शुक्र का कर्क राशि में उदय: सभी राशियों को कैसे करेगा प्रभावित? जानें

शुक्र का कर्क राशि में उदय: प्रेम के कारक ग्रह शुक्र 18 अगस्त 2023 को कर्क राशि में उदित होने जा रहे हैं। शुक्र ग्रह को सुख-समृद्धि देने वाला ग्रह माना गया है जो लग्जरी चीजों के कारक हैं। इसके अलावा, शान-ओ-शौक़त और मनोरंजन पर इनका गहरा अधिपत्य माना जाता है। शुक्र के अस्त होने की अवस्था में अधिकांश शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं। विशेषकर, शादी-विवाह, विदाई जैसे कार्य शुक्र के अस्त होने की अवस्था में रोक दिए जाते हैं। हालांकि, इस बार शुक्र ग्रह बहुत कम दिनों के लिए अस्त हुए थे। 

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शुक्र इस महीने अर्थात अगस्त के महीने में 8 अगस्त 2023 को अस्त हुए थे और 18 अगस्त 2023 को उदित हो रहे हैं। अतः इस बार लोगों को शुक्र के उदय होने के लिए ज्यादा बड़ी प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ी। लेकिन, फिर भी जिनके लिए शुक्र शुभ ग्रह होते हैं उन्हें इन 10 दिनों में भी कहीं न कहीं कमज़ोर परिणाम मिलेंगे होंगे अथवा शुक्र से संबंधित व्यापार-व्यवसाय करने वाले लोगों को इस समय फायदा नहीं हुआ होगा अथवा नुकसान भी हो गया होगा। ऐसे लोगों के लिए शुक्र का उदय होना राहत लेकर आएगा। आपकी राशि के लिए शुक्र का उदय होना कैसा रहेगा? आइए जानते हैं। 

शुक्र का कर्क राशि में उदय:12 राशियों पर प्रभाव और उपाय 

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं तथा यह चौथे भाव में उदित हो रहे हैं। अतः अस्त अवस्था में होने के कारण शुक्र अच्छे परिणाम देने में कुछ हद तक पीछे थे, जो अब तुलनात्मक रूप से बेहतर परिणाम देने में समर्थ होंगे। शुक्र का उदय होना आपकी मनोकामना पूर्ति में सहायता करेगा। धन, वाहन इत्यादि की खरीदारी के रास्ते और आसान होंगे। घर-गृहस्थी से संबंधित मामलों में बेहतर अनुकूलता देखने को मिल सकेगी। आपके स्वजन और संबंधी आपसे मिलने के लिए आ सकते हैं। उनसे मिलकर आपको प्रसन्नता होगी।

उपाय: बहते हुए शुद्ध जल में अक्षत (चावल) बहाएं। 

वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में राशि स्वामी होने के साथ-साथ आपके छठे भाव के स्वामी भी हैं और वर्तमान में यह आपके तीसरे भाव में उदित हो रहे हैं। तीसरे भाव में शुक्र के गोचर को सामान्य तौर पर अनुकूल परिणाम देने वाला कहा जाता है। लेकिन, अस्त होने के कारण इनकी अनुकूलता में कमी देखने को मिल रही थी जो अब काफ़ी हद तक दूर होनी चाहिए। भाई-बंधु और पड़ोसियों के साथ आपके संबंध तुलनात्मक रूप से बेहतर होंगे। कहीं से कोई अच्छा समाचार भी सुनने को मिल सकता है और भाग्य का सपोर्ट मिलेगा। आपके स्वजन और आपके रिश्तेदार तुलनात्मक रूप से बेहतर सपोर्ट करते हुए देखे जाएंगे। शासन-प्रशासन से जुड़े मामलों में भी शुक्र का उदय होना आपके लिए फायदेमंद रह सकता है।

उपाय: महिलाओं का सम्मान करना और उनका आशीर्वाद लेना आपके लिए हितकारी रहेगा। 

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मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में पांचवें और द्वादश भाव के स्वामी हैं और यह दूसरे भाव में उदित हो रहे हैं। दूसरे भाव में उदय होने के कारण यह दूसरे भाव से संबंधित मामलों में अच्छे परिणाम दे सकते हैं। आर्थिक मामलों में अब यह आपको ज्यादा अच्छा सपोर्ट कर सकते हैं। नए वस्त्र और नए आभूषण खरीदने में अथवा प्राप्त करने में यह आपकी मदद कर सकते हैं। गीत-संगीत में आपकी रुचि बढ़ सकती है। आपको मनपसंद भोजन खाने के अवसर तुलनात्मक रूप से ज्यादा मिल सकते हैं। घर-परिवार के लोगों के साथ संबंध बेहतर हो सकते हैं। मनोरंजन के मौके भी आपको मिल सकते हैं।

उपाय: गाय का देसी घी मां दुर्गा के मंदिर में अर्पित करना और उसी घी का दीपक जलाना शुभ रहेगा।

कर्क राशि

कर्क राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में चौथे भाव के साथ-साथ लाभ भाव के भी स्वामी हैं और यह आपके पहले भाव में उदित हो रहे हैं। यद्यपि 4 सितंबर तक शुक्र वक्री हैं। अतः भले ही हंड्रेड परसेंट  फेवर के रिजल्ट न दें सकें, लेकिन उदित होने के कारण परिणाम बेहतर रह सकते हैं। इसके फलस्वरूप, अब सुख-समृद्धि का ग्राफ तुलनात्मक रूप से बेहतर हो सकता है। यात्राएं भी पहले की तुलना में ज्यादा लाभकारी और सुखद रह सकती हैं। आर्थिक मामलों में भी बेहतरी देखने को मिल सकती है। विद्यार्थियों को भी मेहनत करने की स्थिति में अब पहले की तुलना में ज्यादा अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। विवाह और वैवाहिक संबंधी मामलों में भी शुक्र के उदय होने के कारण आपको बेहतर परिणाम मिल सकेंगे।

उपाय: काली गाय की सेवा करें। 

सिंह राशि

सिंह राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में तीसरे और दशम भाव के स्वामी हैं जो अभी तक द्वादश भाव में वक्री और अस्त अवस्था में गोचर कर रहे थे। अब यह 18 अगस्त को उदित हो रहे हैं। अतः परिणाम तुलनात्मक रूप से बेहतर हो सकते हैं। आपका आत्मविश्वास यदि पिछले 10 दिनों में कमज़ोर रहा है, तो उसके बेहतर होने की संभावनाएं मजबूत होगी। यदि 8 अगस्त के बाद कामों में कुछ धीमापन आ गया था, तो अब कार्यक्षेत्र में तेज़ी देखने को मिल सकती है। दूर के स्थानों अथवा विदेश से संबंधित मामलों में अब बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे। यात्राएं भी अधिक फायदेमंद रह सकती हैं। यद्यपि खर्चों के योग भी हैं, लेकिन ज्यादातर खर्चे सार्थक चीजों में होंगे। अतः बदले में कुछ प्राप्त होने की स्थिति में आप प्रसन्न रह सकेंगे। मनोरंजन के मौके भी शुक्र के उदित होने के कारण अब ज्यादा मिल सकेंगे।

उपाय: पत्नी को उनकी पसंद के कपड़े व आभूषण अपने सामर्थ्य के अनुसार दिलवाना शुभ रहेगा। अविवाहित लोग अपनी भाभी को श्रृंगार सामग्री उपहार के रूप में भेंटकर उनका आशीर्वाद लेकर शुभ फल प्राप्त कर सकेंगे। 

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कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में दूसरे और भाग्य भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में यह आपके लाभ भाव में वक्री तथा अस्त थे जो अब 18 अगस्त को उदय हो रहे हैं। यद्यपि वक्री होने के कारण परिणाम हंड्रेड परसेंट नहीं मिल रहे थे, लेकिन उदय होने के कारण परिणामों में काफ़ी हद तक अनुकूलता देखने को मिलेगी। इसके फलस्वरूप अब बेहतर उपलब्धियां देखने को मिल सकती हैं। पिछले दिनों किए गए काम इस समय बेहतर परिणाम देते हुए देखे जाएंगे। सुख-समृद्धि के योग मजबूत होंगे। इस समय की गई यात्राएं तुलनात्मक रूप से बेहतर उपलब्धियां देने का काम कर सकती हैं। भाई, मित्र और पड़ोसियों के साथ आपके संबंध बेहतर हो सकते हैं। निजी संबंधों विशेषकर प्रेम संबंध में शुक्र के उदय होने के कारण अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे। भाग्य का सपोर्ट मिलेगा। मन में अध्यात्म की तरफ अधिक झुकाव होगा। पिता से संबंधित समस्याएं अब शांत होने लग जाएंगी।

उपाय: शनिवार के दिन सरसों अथवा तिल के तेल का दान करना शुभ रहेगा। 

तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में राशि स्वामी होने के साथ-साथ आठवें भाव के भी स्वामी हैं और वर्तमान में आपके कर्म स्थान पर वक्री अवस्था में गोचर कर रहे थे जो कि 18 अगस्त को उदित हो रहे हैं। दशम भाव में शुक्र के गोचर को बहुत अच्छा नहीं माना जाता है। अतः कमज़ोर होने की अवस्था में यह नकारात्मक परिणामों में कमी कर रहे थे अर्थात कहीं न कहीं फेवर के रिजल्ट दे रहे थे। अब नियमानुसार देखें तो उदय होने के बाद नकारात्मक परिणामों में बढ़ोतरी होनी चाहिए, लेकिन आपके मामले में ऐसे परिणाम नहीं मिलेंगे क्योंकि शुक्र आपके राशि स्वामी हैं और राशि स्वामी का तुलनात्मक रूप से मजबूत होना आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा कहा जाएगा। सहकर्मियों के साथ यदि किसी बात को लेकर कुछ गलतफ़हमी थी, तो उस गलतफ़हमी के दूर होने के योग निर्मित होंगे। वरिष्ठों का व्यवहार आपके प्रति तुलनात्मक रूप से सकारात्मक होगा। हालांकि 4 सितंबर तक सावधानी बरतनी होगी, लेकिन तुलनात्मक रूप से अब बेहतर परिणाम मिलने चाहिए।

उपाय: शुद्ध और सात्विक बने रहें और अपना चरित्र स्वच्छ बनाए रखें। 

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में सातवें और द्वादश भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में शुक्र आपके भाग्य भाव में वक्री और अस्त हैं। 18 अगस्त से यह उदित हो रहे हैं। अतः परिणाम तुलनात्मक रूप से बेहतर होने वाले हैं। दांपत्य जीवन में यदि किसी तरह की कोई समस्या रही है तो अब उसमें बेहतरी देखने को मिल सकती है। विशेषकर यदि जीवनसाथी अथवा जीवनसंगिनी का स्वास्थ्य कमज़ोर रहा है, तो अब स्वास्थ्य में धीरे-धीरे करके अनुकूलता देखने को मिल सकती है। आपकी गलतफ़हमियां भी दूर होंगी। कामों में आ रही अड़चनें व कठिनाइयां कम होंगी। यदि पिछले आठ-दस दिनों में नींद में कुछ व्यवधान रहा है तो उस व्यवधान के दूर होने के योग भी बनेंगे। दूर की यात्राओं में आ रही समस्याएं भी दूर होंगी और दूर के स्थानों या विदेशों से संबंध भी बेहतर हो सकेंगे।

उपाय: चांदी या फिर मिट्टी के लोटे में जल भरकर नीम के पेड़ की जड़ों पर चढ़ाना शुभ रहेगा। 

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धनु राशि

धनु राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में छठे और लाभ भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में यह आपके आठवें भाव में वक्री तथा अस्त होकर गोचर कर रहे थे। 18 अगस्त से शुक्र उदित हो रहे हैं और फलस्वरूप आपके लाभ का ग्राफ बेहतर होने वाला है। यदि स्वास्थ्य में किसी तरह की कोई नकारात्मकता पिछले दिनों में आई थी, तो अब वह दूर हो जाएगी अर्थात स्वास्थ्य बेहतर होने के योग बनेंगे। प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षाओं में या प्रतिस्पर्धात्मक कार्यों में आप बेहतर करते हुए देखे जाएंगे। हालांकि, आपकी मेहनत का एक बड़ा हिस्सा अभी 4 सितंबर तक आपके काम नहीं आएगा, लेकिन काफ़ी हद तक स्थितियां अब बेहतर होने वाली हैं। स्त्रियों से संबंधित मामलों में यदि कोई परेशानी चल रही है तो अब तुलनात्मक रूप से उसमें भी बेहतर परिणाम देखने को मिल सकते हैं। हालांकि, 4 सितंबर तक स्त्रियों से किसी भी तरीके का विवाद न करना ही फायदेमंद साबित होगा, लेकिन अब स्थितियां बेहतर होने जा रही है।

उपाय: नियमित रूप से मां दुर्गा के मंदिर जाना और उन्हें सफेद रंग की मिठाई चढ़ाना शुभ रहेगा।

मकर राशि

मकर राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में पंचम और दशम भाव के स्वामी हैं और यह वर्तमान में आपके सप्तम भाव में वक्री तथा अस्त अवस्था में हैं। वक्री अवस्था तो 4 सितंबर तक जारी रहेगी, लेकिन 18 अगस्त से शुक्र उदय हो रहे हैं। इसके फलस्वरूप, कामों में कुछ बेहतरी देखने को मिल सकती है। निजी संबंधों में भी अनुकूलता के योग बनेंगे। हालांकि, सामान्य तौर पर सप्तम भाव में शुक्र के गोचर को अच्छा नहीं माना गया है। अतः शुक्र के उदय होने से बहुत अधिक पॉजिटिविटी भी आने की उम्मीद नहीं है। फिर भी कर्म स्थान के स्वामी का मजबूत होना कामों में बेहतरी देने का काम कर सकता है। वहीं, पंचम भाव के स्वामी का तुलनात्मक रूप से बेहतर होना प्रेम और शिक्षा से संबंधित मामलों में कुछ अनुकूल परिणाम देने और दिलाने का काम कर सकता है। जननांगों व स्त्रियों से संबंधित समस्याएं होने पर आपको उन्हें गंभीरता से लेकर उनका उचित समाधान ढूंढना होगा। ऐसे मामलों में लापरवाही बरतने से बचें।

उपाय: लाल गाय की सेवा करना जीवन में शुभता लाने का काम करेगा। 

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कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में चौथे और भाग्य भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में यह आपके छठे भाव में वक्री तथा अस्त अवस्था में हैं। 18 अगस्त से शुक्र उदित हो रहे हैं। हालांकि, छठे भाव में शुक्र के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता है। अतः इसके उदित होने से विशेष सकारात्मकता मिलने की संभावना तो कम ही है, लेकिन फिर भी घरेलू समस्याएं तुलनात्मक रूप से कम रह सकती हैं। यदि कोई स्वास्थ्य समस्या रही है तो उसमें भी थोड़ी बेहतरी देखने को मिल सकती है। स्त्रियों से संबंधित मामलों में अभी सावधानी बरतने की आवश्यकता होगी। दूर की यात्राएं तुलनात्मक रूप से बेहतर परिणाम देने का काम करेंगी। मन अध्यात्म में अधिक लग सकता है। बात पत्नी की हो या फिर किसी और स्त्री की, आपको सबके साथ अच्छे संबंध रखने हैं। कोर्ट-कचहरी से जुड़े मामलों में बेहतर परिणाम मिलने की संभावनाएं बन रही हैं।

उपाय: कन्याओं का पूजन करके उनका आशीर्वाद लें। 

मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए शुक्र आपकी कुंडली में तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं और वर्तमान में यह आपके पंचम भाव में वक्री तथा अस्त अवस्था में हैं। 18 अगस्त को शुक्र उदय हो रहे हैं और इसके फलस्वरूप यह आपके मामले में परिणामों की सकारात्मकता को बढ़ा सकते हैं। विशेषकर निजी जीवन में कोई परेशानी रही है तो वह दूर हो सकती है। प्रेम संबंधों में तुलनात्मक रूप से अधिक अनुकूलता देखने को मिल सकती है। यदि लव पार्टनर को लेकर कोई गलतफ़हमी रही है तो वह अब धीरे-धीरे करके दूर होने लग जाएगी। हालांकि, 4 सितंबर तक का समय कमज़ोर है लेकिन फिर भी पिछले दिनों की तुलना में अब बेहतर परिणाम मिल सकते हैं। यदि आप विद्यार्थी हैं तो आपको अच्छे परिणाम मिलने की उम्मीद है। विशेषकर यदि आप कला या साहित्य के विद्यार्थी हैं तो आपको परिणाम तुलनात्मक रूप से अधिक अच्छे मिल सकते हैं। 

उपाय: माता अथवा माता तुल्य स्त्रियों का आदर-सत्कार व सेवा करना तथा उनसे आशीर्वाद लेना शुभ रहेगा।

हम उम्मीद करते हैं कि शुक्र के उदय होने के इस परिणाम को जानने के बाद आप योजना बनाकर नकारात्मक परिणामों में कमी करके बेहतर परिणाम प्राप्त करेंगे तथा सकारात्मक परिणामों की ग्राफ को कर्म के माध्यम से बढ़ाकर अपने जीवन को बेहतर कर सकेंगे। भगवती आप सब पर कृपा बनाए रखें।

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