सप्ताह में सोमवार का दिन भगवान शिव को समर्पित माना गया है। ऐसे में शिव के भक्त भगवान महादेव की कृपा अपने जीवन में प्राप्त करने, उन्हें प्रसन्न करने के लिए सोमवार के दिन पूजा करते हैं और बहुत से लोग इस दिन व्रत भी करते हैं। कोई भी व्रत और पूजा तभी फलित होती है जब उसे सही नियम और सावधानियों के साथ किया जाए। अपने विशेष आर्टिकल में आज जानते हैं सोमवार व्रत के प्रति क्या कुछ नियम निर्धारित किए गए हैं और इस दौरान हमें क्या सावधानियां बरतनी होती हैं।
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सोमवार व्रत से जुड़े हर महत्वपूर्ण सवालों का जवाब
- सोमवार व्रत के फायदे?
मुख्य तौर पर सोमवार का व्रत भगवान शिव और शिव परिवार की प्रसन्नता हासिल करने के लिए किया जाता है और यदि व्यक्ति नियमित रूप से पूरी सावधानी के साथ और निष्ठा के साथ इस व्रत को करें तो भगवान शिव की प्रसन्नता जीवन में हासिल अवश्य होती है। इसके अलावा सोमवार का व्रत करने से व्यक्ति की कुंडली में मौजूद चंद्र ग्रह को मजबूत किया जा सकता है। चंद्र ग्रह मजबूत होगा तो इससे व्यक्ति के फेफड़े के रोग, दमा की समस्या, और मानसिक परेशानियां जीवन से दूर होती हैं। इसके अलावा सोमवार का व्रत अविवाहित लड़कियों के लिए भी बेहद ही शुभ बताया गया है। यदि आपको अपने मनचाहे साथी के साथ ही से शादी करनी है या फिर से मनचाहे साथी की तलाश है ऐसे में आपको सोमवार का व्रत करना बेहद ही शुभ साबित हो सकता है। इसके अलावा कुंडली में यदि चंद्रमा ग्रह मजबूत होता है तो इससे व्यक्ति को व्यवसाय और नौकरी में सफलता भी हासिल होती है।
- सोमवार व्रत के नियम क्या है?
सोमवार का व्रत कर रहे हैं तो किसी भी तरह का गलत काम करने से बचें। इस दिन जल्दी उठकर स्नान करने के बाद भगवान शिव का ध्यान करें और व्रत का संकल्प लें। स्नान करने के बाद पूजा करें। पूजा में भगवान शिव को बेलपत्र और धतूरा अवश्य अर्पित करें। इसके अलावा भगवान शिव का अभिषेक करना मुमकिन है तो अभिषेक अवश्य करें और मां पार्वती और नंदी को भी गंगाजल या फिर दूध चढ़ाएं। भगवान शिव को घी और शक्कर का भोग लगाएं। गणेश भगवान की भक्ति से आरती करें भगवान शिव और माता पार्वती की आरती करें और सभी में प्रसाद वितरित करें।
- सोमवार के व्रत कितने सोमवार करना चाहिए?
सोमवार का व्रत यूँ तो सोलह सोमवार तक करने की सलाह दी जाती है। हालांकि विशेष मामलों में कई बार पंडित और ज्योतिषी व्यक्ति को 5 वर्षों तक सोमवार का व्रत रखने की सलाह देते हैं। ऐसा करने से जीवन की परेशानियां भी खत्म होती हैं और व्यक्ति की मनोकामना भी अवश्य पूरी होती है।
- सोमवार व्रत की विधि क्या है?
यदि आप सोमवार का व्रत कर रहे हैं या करने का विचार कर रहे हैं तो इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें। मुमकिन हो तो स्नान के पानी में काला तिल डालकर और फिर इससे स्नान करें। इस दिन व्रत और पूजा का संकल्प लें। पूजा प्रारंभ करें तो इस बात का विशेष ध्यान रखें इस दिन की पूजा में आपको सफेद रंग के फूल, चंदन, चावल, पंचामृत, प्रसाद, पान, सुपारी, फल, फूल, गंगाजल, बिल्वपत्र, धतूरा, अवश्य शामिल करना है। इन सभी चीजों से भगवान शिव, मां पार्वती, गणेश भगवान, कार्तिकेय भगवान, और नंदी की पूजा करें। अंत में आरती करें और सभी लोगों में प्रसाद वितरित करें।
भगवान शिव आपकी सभी मनोकामना पूरी करें और आपके जीवन में हमेशा अपना आशीर्वाद बनाएं रखें।
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