वैदिक ज्योतिष में सूर्य को ग्रहों के राजकुमार का दर्जा प्राप्त है। प्राकृतिक राशि से सूर्य पंचम भाव का स्वामी माना गया है। सूर्य ग्रह पिता, प्रशासन, शासन, आदि का कारक भी माना जाता है। सूर्य ग्रह का महत्व इसी बात से जाना जा सकता है कि, इसे महत्वपूर्ण ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करने वाला माना जाता है और बिना सूर्य के इस धरती पर जीवन की कल्पना करना भी असंभव है।
किसी व्यक्ति की कुंडली में यदि सूर्य मेष राशि में शुभ स्थिति में विराजमान है तो ऐसे व्यक्ति जीवन में तेजी से प्रगति करते हैं और इन लोगों की निर्णय लेने की क्षमता शानदार रहती है। ऐसे लोग त्वरित फैसले लेने के लिए जाने जाते हैं। वहीं दूसरी तरफ जिन व्यक्तियों की कुंडली में सूर्य ग्रह तुला राशि में कमजोर स्थिति में होता है ऐसे लोग अक्सर बीमार रहते हैं और इन्हें कार्य क्षेत्र में तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
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जिन व्यक्तियों की कुंडली में सूर्य मजबूत स्थिति में विराजमान होता है ऐसे लोगों के सरकारी नौकरी लगने के योग प्रबल होते हैं। वहीं दूसरी तरफ जिन लोगों की कुंडली में सूर्य दुर्बल अवस्था में होता है ऐसे लोग कम वेतन वाली या कम संतुष्ट वाली नौकरी करने के लिए मजबूर रहते हैं। यानी कि सरल शब्दों में कहा जाए तो किसी व्यक्ति के जीवन में धन, नौकरी, मान-सम्मान कैसा और कितना रहने वाला है यह कुंडली में सूर्य की स्थिति पर निर्भर करता है।
सूर्य का धनु राशि में गोचर 2021: तिथि और समय
सूर्य धनु राशि में 16 दिसंबर 2021 गुरुवार के दिन 30 दिनों की अवधि के लिए धनु राशि में गोचर कर रहे हैं। यह गोचर सुबह 3 बजकर 58 मिनट पर होगा और इसके बाद 14 जनवरी 2022 तक सूर्य इसी राशि में रहेंगे।
सूर्य के धनु राशि में गोचर का भारत पर प्रभाव
काल पुरुष कुंडली के अनुसार यह नौवें घर की राशि है और इसलिए नौवें घर में सूर्य के गोचर से भारत के लिए कुछ अनुकूल परिणाम प्राप्त होने की संभावना है। इस दौरान सरकार को भाग्य का साथ मिलेगा और विकास होगा जिससे वायरस के खतरे से निपटने में मदद प्राप्त होगी। वायरस से निपटने के लिए नई दवाओं को मार्केट में उतारा जाएगा और इनसे बेहतर परिणाम प्राप्त होंगे। इसके अलावा इस गोचर अवधि के दौरान सरकार की तरफ से प्रशासन में बेहतरी के परिणाम देखने को मिल सकते हैं।
इसके बाद धनु राशि में केतु के साथ सूर्य का संयोग बनने से विदेशी संबंधों, अंतरराष्ट्रीय व्यापार, और व्यापारिक सौदों आदि के संबंध में भी भारत सरकार को लाभ मिलने की प्रबल संभावना है। नौवें भाव में सूर्य के इस गोचर से भारत में लोगों में आध्यात्मिक रूचि के संबंध में जागरूकता बढ़ेगी और लोगों का रुझान इस तरफ ज्यादा देखने को मिलेगा। सरकार स्वास्थ्य से संबंधित नई योजनाएं लागू कर सकती है। हालांकि जहां तक स्वास्थ्य का सवाल है तो यह समय अवधि लोगों के लिए ज्यादा अनुकूल नहीं रहने वाली है।
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सूर्य के धनु राशि में गोचर का विश्व पर प्रभाव
अब दुनिया की बात करें तो सूर्य के गोचर के दौरान देशों के बीच हो रही साजिशों से निपटने के नए तरीके निकाले जा सकते हैं। लोगों में यानी जनता में जागरूकता बढ़ेगी। सरकार द्वारा बनाई गई नीतियों में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इसके अलावा संबंधों को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण नीतियां तैयार करने के लिए देशों के बीच कुछ हद तक अनिश्चितता की स्थिति भी देखने को मिल सकती है। पाकिस्तान और चीन जैसे कुछ देश बाकी देशों के लिए खतरा पैदा करने की कोशिश कर सकते हैं और इस संबंध में भारत, अमेरिका, ब्रिटेन को सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
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सूर्य का धनु राशि में गोचर इन राशियों के लिए साबित होगा शुभ
सूर्य ग्रह गोचर मुख्य रूप से कर्क राशि, तुला राशि, कुंभ राशि, और मीन राशि के जातकों के लिए बेहद शुभ रहने वाला है।
इन राशियों में दृढ़ता/दृढ़ निश्चय दिखाई देगा और इन्हें सरकार से समर्थन या किसी सन्दर्भ में सहयोग प्राप्त होगा। इन राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति बेहद ही मजबूत नजर आएगी। समाज में मान सम्मान बढ़ेगा और साथ ही इस गोचर के दौरान इन राशि के जातकों की निर्णय लेने की क्षमता शानदार रहने वाली है। इन राशि के जातकों की इच्छाओं की पूर्ति होगी जिससे आपके जीवन में संतुष्टि आएगी। पेशेवर जीवन से संबंधित इन राशि के जातकों को नए और सुनहरे अवसर प्राप्त होंगे। जिससे आप अपने जीवन स्तर का विस्तार करने में कामयाब होंगे। इन राशियों के जातक इस गोचर अवधि के दौरान कोई महत्वपूर्ण फैसला ले सकते हैं। कार्यक्षेत्र में आपके संबंध और रिश्ते वरिष्ठ और सीनियर लोगों के साथ मजबूत और अनुकूल रहेंगे जिससे आपको पदोन्नति के अवसर प्राप्त हो सकते हैं।
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सूर्य के धनु राशि में गोचर से ये राशियां रहे सावधान
सूर्य के गोचर से जिन राशियों के जीवन में ज्यादा खतरा होने की आशंका है या जिन्हें सावधान रहने की सलाह दी जाती है वह हैं वृषभ राशि, मिथुन राशि, कन्या राशि, धनु राशि, और मकर राशि।
इन राशि के जातकों के जीवन में आत्मविश्वास की कमी देखने को मिल सकती है। जिसके परिणाम स्वरूप आपको कुछ स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां जैसे जांघों और पैरों में दर्द दिक्कत भी डाल सकते हैं। इसके अलावा किसी यात्रा के दौरान आपके पैसों की चोरी हो सकती है। यानी सरल शब्दों में कहें तो इस दौरान आपको ज्यादा सावधान और सतर्क रहने की जरूरत पड़ेगी।
काम के लिहाज़ से यह समय अवधि आपके लिए आसान नहीं रहने वाली है। इस दौरान आपको ज्यादा मुश्किल और कठिन काम मिल सकते हैं। इसके अलावा रिश्ते में भी कुछ नाराजगी और परेशानियां आपको झेलनी पड़ सकती है। धन का प्रवाह कम रहने वाला है और इस अवधि में आपके खर्चे ज्यादा होने की आशंका है।
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कुंडली में सूर्य को मजबूत करने के राशि अनुसार उपाय
मेष राशि
- बड़ों को सम्मान दें।
- रोजाना 11 बार “ॐ भास्कराय नमः” का जाप करें।
- पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें।
- मंगलवार को उपवास का पालन करें।
- भगवान हनुमान की पूजा करें।
वृषभ राशि
- मंदिर जाकर माता पार्वती की पूजा करें।
- 11 बार “ॐ नमो पार्वती पाठय” का जाप करें।
- गरीब महिलाओं को दही खिलाएं।
- रविवार को सूर्य के लिए होम करें।
- “ॐ शिव ॐ शिव ॐ” का प्रतिदिन 11 बार जाप करें।
मिथुन राशि
- भगवान विष्णु की पूजा करें।
- प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का जाप करें।
- 12 रविवार तक सूर्य पूजा करें।
- लिंगाष्टकम का जाप करें।
- “ॐ सूर्याय नमः” का 11 बार जाप करें।
कर्क राशि
- रविवार के दिन गुड़ का दान करना, सूर्य को गेहूं चढ़ाना आदि अत्यधिक शुभ और फलदायी माना जाता है।
- जिन भोजन में गेहूं की मात्रा अधिक हो उन भोजन का रोजाना सेवन करें।
- स्नान करने के बाद प्रतिदिन सुबह सूर्य को जल चढ़ाएं।
- रविवार और सोमवार को गरीब लोगों को भोजन दान करें।
- पिताजी से आशीर्वाद लें।
सिंह राशि
- सोम प्रदोष (सोमवार को पड़ने वाले प्रदोष व्रत) व्रत पर या रविवार को भगवान शिव को दूध चढ़ाएं।
- प्रतिदिन आदित्य हृदयम स्तोत्र का जाप करें।
- किसी मंदिर में सूर्य को गेहूं चढ़ाएं।
- रविवार को सफेद गायों को हरी घास दान करें।
- किसी मंदिर में भगवान शिव को 6 सिक्के दान करें।
कन्या राशि
- रविवार को सूर्य को लाल गुड़हल के फूल चढ़ाएं।
- रविवार को विष्णु सहस्रनाम का जाप करें।
- रोजाना 21 बार “ॐ भास्कराय नमः” का जाप करें।
- रविवार को नारायणीम पाठ करें।
- विष्णु मंदिर में पूजा-अर्चना करें।
तुला राशि
- रविवार को देवी लक्ष्मी की पूजा करें।
- भगवान सूर्य के बीज मंत्र का जाप करें।
- शुक्रवार और रविवार को गरीब लोगों को गेहूं दान करें।
- प्रतिदिन ‘ॐ भास्कराय नमः का जाप करें।
- ‘ॐ आदित्याय नमः का जाप करें।
वृश्चिक राशि
- प्रतिदिन 11 बार “ॐ मित्रय नमः” का जाप करें।
- लिंगाष्टकम का जाप करें।
- अपने भोजन में गेहूं की मात्रा अधिक लें।
- स्नान करने के बाद भगवान सूर्य की पूजा करें।
- पिता की पूजा।
धनु राशि
- प्रतिदिन 11 बार “ॐ रवयेरे नमः” का जाप करें।
- प्रतिदिन 11 बार “ॐ गुरुवे नमः” का जाप करें।
- गुरुवार को मंदिर में भगवान शिव की पूजा करें।
- पिताजी का आशीर्वाद मांगें।
- “ॐ शिव ओम शिव ॐ” का जाप करें।
मकर राशि
- “ॐ भंवे नमः” का जाप करें।
- “ॐ खगया नमः” का जाप करें।
- “ॐ पुष्य नमः” का जाप करें।
- “ॐ हिरण्यगंभाय नमः” का पाठ करें।
- “ॐ मारीचये नमः” का जाप करें।
कुंभ राशि
- लिंगाष्टकम का जाप करें।
- रविवार को सफेद गाय को हरी घास का दान करें।
- “ॐ नमः शिवाय’ का प्रतिदिन 11 बार जाप करें।
- रविवार को गरीब लोगों को गेहूं दान करें।
- रविवार को ध्यान करें।
मीन राशि
- रविवार को भगवान सूर्य के लिए होम करें।
- “ॐ आदित्याय नमः” का जाप करें।
- प्रतिदिन “ॐ सूर्याय नमः” का जाप करें।
- मंदिर में भगवान सूर्य के लिए पूजन करें।
- प्रतिदिन “ॐ भास्कराय नमः” का जाप करें।
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