रहण की समाप्ति के बाद सर्वप्रथम अपने घर को शुद्ध करना चाहिए और साफ सफाई का कार्य करना चाहिए। 
  • साफ सफाई के उपरांत घर में स्वच्छ और ताजा भोजन पकाना चाहिए और तभी सब को खाना चाहिए। 
  • अपने मंदिर में उपस्थित देवी देवताओं की मूर्तियों को स्नान करा कर स्वच्छ कर लेना चाहिए और उसके बाद धूप और दीप से उनकी पूजा करनी चाहिए। 
  • ग्रहण काल के दौरान ऐसे भोज्य पदार्थ अथवा पेय पदार्थ, जिन्हें संभाल कर रखना हो, उसमें तुलसी के पत्ते डाल देना चाहिए।
  • सूर्य ग्रहण का समय किसी भी दान पुण्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण और अच्छा माना जाता है इसलिए इस दिन ग्रहण काल में दान पुण्य करने का संकल्प लें और ग्रहण की समाप्ति पर ही वह दान सामग्री किसी सुपात्र को दे दें। 

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सूर्य ग्रहण के दौरान रखी जाने वाली सावधानियां

  • सूर्य का प्रकाश काफी तीव्र होता है इसलिए सूर्य ग्रहण को नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से आपकी आंखों का रेटिना प्रभावित हो सकता है और आपकी आंखों की रोशनी भी जा सकती है। 
  • ग्रहण के दौरान भोजन करने की मनाही होती है लेकिन जो लोग वृद्ध हैं या ज्यादा लंबे समय तक भूखे नहीं रह सकते हैं, उन्हें किसी भी तरह का उपवास नहीं करना चाहिए और बुजुर्ग, बालक तथा बीमार व्यक्ति को ग्रहण काल में भी भोजन करने की आवश्यकता महसूस हो तो कर लेना चाहिए। 
  • यदि आप ग्रहण काल के दौरान भोजन ग्रहण नहीं कर रहे हैं तो ग्रहण की समाप्ति के बाद आप को सर्वप्रथम फल खाना चाहिए क्योंकि इससे आपको एंटीऑक्सीडेंट की प्राप्ति होगी तो आपके शरीर को डिटॉक्स करने में सहायता करेंगे और आपकी एनर्जी बढ़ जाएगी। 

इस ग्रहण के बारे में यदि आप और कुछ जानना चाहते हैं तो आचार्य मृगांक से अभी फोन पर जुड़ें 

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आशा करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

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