सूर्य का धनु राशि में गोचर (16 दिसंबर, 2022): किन राशियों के लिए होगा फायदेमंद

धनु राशि में दिसंबर के महीने में ये तीसरे प्रमुख ग्रह का गोचर होने जा रहा है और इसके प्रभाव धनु राशि समेत सभी राशियों के जीवन पर पड़ना तय है। सूर्य को आत्मा का कारक माना जाता है। राशि चक्र की नौंवी राशि यानी धनु राशि में प्रमुख ग्रह सूर्य के गोचर का प्रभाव जीवन के अलग-अलग क्षेत्रों पर पड़ेगा। इस विशेष ब्लॉग में हम इस गोचर के समय, तिथि, प्रभाव और राशि अनुसार उपायों के बारे में जानेंगे। इसके अलावा हम कुंडली में पीड़ित सूर्य और मजबूत सूर्य के प्रभावों के बारे में भी विस्तार से बात करेंगे।

इस सप्ताह को अपने लिए कैसे बनाएँ खास? विद्वान ज्योतिषियों से फोन पर बात करके जानें जवाब

आत्मा के कारक सूर्य का ज्योतिष में महत्व

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य को सभी ग्रहों के राजा के रूप में देखा जाता है। ऐसे में, कुंडली में सूर्य की कमजोर दशा के कई प्रतिकूल प्रभाव जातकों के जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को प्रभावित कर सकते हैं। सूर्य को समर्पण, सहनशक्ति, जीवन शक्ति, और उच्च अधिकारियों का कारक माना जाता है। सूर्य हमारे शरीर में हृदय और हड्डियों को दर्शाता है। इसके अलावा सूर्य को स्वाभिमान, अहंकार, और करियर का प्रतीक माना जाता है। आइए अब जानते हैं कि कुंडली में सूर्य की मजबूत स्थिति से जातकों को किस तरह के फायदे हो सकते हैं।

कुंडली में मजबूत सूर्य के फायदे

ग्रहों के राजा सूर्य अगर आपकी कुंडली में मजबूत स्थिति में हैं, तो ये आपके लिए काफ़ी लाभकारी साबित होते हैं। ऐसे जातक बिज़नेस में भी बुलंदियां हासिल करते हैं। इसके अलावा राजनीति और नौकरी के क्षेत्र में भी जातकों को कदम-कदम पर सफलता प्राप्त होती है। वहीं ऐसे जातकों को हमेशा अपने पिता का साथ मिलता है और उनके अपने पिता से रिश्ते काफी अच्छे रहते हैं।

कमजोर सूर्य के प्रभाव

सूर्य की मजबूती जितनी फायदेमंद है, वहीं इसके विपरीत कुंडली में सूर्य कमजोर स्थिति में मौजूद हो, तो इसके प्रभाव आपको अलग-अलग कार्यों में देखने को मिल सकते हैं। जिन जातकों की कुंडली में सूर्य कमजोर होते हैं, वो अक्सर रोगों से घिरे रह सकते हैं। इसके अलावा, ऐसे लोगों के जीवन में सुख-समृद्धि की कमी रहने की आशंका होती है। इन जातकों को तनाव परेशान कर सकता है और इसके नकारात्मक प्रभाव से कार्यों में सफलता मिलने में दिक्कत होती है। लेकिन सूर्य को मजबूत करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कई उपाय भी बताए गए हैं। तो आइए उन सरल उपायों के बारे में जानते हैं

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

कुंडली में सूर्य को मजबूत कैसे करें?

  • कुंडली में सूर्य को मजबूत करने के लिए रविवार के दिन व्रत करना चाहिए।
  • रविवार को स्नान के बाद लाल वस्त्र धारण करें और सूर्य देव की पूजा करें।
  • रविवार के दिन दलिया, दही, चीनी, गेहूं की रोटी का सेवन करना चाहिए।
  • सूर्य को मजबूत करने के लिए तांबा, माणिक्य, गेहूं, लाल कमल का दान करना चाहिए।
  • “ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:” का जाप करें।

सूर्य का धनु राशि में गोचर (16 दिसंबर, 2022): तिथि और समय

सूर्य 16 दिसंबर 2022, शुक्रवार के दिन सुबह 09 बजकर 38 मिनट पर धनु राशि में गोचर करने जा रहे हैं। धन, भाग्य, प्रेरणा, बुद्धि और सौभाग्य के प्रतीक सूर्य का धनु राशि में होने वाला गोचर सभी राशियों को प्रभावित करने जा रहा है। तो आइए बिना देर किए जानते हैं सूर्य गोचर के 12 राशियों पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में। साथ ही ये भी जानेंगे कि इस गोचर के प्रभाव से बचने के लिए 12 राशियों के जातक क्या उपाय कर सकते हैं?

कुंडली में राजयोग कबसे? राजयोग रिपोर्ट से जानें जवाब

सूर्य का धनु राशि में गोचर: राशि अनुसार राशिफल और उपाय

मेष

मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य पांचवे भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके…(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ 

वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य चौथे भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके आठवें…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन

मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य तीसरे भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके सातवें (विस्तार से पढ़ें)

कर्क

कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य दूसरे भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह (विस्तार से पढ़ें)

सिंह

सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य लग्न भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके पांचवें…(विस्तार से पढ़ें)

कन्या

कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य बारहवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह…(विस्तार से पढ़ें)

ऑनलाइन सॉफ्टवेयर से मुफ्त जन्म कुंडली प्राप्त करें

तुला

तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके तीसरे…(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य दसवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके दूसरे…(विस्तार से पढ़ें)

धनु

धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य नौवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके प्रथम भाव…(विस्तार से पढ़ें)

मकर

मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य आठवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके…(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ

कुंभ राशि के जातकों के लिए सूर्य सातवें भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके ग्यारहवें…(विस्तार से पढ़ें)

मीन

मीन राशि के जातकों के लिए सूर्य छठे भाव के स्वामी हैं और इस गोचर काल के दौरान यह आपके दसवें…(विस्तार से पढ़ें)

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.