सूर्य गोचर विशेष : सूर्य को प्रसन्न करने के ये दस उपाय जीवन में लाएंगे सकारात्मकता

वैदिक ज्योतिष में सूर्य को सभी ग्रहों का राजा माना गया है। सूर्य सभी देवताओं में प्रत्यक्ष नजर आते हैं। सूर्य सनातन धर्म में पूजनीय हैं। सूर्य यदि किसी जातक की कुंडली में मजबूत स्थिति में हो तो ऐसा जातक समाज में काफी मान सम्मान हासिल करता है और उच्च पद पर विराजमान होता है। सूर्य मजबूत हो तो जातकों का गृहस्थ जीवन बेहतर रहता है। वहीं सूर्य कमजोर हो तो जातकों को लाख कोशिशों के बावजूद समाज में मान-सम्मान हासिल नहीं होता है। साथ ही काफी मेहनत के बावजूद ऐसे जातकों को निम्न फल ही प्राप्त होते हैं। हृदय और नेत्र संबंधी बीमारियां परेशान करती हैं। इसके अलावा पुरुषों की कुंडली में सूर्य पिता के और महिलाओं की कुंडली में सूर्य पति के कारक माने गए हैं। 

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यही वजह है कि सूर्य का कुंडली में मजबूत होना बेहद जरूरी माना जाता है। अब चूंकि जल्द ही सूर्य का कर्क राशि में गोचर होने जा रहा है, ऐसे में जाहिर है कि सभी ग्रहों के गोचर की ही तरह सूर्य के गोचर का भी सभी जातकों पर नकारात्मक या सकारात्मक प्रभाव पड़ना तय है। ऐसे में वैदिक ज्योतिष यह सलाह देता है कि गोचर की अवधि में यदि सूर्य को प्रसन्न करने के उपाय किए जाएं तो गोचर से प्राप्त होने वाले नकारात्मक फल तो कम होते ही होते हैं, इसके साथ-साथ गोचर से प्राप्त होने वाले सकारात्मक फल भी कई गुना बढ़ कर प्राप्त होते हैं। यही वजह है कि आज इस लेख में हम आपको सूर्य शांति या फिर कहें तो सूर्य देवता को प्रसन्न करने के आसान ज्योतिषीय उपाय बताने वाले हैं जिसे सभी जातकों को अपनाना चाहिए लेकिन उससे पहले सूर्य गोचर पर एक नजर डाल लेते हैं।

कब हो रहा है सूर्य गोचर?

साल 2021 में सूर्य 16 जुलाई को शुक्रवार की शाम को 04 बजकर 41 मिनट पर कर्क राशि में गोचर कर जाएगा। सूर्य कर्क राशि में 17 अगस्त 2021 को मंगलवार की सुबह 01 बजकर 05 मिनट तक मौजूद रहने वाले हैं। इसके बाद सूर्य स्वराशि सिंह में गोचर कर जाएंगे। कर्क राशि में सूर्य के गोचर करने की वजह से सनातन धर्म में 16 जुलाई को कर्क संक्रांति के तौर पर मनाया जाएगा।

आइये अब आपको सूर्य शांति के आसान उपाय बता देते हैं।

सूर्य शांति के उपाय

  • भगवान सूर्य को अर्घ्य बेहद प्रिय है। ऐसे में आप भगवान सूर्य को प्रसन्न करने के लिए हर दिन सुबह में एक तांबे के पात्र में गंगाजल के साथ रोली, लाल चन्दन, अक्षत और लाल पुष्प मिला कर भगवान सूर्य को अर्पित करें। इससे भगवान सूर्य की आप पर विशेष कृपा होगी।
  • भगवान सूर्य को प्रसन्न करने के लिए आप अपने घर में सूर्य यंत्र भी लगा सकते हैं। आप चाहें तो सूर्य यंत्र को पूजा स्थल पर स्थापित कर इसकी रोज पूजा कर सकते हैं या फिर गंगाजल से शुद्ध कर के इसे घर की उत्तर पूर्व दिशा में स्थापित कर सकते हैं। सूर्य देवता आपको शुभ फल देंगे।
  • हर रोज सुबह में भगवान श्री राम और भगवान श्री हरि विष्णु की पूजा करने से भगवान सूर्य प्रसन्न होते हैं और कुंडली में उनकी स्थिति मजबूत होती है।
  • रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित होता है। ऐसे में रविवार के दिन व्रत रखें। नमक का इस्तेमाल न करें और न ही अन्न ग्रहण करें। फलाहार पर रह सकते हैं। साथ ही ज्यादा समस्या होने पर सेंधा नमक का इस्तेमाल भी आप कर सकते हैं। भगवान सूर्य की आप पर कृपा होगी।
  • वे जातक जिनकी कुंडली में सूर्य कमजोर स्थिति में मौजूद हो वे सूर्य को प्रसन्न करने के लिए रूबी माणिक्य रत्न को भी धारण कर सकते हैं। हालांकि आपको सलाह दी जाती है कि किसी भी रत्न को धारण करने से पहले किसी विद्वान ज्योतिषी से सलाह अवश्य ले लें। 
  • सूर्य के नकारात्मक प्रभाव को कम करने के लिए जातक एक मुखी या फिर बारह मुखी रुद्राक्ष भी धारण कर सकते हैं।
  • प्रतिदिन आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करने से भी सूर्य देवता प्रसन्न होते हैं।
  • रविवार के दिन लाल या केसरिया रंग के वस्त्र धारण करें। सूर्य देवता आपको शुभ फल देंगे। भूल से भी रविवार के दिन काले रंग के वस्त्र का उपयोग न करें।
  • पिता का सम्मान करें। हर रोज सुबह उठ कर उनके चरण छूकर उनसे आशीर्वाद लें। सरकारी अधिकारियों का सम्मान करें। शुभ फल प्राप्त होगा।
  • रविवार के दिन गेहूं, गुड़, तांबा, लाल पुष्प, खस इत्यादि का दान करने से भी सूर्य देवता प्रसन्न होते हैं।

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