सूर्य का कन्या राशि में गोचर: जानें अपनी राशिनुसार इसका प्रभाव

सूर्य के गोचर को सूर्य संक्रांति कहा जाता है। इस लिहाज़ से प्रत्येक वर्ष में कुल बारह संक्रांतियां पड़ती हैं। सितंबर के महीने में सूर्य देव राशि चक्र की पांचवी राशि सिंह राशि से निकलकर कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। ऐसे में इस दिन को कन्या संक्रांति भी कहा जाता है। अगर ग्रहों के इस राशि परिवर्तन का अपने जीवन पर सटीक और व्यक्तिगत असर जानना चाहते हैं तो अभी विशेषज्ञ ज्योतिषियों से प्रश्न पूछ सकते हैं।

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ग्रहों की चाल हमारे जीवन को काफ़ी हद तक प्रभावित करती है। ऐसे में अगर आप भी इन ज्योतिषीय घटनाओं का अपने जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव की संपूर्ण और विस्तृत जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो  एस्ट्रोसेज की व्यक्तिगत और विस्तृत बृहत् कुंडली रिपोर्ट इसमें आपकी मदद कर सकती है।

साल 2020 में सूर्य देव 16 सितंबर 2020 को 19 बज-कर 07 मिनट पर सिंह से कन्या राशि में गोचर करेंगे 17 अक्टूबर 07 बज-कर 05 बजे तक सूर्य देव इसी राशि में रहेंगे और उसके बाद तुला राशि में गोचर कर जाएंगे। सूर्य को आत्मा का कारक माना गया है। इसके अलावा ज्योतिष में सूर्य को पिता का भी कारक माना गया है। जहाँ चंद्रमा, मंगल और गुरु सूर्य के मित्र हैं, वहीं राहू, केतु, शुक्र, और शनि से सूर्य की कुछ ख़ास नहीं बनती है और बुध से सूर्य का समभाव का रिश्ता होता है।

कुंडली में सूर्य यदि शुभ स्थान पर हो तो इससे व्यक्ति को मान-सम्मान, सरकारी नौकरी और राजनीतिक जीवन में सफलता की प्राप्ति होती है। वहीं सूर्य के अशुभ प्रभाव से इन्सान की कुंडली में पितृ दोष, नौकरी में असफलता, मान-सम्मान की कमी और नेत्र पीड़ा इत्यादि दुःख भोगने पड़ते हैं। सूर्य का यह राशि परिवर्तन आपके जीवन पर क्या और कितना असर डालेगा, आइये यह जानने के लिए पढ़ते हैं राशिनुसार भविष्यफल। 

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सूर्य गोचर – मेष राशि फलादेश

मेष राशि के षष्ठम भाव में सूर्य देव का गोचर होगा। यह भाव रिपु भाव के नाम से भी जाना जाता है और इस भाव से आपके रोग, ऋण, शत्रुओं के बारे में भी विचार किया जाता है। सूर्य का (विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

सूर्य गोचर – वृषभ राशि फलादेश

वृषभ राशि के जातकों के पंचम भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा। पंचम भाव आपकी शिक्षा और प्रेम जीवन का होता है इसलिए इन क्षेत्रों से जुड़े फल आपको इस दौरान मिलेंगे। हालांकि (विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

सूर्य गोचर – मिथुन राशि फलादेश

मिथुन राशि के जातकों के चतुर्थ भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा। यह भाव आपके परिवार का होता है इसलिए सूर्य के इस गोचर के दौरान आपको अपने माता पिता का विशेष ध्यान रखना होगा। खासकर पिता (विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

सूर्य गोचर – कर्क राशि फलादेश

कर्क राशि के जातकों के साहस और पराक्रम के तृतीय भाव में सूर्य देव का गोचर हो रहा है। यह गोचर कर्क राशि के लोगों के जीवन में कई सकारात्मक बदलाव लेकर आएगा। आपके पारिवारिक जीवन(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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सूर्य गोचर – सिंह राशि फलादेश

सिंह राशि के जातकों के द्वितीय भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा। यह गोचर आपके लिए कई तरह से शुभफलदायक सिद्ध हो सकता है। सिंह राशि के जातकों में स्वाभाविक रुप से नेतृत्व करने (विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

सूर्य गोचर – कन्या राशि फलादेश

कन्या राशि के जातकों के लग्न भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा। लग्न भाव से आपके चरित्र, व्यक्तित्व, स्वास्थ्य, स्वभाव आदि पर विचार किया जाता है। इस भाव में सूर्य का गोचर आपके लिए (विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

सूर्य गोचर – तुला राशि फलादेश

तुला राशि के जातकों के द्वादश भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा। इस राशि के उन लोगों के लिए सूर्य का यह गोचर फलदायी साबित होगा जो किसी विदेशी संस्था में काम करते हैं या विदेशों से(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

सूर्य गोचर – वृश्चिक राशि फलादेश

वृश्चिक राशि के जातकों के एकादश भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा। यह भाव लाभ का भाव कहलाता है और इससे आपकी कामनाओं, बड़े भाई-बहनों आदि के बारे में विचार किया जाता है। सूर्य देव का(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

गोचर की सम्पूर्ण जानकारी के लिए देखें यह वीडियो 

सूर्य गोचर – धनु राशि फलादेश

धनु राशि के जातकों के दशम भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा। इस भाव में सूर्य मजबूत अवस्था में होता है और उसे दिशा बल प्राप्त होता है। सूर्य का इस भाव में गोचर धनु राशि के जातकों के लिए (विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

सूर्य गोचर – मकर राशि फलादेश

मकर राशि के जातकों के नवम भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होने जा रहा है। इस भाव से भाग्य, धर्म, चरित्र, यात्राओं आदि के बारे में विचार किया जाता है। इस गोचर काल के दौरान मकर राशि के लोगों (विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

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सूर्य गोचर – कुंभ राशि फलादेश

सूर्य देव कुंभ राशि के जातकों के अष्टम भाव में गोचर करेंगे। इस भाव से जीवन में आ रही रुकावटों और बाधाओं के बारे में विचार किया जाता है। इस भाव में सूर्य के गोचर से आपके जीवनसाथी के स्वास्थ्य (विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें) 

सूर्य गोचर – मीन राशि फलादेश

मीन राशि के जातकों के विवाह और साझेदारी के सप्तम भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा। इस भाव में सूर्य के गोचर के चलते आपके दांपत्य जीवन में कुछ परेशानियां हो सकती हैं। आप छोटी-छोटी बातों को लेकर(विस्तार से पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें)

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