प्रेम के ग्रह शुक्र का मकर राशि में गोचर, खुलेंगे लव लाइफ के ताले!

ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को एक शुभ और लाभकारी ग्रह माना जाता है जो किसी भी राशि में 23 दिनों तक ही रहते हैं और इसके बाद ये किसी और राशि में गोचर कर जाते हैं। 3 नक्षत्रों के स्वामित्व वाले शुक्र जातकों के जीवन पर काफी प्रभाव डालते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मीन राशि शुक्र की उच्च राशि मानी जाती है और वहीं कन्या इनकी नीच राशि मानी जाती है। ग्रहों में शुक्र की मित्रता बुध और शनि से होती है, और सूर्य और चंद्रमा इनके शत्रु माने गए हैं।

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शुक्र का मकर राशि में गोचर: समय और तिथि

शुक्र 29 दिसंबर, 2022 गुरुवार के दिन 03 बजकर 45 मिनट पर मकर राशि में गोचर करेंगे। मकर राशि के जातकों को इस गोचर के अनुकूल परिणाम देखने को मिलेंगे। वहीं, प्रेम और भौतिक सुख के कारक शुक्र का ये गोचर राशि चक्र की हर एक राशि पर अपना प्रभाव निश्चित ही डालेगा। तो बिना देर किए, राशि अनुसार गोचर का प्रभाव और उसके उपायों के बारे में विस्तार से जानते हैं।

सिर्फ प्रेम ही नहीं कई क्षेत्रों पर पड़ता है लाभकारी शुक्र का प्रभाव

वैवाहिक जीवन में सुख और प्रेम-संबंधों में बढ़ती प्रगाढ़ता के पीछे शुक्र का ही प्रभाव होता है। इसके अलावा, शुक्र के शुभ प्रभाव से जातकों के अंदर रचनात्मक कार्यों के प्रति रुचि बढ़ती है। ऐसे लोगों का स्वभाव काफी मीठा माना जाता है और शुक्र के सकारात्मक प्रभाव से ही जातकों को दीर्घायु मिलती है। जिन जातकों को मजबूत शुक्र का साथ मिलता है उन्हें भौतिक सुख का आनंद हमेशा प्राप्त होता है। 

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कुंडली में कमजोर है शुक्र, लव लाइफ पर पड़ेगा प्रभाव 

मजबूत शुक्र से होने वाले फायदों के बारे में तो हमने सारी जानकारी हासिल कर ली। लेकिन, आप ये भी जानना चाहेंगे कि कमजोर शुक्र का जातक के ऊपर क्या प्रभाव होता है? चलिए जानते हैं। कमजोर शुक्र के कारण सबसे ज्यादा दिक्कत वैवाहिक जीवन में आती है। इसके अलावा जातकों की लव लाइफ में भी उथल-पुथल मची रहती है। 

चूंकि, शुक्र भौतिक सुख का कारक माना जाता है इसलिए कमजोर स्थिति के कारण जातकों को भौतिक सुखों में अभाव का सामना करना पड़ता है। ऐसे लोग जीवन में दरिद्रता से पीड़ित हो सकते हैं। जातकों को शारीरिक और मानसिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है। 

लेकिन आपको इसके बारे में चिंतित होने की जरूरत नहीं है क्योंकि ज्योतिष शास्त्र में कई ऐसे सरल और आसान उपायों के बारे में बताया गया है जिनकी मदद से जातक आसानी से शुक्र को अपनी कुंडली में मजबूत कर सकता है। उन उपायों को करने से आपको शुक्र का आशीर्वाद प्राप्त होगा। आइए उन उपायों के बारे में जानते हैं।

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शुक्र को मजबूत करने के आसान ज्योतिषीय उपाय

  • शुक्रवार का दिन शुक्र ग्रह को समर्पित होता है इसलिए इस दिन दही, खीर, ज्वार, चावल आदि का दान करना चाहिए।
  • शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए आप हीरा भी पहन सकते हैं, लेकिन इसे पहनने के नियम और दूसरी बातों की जानकारी के लिए किसी विद्वान ज्योतिष से सलाह जरूर लें।
  • इसके अलावा 6 मुखी और 13 मुखी रुद्राक्ष धारण करना भी शुक्र के प्रतिकूल प्रभाव को कम करता है।
  •  “ॐ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः” इस मंत्र का जाप करें।
  • शुक्र को मजबूत करने के लिए और धन लाभ बढ़ाने के लिए आप शुक्र यंत्र की भी पूजा कर सकते हैं।

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शुक्र का मकर राशि में गोचर: राशि अनुसार राशिफल और उपाय

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे तथा सातवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके दसवें भाव यानी…(विस्तार से पढ़ें)

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र लग्न तथा छठे भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके नौवें भाव भाग्य और…(विस्तार से पढ़ें)

मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र पांचवें तथा बारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके आठवें भाव में…(विस्तार से पढ़ें)

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र चौथे तथा ग्यारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके सातवें भाव में…(विस्तार से पढ़ें)

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सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र तीसरे तथा दसवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके छठे भाव में…(विस्तार से पढ़ें)

कन्या राशि

कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे तथा नौवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके पांचवें भाव में गोचर…(विस्तार से पढ़ें)

तुला राशि

तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र प्रथम तथा आठवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके चौथे भाव में गोचर…(विस्तार से पढ़ें)

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र सातवें तथा बारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके तीसरे भाव में…(विस्तार से पढ़ें)

धनु राशि

धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र छठे तथा ग्यारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके दूसरे भाव में गोचर…(विस्तार से पढ़ें)

मकर राशि

मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र पांचवें और दसवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके लग्न भाव में गोचर…(विस्तार से पढ़ें)

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र चौथे तथा नौवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके बारहवें भाव में गोचर…(विस्तार से पढ़ें)

मीन राशि

मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र तीसरे तथा आठवें भाव का स्वामी है और इस गोचर काल के दौरान यह आपके ग्यारहवें भाव में…(विस्तार से पढ़ें)

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोरइसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं।

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