शुक्र का मिथुन राशि में गोचर: किन राशियों पर होगी प्रेम से लेकर धन-दौलत की बरसात!

शुक्र का मिथुन राशि में गोचर: साज-सज्जा, श्रृंगार, भोग विलास, आनंद और वैभव के कारक ग्रह शुक्र 2 मई से लेकर 30 मई के बीच मिथुन राशि में गोचर कर रहे हैं। ये अपनी स्वयं की राशि यानी वृषभ राशि को छोड़कर अपने मित्र बुध ग्रह की द्विस्वभाव राशि मिथुन राशि में गोचर करने जा रहे हैं। हम इस ब्लॉग में आपको शुक्र के मिथुन राशि में गोचर के सभी 12 राशियों पर पड़ने वाले शुभ या अशुभ प्रभावों से अवगत कराएंगे। साथ ही, शुक्र गोचर का भारत वर्ष पर कैसा असर पड़ेगा? इस बारे में भी हम बात करेंगे। 

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भारत पर शुक्र गोचर का प्रभाव

शुक्र का गोचर भारतवर्ष की कुंडली के अनुसार आर्थिक मामलों में बेहतरी लाने का काम कर सकता है। पड़ोसी राष्ट्रों के साथ भी संबंधों में सुधार देखने को मिल सकता है, अर्थात भारतवर्ष और यहाँ की जनता के लिए शुक्र का गोचर सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम दे सकता है। लेकिन आपकी राशि पर शुक्र के इस गोचर का क्या असर होगा? आइए इस बारे में जान लिया जाए। आइए सबसे पहले चर्चा करते हैं कि शुक्र का मिथुन राशि में गोचर राशि चक्र की सभी राशियों को कैसे प्रभावित करेगा?

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शुक्र का मिथुन राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में दूसरे भाव के साथ-साथ सातवें भाव के भी स्वामी हैं और ये गोचर आपके तीसरे भाव में करेंगे। तीसरे भाव में शुक्र के गोचर को अच्छा माना जाता है। ऊपर से 10 मई तक शुक्र आपके राशि स्वामी मंगल के साथ युति भी करेंगे। ऐसी स्थिति में सामान्य तौर पर आपको अच्छे परिणाम देना चाहेंगे। शुक्र का गोचर आपको मित्रों के माध्यम से लाभ दिलवा सकता है। आप अपने प्रतिस्पर्धियों पर भारी पड़ते हुए देखे जा सकेंगे। अच्छे समाचार मिलने के योग भी प्रतीत हो रहे हैं। शुक्र का गोचर भाई-बंधुओं और मित्रों के साथ संबंधों को बेहतर कर सकता है। शासन-प्रशासन से जुड़े मामलों में भी अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं। आपका विश्वास आपको कई मामलों में आगे ले जाने का काम कर सकता है। 

उपाय: महिलाओं का सम्मान करना और उनका आशीर्वाद लें। 

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों के लिए शुक्र आपके राशि स्वामी होने के साथ-साथ आपके छठे भाव के भी स्वामी हैं और जो गोचर करके दूसरे भाव में जा रहे हैं। दूसरे भाव में गोचर करने की स्थिति में शुक्र सामान्य तौर पर अच्छे परिणाम देने वाला कहा गया है, लेकिन इसके बावजूद भी द्वादशेश (बारहवें भाव के स्वामी) मंगल के साथ होने के कारण यह अपना सर्वश्रेष्ठ देने में थोड़ा सा पीछे रह सकते हैं। वैसे, गीत-संगीत और मनोरंजन से संबंधित मामलों में आपको सकारात्मक परिणाम मिलने के योग हैं। घर-परिवार के लोगों के साथ संबंधों में मधुरता आएगी और आप उनके साथ आनंद भरे लम्हें बिताते हुए भी नज़र आएंगे। आर्थिक मामलों में भी काफ़ी हद तक अनुकूलता रह सकती है और शासन-प्रशासन से जुड़े मामलों में भी सकारात्मकता देखने को मिल सकती है। फिर भी फिज़ूलखर्ची से बचने और पार्टनर के साथ मधुर संबंध बनाए रखने की कोशिश करेंगे, तो परिणाम बेहतर मिल सकेंगे। 

उपाय: देसी गाय का शुद्ध घी मां दुर्गा के मंदिर में अर्पित करना फलदायी साबित होगा।

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मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में पांचवें भाव के स्वामी होने के साथ-साथ बारहवें भाव के भी स्वामी हैं और यह आपके पहले भाव में गोचर करने जा रहे हैं। सामान्य तौर पर प्रथम भाव में शुक्र के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला कहा गया है। अतः शुक्र आपकी पिछली समस्याओं को दूर करने का काम कर सकते हैं। दूर के स्थानों से संबंधित यदि कोई मामला लंबे समय से पूरा नहीं हो पा रहा था, तो उस मामले में अब अनुकूल परिणाम मिलने के योग बनेंगे। निजी संबंधों में भी शुक्र का यह गोचर आपको काफ़ी अच्छे परिणाम दे सकता है। हालांकि, मंगल के प्रभाव के चलते 10 मई तक कभी-कभी क्रोध की अधिकता के कारण संबंधों में थोड़ा बहुत उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। लेकिन शुक्र आपको आमोद-प्रमोद, व्यापार, धन और शिक्षा आदि से संबंधित मामलों में अच्छे परिणाम ही देना चाहेगा।

उपाय: काली गाय की सेवा करें।

कर्क राशि

कर्क राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में चौथे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ ग्यारहवें भाव के भी स्वामी हैं जो कि अब आपके द्वादश भाव में गोचर कर रहे हैं। द्वादश भाव में शुक्र के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छे परिणाम देने वाला कहा गया है। ऊपर से 10 मई तक शुक्र आपके करियर भाव के स्वामी मंगल के साथ है। ऐसी स्थिति में यदि कार्यक्षेत्र से संबंधित कोई मामला लंबे समय से पेंडिंग चल रहा है, तो शुक्र और मंगल दोनों के सहयोग से यह 10 मई तक संपन्न हो जाएगा। इसके बाद मंगल तुलनात्मक रूप से कमज़ोर हो जाएंगे, लेकिन शुक्र आपको अच्छे परिणाम देते रहेंगे। निजी संबंधों में भी शुक्र अनुकूलता देने का काम कर सकते हैं। अर्थात शुक्र आपको आर्थिक मामलों में धन कमाने के साथ-साथ भोग विलास और मनोरंजन के अवसर भी दे सकते हैं। यदि दूर के स्थानों से संबंधित अथवा विदेश से संबंधित कोई मामला है, तो उसमें भी शुक्र आपको शुभ परिणाम देना चाहेंगे।

उपाय: पत्नी को उनके पसंदीदा रंग के वस्त्र दिलवाएं, लेकिन यदि पत्नी साथ नहीं हैं, तो भाभी या भाभी समान स्त्री को कपड़े भेंट कर सकते हैं। 

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सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में तीसरे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ दशम भाव के भी स्वामी हैं, यानी कि शुक्र आपके आत्मविश्वास और करियर के माध्यम से आपके लाभ भाव को कनेक्ट करने जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में शुक्र का गोचर आपके आत्मविश्वास के चलते आपको आर्थिक मामलों में लाभ दिलाने का काम करेगा। साथ ही, आपको कामों में सफलता भी दिलाएगा। इतना ही नहीं, आपके करीबी दोस्तों, भाई अथवा पड़ोसी आदि के माध्यम से आपका कोई महत्वपूर्ण कार्य भी शुक्र इस अवधि में संपन्न करवा सकते हैं। शुक्र का गोचर आपको काफ़ी हद तक अच्छे परिणाम दे सकता है। भूमि, भवन, वाहन इत्यादि से संबंधित मामलों में भी 10 मई तक मंगल के साथ रहने के कारण शुक्र अपेक्षाकृत अधिक अनुकूल परिणाम प्रदान करेगा। अर्थात शुक्र का मिथुन राशि में गोचर आपके लिए फलदायी साबित होगा।

उपाय: शनिवार के दिन सरसों अथवा तिल के तेल का दान करना शुभ रहेगा। 

कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में दूसरे भाव के साथ-साथ भाग्य भाव के भी स्वामी हैं और गोचर करके ये आपके कर्म स्थान में जा रहे हैं। दशम भाव में शुक्र के गोचर को बहुत अच्छे परिणाम देने वाला नहीं कहा गया है। ऊपर से इस महीने आपके दशम भाव के स्वामी जो कि आपके राशि स्वामी भी हैं अर्थात बुध ग्रह आठवें भाव में रहेंगे। ये तमाम स्थितियां शुक्र को ताकत देने में पीछे रह सकती हैं, अर्थात शुक्र के इस गोचर से आपको बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं रखनी चाहिए। साथ ही, शुक्र कुछ हद तक कार्य-व्यापार को लेकर चिंताएं देने का काम कर सकता है। नौकरीपेशा लोगों को नौकरी में कुछ समस्याएं देखने को मिल सकती हैं। यदि आपका कोई भी काम शासन-प्रशासन से संबंधित है, तो ऐसे में किसी भी प्रशासनिक व्यक्ति से उलझना ठीक नहीं होगा। इन सावधानियों का पालन करने पर आप कुछ बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे।

उपाय: मांस-मदिरा और अंडे आदि का त्याग करते हुए अपने चरित्र को शुद्ध बनाए रखें। 

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तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में राशि स्वामी होने के साथ-साथ आठवें भाव के स्वामी भी हैं और अब यह गोचर करके आपके भाग्य भाव में जा रहे हैं। भाग्य भाव में शुक्र के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छे परिणाम देने वाला कहा जाता है। अतः शुक्र का यह गोचर यात्राएं विशेषकर धार्मिक यात्राएं करवा सकता है। यात्राओं के माध्यम से लाभ भी संभव होगा। वरिष्ठों का सहयोग भी मिल सकेगा। शासन-प्रशासन से जुड़े कामों में अनुकूलता देखने को मिल सकती हैं। किसी मांगलिक कार्य में शामिल होने का मौका भी मिल सकता है। भाग्य आपका साथ देगा और अप्रत्याशित रूप से कुछ कार्यों में सफलता भी हाथ लग सकती हैं। कुल मिलाकर, शुक्र का यह गोचर आपको बेहतर परिणाम देता हुआ प्रतीत हो रहा है।

उपाय: चांदी के लोटे में जल भरकर नीम के पेड़ की जड़ों में अर्पित करें। 

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में सप्तम भाव के स्वामी होने के साथ-साथ द्वादश भाव के भी स्वामी हैं और अब यह आठवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। शुक्र के इस गोचर से हम अच्छे परिणामों की उम्मीद रख सकते हैं। हालांकि, 10 मई तक शुक्र आपके राशि स्वामी मंगल के साथ हैं, लेकिन मंगल की स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं है। ऐसे में, कुछ गलत निर्णयों के चलते आपके काम बिगड़ भी सकते हैं। अर्थात शुक्र चीजों को सही दिशा में ले जाना चाहेंगे, लेकिन आपकी किसी लापरवाही या जिद के चलते काम बिगड़ने की संभावना है। वैसे, मिथुन राशि में आए शुक्र आपको पुरानी समस्याओं से निजात दिलाने का काम कर सकते हैं। साथ ही, यह आपको आर्थिक लाभ भी प्रदान करना चाहेंगे। इस भाव में शुक्र सुखों में वृद्धि करवाने वाला कहा गया है। अतः शुक्र के गोचर से अच्छे फलों की उम्मीद की जा सकती है।

उपाय: नियमित रूप से मां दुर्गा के मंदिर में जाना और उन्हें दंडवत प्रणाम करना शुभ रहेगा। 

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धनु राशि

धनु राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में छठे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ लाभ भाव के भी स्वामी हैं और अब यह आपके सातवें भाव में गोचर कर रहे हैं। सातवें भाव में शुक्र के गोचर को थोड़ा सा कमज़ोर परिणाम देने वाला कहा गया है। ऊपर से आपकी कुंडली में शुक्र छठे भाव का स्वामी होकर सातवें भाव में जा रहा है। ऐसी स्थिति में निजी जीवन में कुछ परेशानियां देखने को मिल सकती हैं। जननेंद्रिय से संबंधित कोई समस्या भी कभी-कभार उत्पन्न हो सकती है। इस अवधि में की गई यात्राएं थोड़ी कष्टकारी रह सकती हैं। यदि विवाहित हैं, तो जीवनसाथी अथवा जीवनसंगिनी के साथ बेहतर सामंजस्य बैठाने की कोशिश करें। दैनिक रोज़गार से संबंधित मामलों में भी ज्यादा गंभीरता से काम करने की आवश्यकता होगी। हालांकि, 10 मई तक शुक्र पंचम भाव के स्वामी मंगल के साथ मौजूद होगा। ऐसी स्थिति में लव मैरिज से संबंधित मामलों में कुछ बेहतर परिणाम देखने को मिल सकेंगे।

उपाय: जीवन में शुभता लाने के लिए भूरे रंग की गाय की सेवा करें। 

मकर राशि

मकर राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में पांचवें भाव के स्वामी होने के साथ-साथ आपके करियर स्थान के स्वामी भी हैं और यह आपके छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। छठे भाव में शुक्र के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला नहीं माना गया है। ऐसी स्थिति में शुक्र निजी जीवन में विशेषकर प्रेम संबंध में कुछ कमियां देने का काम कर सकते हैं। अतः इस अवधि में आपस में कुछ अनबन या कहासुनी देखने को मिल सकती है। यदि आप पुरुष हैं, तो आपको किसी भी स्त्री के साथ इस दौरान विवाद में पड़ने से बचने की सलाह हम देना चाहेंगे। कार्यक्षेत्र से संबंधित मामलों में भी अपेक्षाकृत अधिक कठिनाइयां देखने को मिल सकती हैं। हालांकि, नौकरीपेशा लोग तुलनात्मक रूप से बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। इसके बावजूद भी इस समय आपको अपनी प्रतिष्ठा का ख्याल रखना जरूरी होगा। साथ ही, रोग, ऋण और शत्रु से सुरक्षित रहने का प्रयास भी करना होगा।

उपाय: कन्याओं का पूजन करके उनका आशीर्वाद लें। 

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कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में चौथे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ आपके भाग्य भाव के भी स्वामी हैं और अब यह गोचर करके पांचवें भाव में जा रहे हैं। पांचवें भाव में शुक्र के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला कहा गया है। ऐसी स्थिति में शुक्र संतान और शिक्षा से संबंधित मामलों में अनुकूल परिणाम देना और दिलाना चाहेंगे। यदि आप किसी संतान के पिता हैं तो संतान से संबंधित मामलों में आपके द्वारा किये जा रहे प्रयास सफल होंगे और आप संतान को लेकर प्रसन्न रह सकते हैं। वहीं, यदि आप विद्यार्थी हैं तो पढ़ाई-लिखाई और परीक्षा से संबंधित मामलों में अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। आमोद-प्रमोद और मनोरंजन के मौके भी शुक्र का गोचर आपको देना चाहेगा। प्रेम संबंधों में भी शुक्र के इस गोचर के चलते मेल-मिलाप के अच्छे मौके मिल सकेंगे। धन अथवा अन्य तरीके का लाभ प्राप्त करने के लिए कोई सहज रास्ता भी नज़र आ सकता है। हालांकि, इस दौरान किसी भी तरह का गैरकानूनी कार्य करने से बचें। कुल मिलाकर, शुक्र का यह गोचर आपके लिए काफ़ी अच्छा रह सकता है।

उपाय: माता अथवा माता समान स्त्रियों का आदर व सेवा करना आपके लिए शुभ रहेगा। 

मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में तीसरे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ आपके आठवें भाव के भी स्वामी हैं जो अब गोचर करके आपके चौथे भाव में जा रहे हैं। चौथे भाव में शुक्र के गोचर को अच्छे परिणाम देने वाला कहा गया है। ऊपर से 10 मई तक शुक्र आपके भाग्य और धन भाव के स्वामी मंगल के साथ रहेंगे। ऐसी स्थिति में भूमि, भवन अथवा आर्थिक मामलों से संबंधित जो भी काम हैं उन्हें 10 मई तक संपन्न करने में शुक्र मददगार साबित होंगे। इस समय की गई यात्राएं भी बेहतर परिणाम देंगी। यदि बड़े दिनों से आपकी कोई कामना पूरी नहीं हो रही हैं, तो शुक्र का यह गोचर आपकी मनोकामना पूर्ति कर सकता है। धन और वाहन का लाभ भी शुक्र देव की कृपा दृष्टि से संभव होगा। अच्छी सुख-सुविधाओं की प्राप्ति भी शुक्र का यह गोचर करवाना चाहेगा। इस समय लोगों से आपका जुड़ाव संभावित है।

उपाय: बहते हुए शुद्ध जल में अक्षत यानी कि साबुत चावल बहाएं।

हम आशा करते हैं कि शुक्र के इस गोचर से मिलने वाले परिणामों को जानकर आप आने वाले समय को और बेहतर ढंग से प्लान कर सकेंगे और सकारात्मक परिणाम भी प्राप्त कर सकेंगे। भगवती आप सबका कल्याण करें। 

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