कन्या राशि में सूर्य-बुध-शुक्र मिलकर कर रहे शुभ संयोगों का निर्माण, ये 4 राशियां होंगी मालामाल।

अक्टूबर का यह महीना अत्यंत विशेष रहने वाला है क्योंकि इसमें आपको अनेक तरह के व्रत-त्योहार और खगोलीय घटनाएं देखने को मिलेंगी। साथ ही हम एक विशेष संयोग के भी साक्षी बनेंगे, जिसके तहत सूर्य, शुक्र और बुध ग्रह कन्या राशि में एकसाथ आएंगे। इन तीन ग्रहों की युति से बनने वाला त्रिग्रही योग सभी राशियों को प्रभावित करेगा, लेकिन इसका सबसे ज्यादा प्रभाव 4 राशियों पर पड़ेगा। कौन सी हैं ये 4 राशियां? इस युति का क्या होगा जातकों के जीवन पर असर? जानने के लिए जरूर पढ़ें एस्ट्रोसेज का यह ब्लॉग।

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अक्टूबर के महीने में कन्या राशि कई महत्वपूर्ण ग्रह गोचरों का केंद्र बनी रहेगी। सर्वप्रथम वैदिक ज्योतिष में प्रमुख ग्रह माने जाने वाले सूर्य, शुक्र और बुध कन्या राशि में प्रवेश करेंगे तथा कई शुभ योगों का निर्माण करेंगे। सूर्य और बुध की युति से बुधादित्य योग बनेगा, जो लोगों को सौभाग्य का आशीर्वाद देगा। आइये अब आगे बढ़ते हैं और जानते हैं पिछले कुछ हफ़्तों में कन्या राशि में किन ग्रहों ने कब-कब प्रवेश किया है। 

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कन्या राशि में सूर्य-शुक्र-बुध की युति

सूर्य का कन्या राशि में प्रवेश: सूर्य ने 17 सितंबर की सुबह 7 बजकर 11 मिनट पर कन्या राशि में प्रवेश किया था और ये 16 अक्टूबर तक इसी राशि में रहेंगे। इसके बाद, 17 अक्टूबर को सूर्य तुला राशि में प्रवेश करेंगे।

शुक्र का कन्या राशि में गोचर: 24 सितंबर की रात 08 बजकर 51 मिनट पर शुक्र ग्रह ने कन्या राशि में गोचर किया था और शुक्र इस राशि में 17 अक्टूबर तक रहेंगे। इसके बाद, शुक्र 18 अक्टूबर को तुला राशि में प्रवेश करेंगे।  

हालांकि, कन्या राशि में बुध का प्रवेश शुक्र और सूर्य से पहले ही यानी 21 अगस्त की रात 01 बजकर 55 मिनट पर हो गया था और तब से लेकर अब तक बुध ने कन्या राशि में ही कई बार अपनी स्थिति में परिवर्तन किया है, भले ही ये परिवर्तन गोचर, वक्री और अस्त आदि के रूप में हुए हों। आखिरकार अब वाणी के कारक ग्रह बुध 26 अक्टूबर 2022 को कन्या राशि से तुला राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। 

क्या होगा जब सूर्य, बुध और शुक्र एकसाथ आएंगे कन्या राशि में?

जब सूर्य, बुध और शुक्र एकसाथ किसी राशि में आते हैं तब प्रत्येक व्यक्ति के जीवन पर कुछ न कुछ प्रभाव अवश्य देखने को मिलते हैं: 

  • व्यक्ति की रचनात्मकता और संचार कौशल बेहतर होता है। 
  • प्रेम जीवन प्यार और स्नेह से भर जाता है।  
  • मनुष्य का स्वभाव पहले से ज्यादा हंसमुख और व्यक्तित्व आकर्षक बन जाता है, जिससे दूसरे लोग इनकी तरफ जल्दी आकर्षित होते हैं।  
  • सूर्य और शुक्र के एकसाथ होने के कारण प्रेम संबंधित मामलों में जातकों के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है। 
  • वहीं शुक्र और बुध मिलकर जातक में रचनात्मक क्षेत्रों जैसे संगीत, एक्टिंग आदि के प्रति रूचि जगाते हैं। 
  • जातक अपने व्यापार पर ज्यादा ध्यान देना शुरू कर देंगे, साथ ही इनमें मार्केटिंग और नेतृत्व क्षमता के गुणों में सुधार होगा।

नोट: महान वैज्ञानिक आइंस्टीन की कुंडली में इस युति का निर्माण हुआ था, जिसके परिणामस्वरूप उन्होंने अपने जीवन में बहुमूल्य उपलब्धियां हासिल की। इस युति ने ही गणित और फिजिक्स के क्षेत्र में उनकी रचनात्मकता को अगले स्तर पर ले जाने में मदद की थी।   

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सूर्य, बुध और शुक्र की युति इन 4 राशियों के लिए होगी शुभ।

18 अक्टूबर तक कन्या राशि में सूर्य, शुक्र और बुध की युति मेष, मिथुन, कन्या  और धनु राशि के लिए भाग्यशाली साबित होगी। इन तीन ग्रहों के एकसाथ आने का प्रभाव इन राशियों पर कुछ इस तरह दिखाई देगा-

मेष: अक्टूबर के दौरान सूर्य, शुक्र और बुध की युति मेष राशि के जातकों के जीवन के विभिन्न पहलुओं के लिए फलदायी रहेगी। यदि आप किसी महत्वपूर्ण काम को करने की सोच रहे हैं, जो लंबे समय से अटका हुआ है तो इस अवधि के दौरान आप उस काम को करने में सफल होंगे। साथ ही, आप भूमि या नया वाहन भी खरीद सकते हैं।          

मिथुन: मिथुन राशि के जो जातक व्यवसाय करते हैं, उनके लिए ये अवधि विशेष रहेगी। इस समय आप सामाजिक जीवन के साथ-साथ व्यापार में भी नए संपर्क स्थापित करेंगे, जो भविष्य में ऊंचाइयां हासिल करने में मददगार साबित होंगे। साथ ही यह समय उन सभी अवसरों का लाभ उठाने के लिए शानदार है, जो इस दौरान आपके हाथ लगेंगे।

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कन्या: इस शुभ युति का निर्माण कन्या राशि में हो रहा है। ऐसे में इस राशि के जातकों को सकारात्मक परिणामों की प्राप्ति होना स्वाभाविक है, विशेष रूप से सूर्य और बुध की युति से कन्या राशि में बनने वाला बुधादित्य योग आपको अपने जीवन के हर क्षेत्र में शुभ फल प्रदान करेगा। यदि आप कोई नया कार्य शुरू करने की योजना बना रहे हैं तो ऐसा करने के लिए ये अवधि अनुकूल है क्योंकि इस दौरान परिणाम आपके पक्ष में होंगे।   

धनु: इस युति से जिन 4 राशियों को अनुकूल परिणामों की प्राप्ति होगी, धनु उनमें से चौथी राशि है। इस अवधि के दौरान धनु राशि के जातक सफलता के नए द्वार खोलेंगे और यही वह समय होगा जब आप अपनी योग्यताओं और क्षमताओं का सबके सामने प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे। साथ ही, आप सबकी सराहना के पात्र बनेंगे।

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