सूर्य का मीन में गोचर: किस राशि की चमकेगी किस्मत-किन्हें रहना होगा सावधान? पढ़ें अभी

सूर्य ग्रह हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा खगोलीय ग्रह और वैदिक ज्योतिष में भी इसका बेहद महत्व बताया गया है। सूर्य ग्रह को रवि या सूर्य देव के नाम से भी जाना जाता है और इसमें मर्दाना (पुरुष) विशेषताएं देखी जाती है। सूर्य ग्रह को ज़्यादातर अशुभ ग्रह माना जाता है क्योंकि इससे भारी मात्रा में गर्मी पैदा होती है।

जहाँ तुला राशि में सूर्य नीच का माना जाता है वहीं मेष राशि सूर्य की उच्च राशि मानी गई है। यह सिंह राशि का शासक स्वामी भी है और साथ ही सम्मान, शक्ति, समृद्धि, स्थिति, मान-सम्मान, और जीवन शक्ति का कारक माना जाता है।

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यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य ग्रह पहले, चौथे, सातवें और 10वें भाव में स्थित होता है तो इसे बलि माना जाता है। जब बात स्थितियों की आती है तो सूर्य वृषभ और कन्या राशियों के दूसरे, तीसरे और चौथे घर और मकर राशि में उत्तराषाढ़ में तीसरे और चौथे घर पर शासन करता है। सूर्य को आत्मा का कारक भी कहा गया है और माना जाता है कि बिना सूर्य ग्रह के धरती पर जीवन की कल्पना करना भी असंभव होता है।

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मीन राशि में सूर्य गोचर: (15 मार्च, 2022)

पृथ्वी पर ऊर्जा और प्रकाश का स्रोत सूर्य 15 मार्च 2022, मंगलवार को 12 बजकर 31 मिनट पर मीन राशि में गोचर करेगा। इसके बाद सूर्य इसी राशि में तब तक रहेगा जब तक 14 अप्रैल 2022 को यह मेष राशि में प्रवेश नहीं कर जाता है। मेष राशि में प्रवेश करने के बाद सूर्य उच्च का हो जाएगा।

तो चलिए अब आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं सूर्य के इस गोचर का सभी 12 राशियों के जातकों के जीवन पर क्या कुछ प्रभाव देखने को मिलेगा।

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सूर्य का मीन में गोचर: गोचरफल और उपाय

यह भविष्यफल चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी चंद्र राशि जानने के लिए क्लिक करें:
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मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए सूर्य उनके बारहवें भाव से गोचर करेगा। शिक्षा के दृष्टिकोण से देखें तो यह समय विदेश में पढ़ाई के इच्छुक छात्रों के लिए ….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल) 

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों के लिए सूर्य उनके ग्यारहवें भाव यानी कि लाभ के भाव से गोचर करेगा। आर्थिक दृष्टिकोण से यह अवधि वृषभ राशि के जातकों के लिए ….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल) 

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य उनके तीसरे भाव यानी कि प्रयास और शक्ति के भाव का स्वामी है। इस वर्ष सूर्य मिथुन राशि के जातकों के ….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल) 

कर्क राशि 

कर्क राशि के जातकों के लिए सूर्य उनके दूसरे भाव यानी कि धन के भाव का स्वामी है और इस वर्ष सूर्य उनके नौवें भाव से गोचर करेगा। आपको बता दें कि सूर्य की आपकी कुंडली में यह स्थिति….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल) 

सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों के लिए सूर्य आपके आठवें भाव यानी कि अनिश्चितता और रहस्य के भाव से गोचर करेगा। पेशेवर रूप से इस दौरान नौकरीपेशा जातकों को….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल) 

कन्या राशि 

कन्या राशि के जातकों के लिए सूर्य उनके बारहवें भाव यानी कि व्यय भाव का स्वामी है और इस दौरान सूर्य कन्या राशि के सातवें भाव यानी कि कलत्र भाव से गोचर….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल) 

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तुला राशि 

तुला राशि के जातकों के लिए सूर्य ग्यारहवें भाव यानी कि आय और लाभ के भाव का स्वामी है। इस गोचर काल में सूर्य तुला राशि के छठे भाव से गोचर करेगा। पेशेवर रूप से ….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल) 

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सूर्य दसवें भाव यानी कि कर्म भाव का स्वामी है। इस गोचर के दौरान सूर्य वृश्चिक राशि के पांचवें भाव यानी कि मनोरंजन, ….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल) 

धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए सूर्य उनके नौवें भाव यानी कि भाग्य और धर्म के भाव का स्वामी है। इस गोचर काल में सूर्य धनु राशि के चौथे भाव यानी कि माता, सुख ….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल) 

मकर राशि 

मकर राशि के जातकों के लिए सूर्य अधिक अनुकूल ग्रह नहीं है। सूर्य मकर राशि के आठवें भाव यानी कि अनिश्चितताओं के भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल) 

कुम्भ राशि 

कुंभ राशि के जातकों के लिए सूर्य सातवें भाव यानी कि यात्रा और विवाह के भाव का स्वामी है। इस गोचर काल के दौरान सूर्य आपके दूसरे भाव यानी कि धन, परिवार….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल) 

मीन राशि 

सूर्य बृहस्पति का मित्र ग्रह है और मीन राशि का स्वामी ग्रह भी बृहस्पति ही है। इस अवधि के दौरान मीन राशि के छठे भाव का स्वामी सूर्य मीन राशि के जातकों के पहले….(विस्तार से पढ़ें गोचरफल) 

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