सुख, विलासिता के ग्रह का गोचर इन राशियों के लिए रहेगा भाग्यशाली- धन लाभ के भी बनेंगे योग!

शुक्र गोचर 2024: बात करें जनवरी महीने के आखिरी गोचर की तो यह होगा शुक्र का गोचर जो की 18 जनवरी को होने वाला है। इस दौरान शुक्र धनु राशि में प्रवेश कर जाएंगे। शुक्र के इस गोचर का आपके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा, इसके नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए क्या उपाय किया जा सकते हैं, कुंडली में शुक्र का मजबूत होना या कमजोर होना आपके जीवन में किस तरह के प्रभाव डाल सकता है, शुक्र का ज्योतिष महत्व क्या होता है, और किन उपायों से आप कुंडली में शुक्र को मजबूत कर सकते हैं, इन सभी बातों की जानकारी जानने के लिए पड़े हमारा यह खास ब्लॉग।

शुक्र गोचर 2024: समय और तिथि 

सबसे पहले बात करें शुक्र गोचर के समय और तिथि की तो शुक्र का यह गोचर 18 जनवरी को होने वाला है। समय की बात करें तो, सुख-समृद्धि का ग्रह शुक्र 18 जनवरी 2024 की रात 8 बजकर 46 मिनट पर धनु राशि में गोचर कर जाएगा।

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शुक्र गोचर अर्थ और प्रभाव 

शुक्र को ज्योतिष में एक शुभ ग्रह का दर्जा दिया गया है। अंग्रेजी में इसे वीनस और भोर का तारा भी कहते हैं। यह एक लाभकारी ग्रह है और सुंदरता, सुख, वाहन, यात्रा, ललित कला, व्यापारिक संबंधों आदि का कारक माना जाता है। इसके अलावा शुक्र को भौतिक और आध्यात्मिक दोनों ही चीजों का ज्ञान रखने वाला ग्रह भी माना गया है। 

बात करें इसके गोचर की तो जब शुक्र एक राशि से निकलकर दूसरी राशि में प्रवेश करता है तो इसे शुक्र गोचर कहते हैं। शुक्र गोचर का प्रभाव संतान, रिश्तों, वित्त और विवाह पर पड़ता है। इसके अलावा कुछ राशियों पर शुक्र गोचर का सकारात्मक प्रभाव देखने को मिलता है तो कुछ पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है। यह पूरी तरह से आपकी कुंडली में शुक्र की स्थिति पर निर्भर करता है।

शुक्र का ज्योतिषीय महत्व 

ज्योतिष के अनुसार बात करें शुक्र ग्रह की तो यह एक शुभ ग्रह माना गया है। वृषभ और तुला राशि का स्वामित्व शुक्र ग्रह के पास होता है, मीन इसकी उच्च राशि है, कन्या नीच राशि कहलाती है। धार्मिक दृष्टि से शुक्र के महत्व की बात करें तो इसे असुरों के गुरु शुक्राचार्य भी कहा जाता है। 

भागवत पुराण में वर्णित है कि शुक्र महर्षि भृगु ऋषि के पुत्र हैं। इसके अलावा शुक्र ग्रह का संबंध धन की देवी मां लक्ष्मी से जोड़कर देखा जाता है। यही वजह है कि धन, वैभव और ऐश्वर्य की कामना करने के लिए शुक्रवार के दिन व्रत भी किया जाता है। 

खगोलीय दृष्टि से शुक्र ग्रह के महत्व की बात करें तो खगोल विज्ञान के अनुसार शुक्र एक चमकीला ग्रह है। शुक्र आकार और दूरी में पृथ्वी के निकटतम है। यही वजह है कि कई बार इससे पृथ्वी की बहन भी कहते हैं। अगर इस ग्रह से जुड़ी एक दिलचस्प बात करें तो, शुक्र सूर्योदय से पहले और सूर्यास्त के बाद थोड़ी देर के लिए सबसे तेज चमकता है और यही वजह है कि इसे भोर का तारा या सांझ का तारा भी कहते हैं।

इन उपायों से कुंडली में मौजूद शुक्र को करें मजबूत  

ज्योतिष की जानकार मानते हैं कि जिन व्यक्तियों की कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत स्थिति में होता है उन्हें अपने जीवन में सुख, संपदा, ऐश्वर्य आकर्षक व्यक्तित्व, सुंदरता आदि प्राप्त होती है। वहीं इसके विपरीत अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत स्थिति में नहीं है तो इन्हें इन सभी क्षेत्रों में नकारात्मक परिणाम उठाने पड़ सकते हैं। साथ ही ऐसे व्यक्तियों के जीवन में कठिनाइयां भी बनी रहती हैं। यही वजह है कि कमजोर शुक्र के प्रभाव से बचने के लिए कुछ उपाय करने की सलाह दी जाती है।

चलिए आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं क्या कुछ हैं ये उपाय 

  • अगर आपकी कुंडली में भी शुक्र ग्रह कमजोर स्थिति में है तो शुक्रवार का व्रत प्रारंभ कर दें और सफेद चीज जैसे दूध, दही, मोती, चीनी, आटा, घी इनका अपनी यथाशक्ति के अनुसार दान करें।
  • अगर आपकी कुंडली में शुक्र कमजोर है तो शुक्रवार और पूर्णिमा के दिन शुक्र देव के मंत्र का जाप करें। इससे शुक्र ग्रह मजबूत होगा। 
  • अगर शुक्र ग्रह कमजोर स्थिति में है तो आप आटे में चीनी मिलाकर चीटियों को खिलाएं। 
  • इसके अलावा अगर आप किसी कन्या को सफेद वस्त्र, चावल, घी, चीनी का नियमित रूप से दान करें तो भी आपका शुक्र मजबूत होता है। 
  • आप चाहें तो अपने स्नान के पानी में इलायची डालकर इस्तेमाल करें। यह भी शुक्र ग्रह को मजबूत करने का एक कारगर उपाय माना गया है। 
  • शुक्र ग्रह को मजबूत करने के लिए चांदी या प्लैटिनम की अंगूठी पहनना भी बेहद शुभ माना गया है। आप चाहे तो अंगूठी की जगह गले में चैन भी धारण कर सकते हैं। 
  • इसके अलावा अगर आप चाहे तो अंगूठे में चांदी का छल्ला भी धारण कर सकते हैं। ऐसा करने से आपका मन और दिमाग शांत रहेगा और शुक्र मजबूत बनेगा। 
  • मां लक्ष्मी की नियमित रूप से पूजा करें। कहा जाता है कि गुरु शुक्राचार्य मां लक्ष्मी को अपनी बहन मानते थे यही वजह है कि शुक्र की शुभ परिणाम प्राप्त करने के लिए या कुंडली में शुक्र को मजबूत बनाने के लिए मां लक्ष्मी की उपासना बेहद ही कारगर उपाय मानी गई है।

इस महीने का अगला गोचर: इस महीने का यह आखिरी गोचर है। अगला गोचर फरवरी में होगा। इस दौरान  बुध का मकर राशि में गोचर (01 फरवरी 2024) हो जाएगा। 

शुक्र गोचर 2024: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय 

मेष राशि 

मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र संचित धन, परिवार और वाणी के दूसरे भाव और विवाह और पार्टनरशिप…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के जातकों के लिए शुक्र लग्न यानी पहले भाव और प्रतिस्पर्धा, रोग व ऋण के छठे भाव के…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

मिथुन राशि 

मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके संतान, प्रेम और अंत व शुरुआत के पांचवें भाव और व्यय, विदेश…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

कर्क राशि 

कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र घरेलू सुख-सुविधाओं और संपत्ति के चौथे भाव और आय व लाभ…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

सिंह राशि 

सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र आपकी छोटी दूरी की यात्रा, छोटा भाई-बहनों और पड़ोसियों के तीसरे…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

कन्या राशि 

कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके वाणी, संपत्ति, परिवार के दूसरे भाव और भाग्य, आध्यात्मिकता…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

तुला राशि 

तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र आत्म अभिव्यक्ति, स्वास्थ्य और चरित्र के पहले भाव और परिवर्तन,…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके बारहवें भाव और विवाह व साझेदारी के सातवें भाव के स्वामी…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

धनु राशि 

धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र आपके ऋण, शत्रु और स्वास्थ्य के छठे भाव और लाभ व सफलता के…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

मकर राशि 

मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र मनोरंजन, रोमांस और बच्चों के पांचवें भाव और करियर और पेशे के …(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

कुम्भ राशि 

कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र घर, परिवार व भावनात्मक नींव के चौथे भाव और उच्च ज्ञान, बुद्धि और…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

मीन राशि 

मीन राशि के जातकों के लिए, शुक्र आपके भाई-बहन व छोटी दूरी की यात्रा के तीसरे भाव और अचानक…(विस्तार से पढ़ें गोचरफल)

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