ग्रहों के राजा सूर्य कर रहे हैं गोचर, जानें आपकी राशि पर इसका प्रभाव!

सूर्य का  मिथुन राशि में गोचर (14 जून, 2020)

ग्रहों का गोचर व्यक्ति के जीवन को कई तरह से प्रभावित करता है और ज्योतिष में भी यह घटना बेहद खास मानी जाती हैआप अपनी व्यक्तिगत और विस्तृत बृहत् कुंडली रिपोर्ट द्वारा ग्रहों की स्थिति, उनकी गति, और आपके जीवन पर योगों के गठन से पड़ने वाले प्रभाव की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

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ग्रहों के राजा सूर्य 14 जून 2020, रविवार को रात 11.40 बजे वृषभ राशि से मिथुन राशि में गोचर करेंगे और 16 जुलाई प्रातः 10:32 बजे, कर्क राशि में प्रवेश कर जायेंगे। कुल एक महीने तक सूर्य देव मिथुन राशि में विराजमान रहेंगे और वहीँ से सभी राशियों पर दृष्टि डालेंगे।

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ज्योतिष के अनुसार यदि किसी व्यक्ति का सूर्य अच्छा हो तो उसे नाम, पद, प्रतिष्ठा मिलती है और वह अपने जीवन में अनेकों सुख पाता है, वहीँ यदि किसी का सूर्य खराब हो जाए तो पिता के साथ रिश्ते ख़राब होते हैं, हड्डियों से जुड़ी परेशानी होती है और सरकारी कार्यों में बाधा उत्पन्न होती है। तो अब यह देखना होगा कि सूर्य का यह गोचर किन राशिवालों के जीवन में लाएगा बहार और किनके जीवन में आएँगी ढ़ेरों चुनौतियाँ। चलिए जानते हैं सूर्य के राशि परिवर्तन का असर सभी 12 राशि के जातकों पर- 

यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए यहाँ क्लिक करें

मेष राशि 

आपके पंचम भाव का स्वामी सूर्य आपके तृतीय भाव में गोचर कर रहा है। इस भाव को साहस और पराक्रम का भाव भी कहा जाता है। सूर्य का यह गोचर घूमने फिरने और पेशेवर यात्राओं के लिए शुभ फलदायी रहेगा। मेष राशि के जातक इस दौरान…आगे पढ़ें 

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों के लिये सूर्य चतुर्थ भाव का स्वामी है और गोचर काल में यह आपके द्वितीय भाव में होगा। इस भाव को संचार, धन और वाणी का भाव भी कहा जाता है। सूर्य के गोचर के दौरान आपको किसी पर भी अत्यधिक…आगे पढ़ें

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के लोग अनावश्यक रूप से आक्रामक होंगे क्योंकि सूर्य का गोचर आपके व्यक्तित्व के भाव में होने से आप में आक्रामकता और गुस्से की अधिकता देखी जा सकती है। इस राशि वालों को अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिये बहुत मेहनत करनी पड़ेगी क्योंकि सूर्य आपके…आगे पढ़ें 

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कर्क राशि 

कर्क राशि के जातक कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर सकते हैं, जैसे सिरदर्द, बुखार, आँखों की समस्याएं क्योंकि सूर्य व्यय, मोक्ष और हानि के अपने बारहवें भाव में गोचर कर रहा है। निवेश उचित जांच के बाद किया जाना चाहिए, अन्यथा आप इस प्रक्रिया में…आगे पढ़ें 

सिंह राशि 

सिंह राशि वाले महत्वाकांक्षी होंगे क्योंकि सूर्य का गोचर उनके मुनाफे और सफलता के घर में हो रहा है। यह गोचर आपको वो सफलता दिलाएगा जिसका इंतजार आप लंबे समय से कर रहे थे। इस गोचर के दौरान आपका नेतृत्व, प्रशासनिक और संगठनात्मक कौशल…आगे पढ़ें 

कन्या राशि 

यह गोचर कन्या राशि के लिए लोगों के लिये अनुकूल होने जा रहा है क्योंकि सूर्य आपके करियर के दसवें घर में स्थित है और इससे जीवन के लक्ष्यों, करियर आदि के बारे में पता चलता है। दसवें भाव में सूर्य देव दिग्बली होते हैं इसलिये आपका करियर इस दौरान…आगे पढ़ें

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तुला राशि 

धर्म, पिता, आध्यात्मिकता, यात्रा और भाग्य के नौवें घर में सूर्य का गोचर आपके पिता या पितातुल्य लोगों के साथ कुछ वैचारिक मतभेदों को दर्शा रहा है। कभी-कभी क्रूर कहलाए जाने वाले सूर्य के गोचर से जीवन में आने वाले अवसरों और भाग्य पर भी…आगे पढ़ें

वृश्चिक राशि  

वृश्चिक राशि के लोगों को अपने पेशे और करियर में इस सप्ताह उतार-चढ़ावों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि सूर्य आपके परिवर्तन और अनिश्चितता के अष्टम भाव में गोचर कर रहा है। किसी घोटाले में जबरन आपका नाम डाला जा सकता है जिसके परिणामस्वरूप…आगे पढ़ें

धनु राशि 

सातवें भाव में सूर्य के इस गोचर के दौरान धनु राशि के जातकों को मिलीजुली और दिलचस्प फल मिलेंगे। यह भाव विवाह, साझेदारी और रिश्तों का भाव कहलाता है। चूँकि इसका आपके लग्न भाव पर सीधा पहलू होगा, इसलिए आपका नेतृत्व कौशल को बढ़ेगा, जिससे मुश्किल…आगे पढ़ें

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मकर राशि 

सूर्य का गोचर आपके षष्ठम भाव में होगा। इस भाव को शत्रुओं, प्रतियोगिताओं और रोगों का भाव कहा जाता है। इस भाव में सूर्य का गोचर आपके लिये अच्छा रहेगा है। आप अपने प्रतिद्वंदियों पर विजय प्राप्त करेंगे। आपकी प्रतिरोधक क्षमता भी…आगे पढ़ें 

कुंभ राशि  

सूर्य जोकि आपके विवाह और साझेदारी के सातवें घर का स्वामी है, आपके प्रेम, शिक्षा और बुद्धि के पंचम भाव में गोचर कर रहा है। इस अवधि में आपके कठोर और ज़िद्दी रवैये से प्यार और रिश्तों में कुछ परेशानी आ सकती है। यह उच्च अध्ययन करने वाले छात्रों के लिए…आगे पढ़ें

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मीन राशि 

मीन राशि के जातक अपने दिल में थोड़ा महसूस कर सकते हैं। इसकी वजह यह है कि आत्मा का कारक ग्रह आपके कमजोर भाव (चतुर्थ) में है।  चतुर्थ भाव को आराम, माँ और विलासिता का भाव माना जाता है। अपनी माँ के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हो सकते हैं। घर या कार्यालय मेंआगे पढ़ें

आशा करते हैं इस लेख में दी गयी जानकारी आपको पसंद आयी होगी।

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Dharma

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