शुक्र का कुंभ राशि में गोचर, 5 राशियों की लव लाइफ होगी शानदार!

हम सभी इस बात से वाकिफ़ हैं कि शुक्र प्रेम के कारक ग्रह हैं जो प्रेम, भौतिक सुख और सुंदरता का प्रतिनिधित्व करते हैं। साथ ही, ज्योतिष शास्त्र में भी शुक्र को विशेष स्थान प्राप्त है। आप अपने जीवन में धन-दौलत, सुंदरता और विलासिता के बारे में क्या सोचते हैं, इसके पीछे भी शुक्र जिम्मेदार होते हैं। कुल मिलाकर शुक्र व्यक्ति के प्रेम जीवन को दर्शाते हैं कि कोई इंसान कैसे अपने प्रेम को ज़ाहिर करता है और कैसे प्रेम जीवन का आनंद लेता है। इन सभी बातों में शुक्र का अहम योगदान रहता है। अगर शुक्र आपकी राशि के स्वामी हैं तो आप बहुत भाग्यशाली है क्योंकि आपके जीवन में रोमांस भरपूर रहेगा और आपके प्रेम संबंध बेहद मजबूत रहेंगे।

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जिन जातकों पर शुक्र की महादशा चल रही होती है, उन्हें शुक्र से अच्छे परिणाम मिलने की संभावना बनी रहती है। इसके अलावा सप्ताह का दिन शुक्रवार शुक्र ग्रह को समर्पित होता है। वहीं बात करें रत्न की तो, शुक्र के लिए हीरा रत्न पहनना सबसे फलदायी साबित होता है। नक्षत्रों में शुक्र का शासन पूर्वाफाल्गुनी,  पूर्वाषाढ़ा और भरणी नक्षत्र पर है और इनके लिए तांबा, चांदी, पीतल, बेरिल मूंगा, अलबेस्टर जैसे धातु और रत्न उपयुक्त माने जाते हैं। सफेद और क्रीम शुक्र के प्रिय रंग हैं। वृषभ और तुला राशि पर शुक्र का शासन होता है और इनकी नीच राशि मीन है जबकि उच्च राशि कन्या है।

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एस्ट्रोसेज के इस ख़ास ब्लॉग में आपको कुंभ राशि में शुक्र के गोचर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होगी जैसे तिथि, समय आदि। साथ ही जानेंगे, शुक्र गोचर से कौन सी 5 राशियों की लव लाइफ में सकारात्मक बदलाव आएंगे। इतना ही नहीं, हम बाकी राशियों पर भी इसके प्रभाव और इस अवधि में शुक्र के लिए किए जाने वाले आसान उपायों के बारे में भी विस्तार से चर्चा करेंगे। तो आइए जानते हैं 22 जनवरी 2023 को दोपहर 03 बजकर 34 मिनट पर शुक्र के कुंभ राशि में गोचर से राशियों की लव लाइफ में कौन से बदलाव देखने को मिलेंगे।

शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: 5 राशियों पर पड़ेगा प्रभाव

शुक्र के कुंभ राशि में गोचर के कारण जातकों की लव लाइफ में विवाद और तनाव बढ़ने की संभावना है। इसके अलावा शादीशुदा जातकों को भी कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। जातक अपनी भावनाओं पर काबू रखने में नाकाम रह सकते हैं और आपको इसके नतीजे झेलने पड़ सकते हैं। ऐसे में, आप खुद को ही दुख पहुंचा सकते हैं। शुक्र प्रेम, स्नेह और भावनाओं का प्रतिनिधित्व करते हैं और इनकी प्रतिकूल दशा के कारण जातकों के प्रेम जीवन में परेशानियां पैदा हो सकती हैं। आइए अब जीवन के दूसरे पहलुओं पर नजर डालते हैं और यह जानते हैं कि कुंभ राशि में शुक्र के गोचर का क्या प्रभाव होगा। 

बीमारियां: इसके कारण जातकों को ओवरी, सूजन, एनीमिया, गोइटर जैसी परेशानियां हो सकती हैं। इसके अलावा शराब के ज्यादा सेवन से भी आपको गोनोरिया और सिफलिस का सामना करना पड़ सकता है।

पेशेवर जीवन: आमतौर पर गायक, सट्टा, अभिनय और फिल्म प्रोडक्शन आदि पेशों पर शुक्र का शासन होता है। इसके अलावा ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री में काम करने वाले लोगों पर भी इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है क्योंकि रेलमार्ग, बस, टैक्सी, लॉरी, हवाई जहाज, जहाज, खाद्य उद्योग, खेत, कॉफी, चाय, और रबर आदि से जुड़े उद्योगों पर भी शुक्र का शासन है। साथ ही, चश्मे और ग्लास का काम करने वाले, दर्जी, पेंटर, ज्वैलर जैसे पेशों पर भी शुक्र का आधिपत्य है। यदि दूसरे भाव में शुक्र हो, तो जातकों का रुझान कविताओं में बढ़ता है।

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शुक्र का कुंभ राशि में गोचर: 5 राशियों की लव लाइफ में बढ़ेगा रोमांस

मेष

मेष राशि के जातकों की कुंडली में शुक्र ग्यारहवें भाव में गोचर करेंगे। इसके प्रभाव से आप अपने दोस्तों और चाहने वालों के बीच अपनी अलग पहचान बनाएंगे। इस अवधि में आपका सामाजिक दायरा भी बढ़ेगा। हालांकि, इस बीच आपको अपने फ्रेंड सर्कल में अपना जीवनसाथी भी मिल सकता है।अगर आप कार्यस्थल पर ही किसी के साथ प्रेम में हैं, तो आपके बीच रोमांस बढ़ेगा। शुक्र के गोचर से आपको अच्छा धन लाभ होगा जिससे आप भी आश्चर्यचकित हो जाएंगे। अपने अच्छे स्वभाव और बढ़ती हुई सैलरी के कारण आप अपने कार्यस्थल पर सबका ध्यान अपनी ओर खिंचेंगे। साथ ही, आपको अपने परिवार और पत्नी से भी पूरा समर्थन मिलेगा और अगर आप बिज़नेस कर रहे हैं, तो अब इसमें तेजी देखने का वक्त आ गया है।

तुला

तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र पहले और आठवें भाव के स्वामी हैं और अब शुक्र आपकी कुंडली के पांचवे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। शुक्र के सकारात्मक प्रभाव से आपके अंदर रचनात्मकता बढ़ेगी और अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन लोगों के सामने करने में कामयाब होंगे। इसके अलावा, आप पार्टनर के सामने भी खुलकर अपने विचार रखेंगे। जो जातक किसी प्रेम संबंध में हैं, वह एक कदम आगे बढ़ाते हुए शादी का फैसला ले सकते हैं। आपकी जन्म कुंडली में अगर शुक्र की महादशा चल रही है तो उसके प्रभाव से इस अवधि में आपका विवाह भी हो सकता है।

वृश्चिक

शुक्र आपकी कुंडली के सातवें भाव के स्वामी हैं और ये आपके चौथे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। शुक्र गोचर के प्रभाव से आपका ध्यान अपने पारिवारिक जीवन पर होगा और आप अपने साथी के साथ समय बिताने की कोशिश करेंगे। इसके अलावा, आप अपार्टनर को समझने का भी प्रयास करेंगे और इससे आपके रिश्ते में जो भी छोटी-मोटी परेशानी है वह खत्म हो जाएगी।

मकर

शुक्र आपकी कुंडली के दूसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। अगर आप रिलेशनशिप में हैं, तो यह समय साथी को परिवार से मिलवाने के लिए अनुकूल रहेगा। आप अपने घर वालों के साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताएंगे और घरेलू मामलों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। इसके अलावा, सिंगल जातकों के लिए उनका परिवार कोई साथी भी ढूंढ सकता है और आने वाले समय में आपके प्रेम संबंध और भी बेहतर होंगे।

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कुंभ

कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र आपकी कुंडली के लग्न भाव में गोचर करेंगे। आपको इस वक्त अपने पार्टनर से ढेर सारा प्यार मिलेगा और आप उनके साथ किसी रोमांटिक डिनर डेट पर भी जा सकते हैं। इसके अलावा, कुंभ राशि के जातक इस वक्त अपने घर में आराम करते नज़र आएंगे। इस गोचर के दौरान आपको भाग्य का पूरा साथ मिलेगा और आपका पार्टनर आपके लिए काफी भाग्यशाली साबित होगा।

कुंडली में शुक्र को मजबूत करने के उपाय

  • शुक्रवार को सफेद या पिंक रंग के कपड़े पहनें।
  • परफ्यूम का इस्तेमाल करें और अपनी निजी स्वच्छता का ख्याल रखें।
  • घी, चीनी, चावल और दही आदि सफेद रंग की वस्तुओं का दान गरीबों और जरूरतमंदों को करें।
  • शुक्रवार के दिन उपवास रखें।
  • शुक्र को मजबूत करने के लिए ओपल या हीरा धारण करें, लेकिन किसी विद्वान ज्योतिषी से सलाह लेने के बाद। 

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