शुक्र का कर्क राशि में गोचर: जानें शेयर बाजार समेत देश-दुनिया पर इसका प्रभाव

एस्ट्रोसेज के इस विशेष ब्लॉग में हम आपको शुक्र का कर्क राशि में गोचर के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही, यह भी बताएंगे कि यह देश-दुनिया को कैसे प्रभावित करेगा और इस दौरान शेयर बाजार में क्या-क्या बदलाव देखने को मिलेंगे।

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वैदिक ज्योतिष में शुक्र को प्रेम, धन, सौंदर्य और कला का कारक ग्रह माना जाता है। शुक्र चंद्रमा के स्वामित्व वाली कर्क राशि में प्रवेश करेंगे। बता दें कि शुक्र चंद्रमा के शत्रु ग्रह है। ऐसे में शुक्र कर्क राशि में प्रवेश करते ही भावुक हो जाते हैं और भावनाओं के जाल में फंसे रहते हैं। ऐसा अक्सर तब होता है जब शुक्र अश्लेषा नक्षत्र में मौजूद होते हैं। कर्क राशि में शुक्र का गोचर औसत परिणाम देने वाला माना जा रहा है हालांकि, इसके कई सकारात्मक पहलू भी नज़र आएंगे। आइए अब आगे बढ़ते हैं और सबसे पहले जानते हैं कर्क राशि में शुक्र के प्रभाव के बारे में।

कर्क राशि में शुक्र का प्रभाव

कर्क राशि में शुक्र के प्रभाव से जातक का समाज में मान-सम्मान बढ़ता है और व्यापार के क्षेत्र में भी इन्हें सफलता प्राप्त होती है। इसके प्रभाव से जातक बुद्धिमान और शक्तिशाली होते हैं। कर्क राशि में शुक्र का होना व्यक्ति को आकर्षक बनाता है और इनमें शालीनता और सौम्यता का प्रभाव झलकता है। ये लोग अधिक वफादार होते हैं और पूरी ईमानदारी से हर कार्य को करते हैं। शुक्र का कर्क राशि में होना व्यक्ति के भीतर रचनात्मक और कलात्मकता का गुण भी देता है और वे इस क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम होते हैं। इन लोगों में भावनात्मक जुड़ाव महसूस करने और समझने की सहज क्षमता होती है। 

नकारात्मक पक्ष की बात करें तो ये जातक रिश्ते में असुरक्षा के कारण ईर्ष्यालु हो सकते हैं। वहीं यदि शुक्र कर्क राशि में नीच मंगल के साथ युति करें तो ऐसे जातक धोखा देने वाले हो सकते हैं और कई बार अपने साथी के साथ हिंसक व्यवहार भी करने लगते हैं।

शुक्र का कर्क राशि में गोचर: तिथि और समय

शुक्र ग्रह एक राशि में लगभग 30 से 36 दिन तक रहते हैं और इस समय अवधि के भीतर दूसरी राशि में गोचर करते हैं। ये सभी 12 राशि में अपने गोचर को पूरा करने में एक वर्ष का समय लगाते हैं। इस बार तुला व वृषभ राशि के स्वामी शुक्र 30 मई 2023 की शाम 7 बजकर 39 मिनट पर कर्क राशि में गोचर करने जा रहे हैं। आइए अब जानते हैं देश-दुनिया में इसके क्या प्रभाव देखने को मिलेंगे।

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शुक्र का कर्क राशि में गोचर: वैश्विक स्तर पर प्रभाव

  • शुक्र का कर्क राशि में गोचर एविएशन सेक्टर के लिए बेहद अनुकूल साबित होगा। इस दौरान भारत में एविएशन सेक्टर को लेकर कई सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
  • भारत कई विलुप्त कला को फिर से पुनर्जीवित करने के लिए कोई ठोस कदम उठा सकता है जो विदेशों तक अपनी चमक बिखेर सकते हैं।
  • भारत सहित देश भर में होटल व फूड इंडस्ट्री में वृद्धि देखने को मिल सकती है और इन क्षेत्रों में तेज़ी से विकास होता दिख सकता है।
  • नकारात्मक पक्ष की बात करें तो, देश भर में ड्रग्स डीलर के लिए भी यह अवधि बेहतर साबित हो सकती है।
  • फैशन इंडस्ट्री और कपड़ा उद्योग से जुड़े क्षेत्रों में तेजी से बढ़ोतरी होने की संभावना है और फैशन की वस्तुओं की मांग बढ़ सकती है।
  • पत्रकारिता, मीडिया, पीआर से जुड़े लोग इस समय अपने करियर में बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम होंगे और इस क्षेत्र में आगे बढ़ेंगे।
  • शुक्र के प्रभाव से देश भर में लेखक और गायक अपने क्षेत्र में शानदार प्रदर्शन करते हुए नज़र आएंगे।
  • इसके अलावा डिजाइनर, वेब डिजाइनर, कला से जुड़े लोग इस दौरान वृद्धि का अनुभव करेंगे।
  • त्वचा और बालों से जुड़ी कॉस्मेटिक इंडस्ट्री के क्षेत्र में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी।
  • भारतीय वस्त्र और हैंडलूम के क्षेत्र में न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में भी तेजी का अनुभव कर सकते हैं।

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शुक्र का कर्क राशि में गोचर: शेयर बाजार की भविष्यवाणी

शुक्र ग्रह 30 मई, 2023 को कर्क राशि में गोचर करेंगे और ऐसे में  इस गोचर का प्रभाव शेयर बाजार में देखने को मिलेगा। आइए देखते हैं कि शुक्र का कर्क राशि में गोचर के दौरान किस तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे। शेयर बाजार भविष्यवाणी 2023 के अनुसार,

  • इस दौरान एविएशन सेक्टर में कई सकारात्मक बदलाव देखने को मिल सकते हैं और इसकी डिमांड तेजी से बढ़ेगी। साथ ही एविएशन कंपनियों के शेयरों में वृद्धि का अनुभव भी किया जा सकता है।
  • शुक्र का कर्क राशि में गोचर के दौरान कपड़ा उद्योग से संबंधित क्षेत्रों को लाभ मिलने की संभावना है।
  • इसके अलावा इत्र उद्योग, गारमेंट्स उद्योग के साथ-साथ फैशन एक्सेसरीज उद्योग में अच्छी ख़ासी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
  • पत्रकारिता, पीआर, प्रिंट मीडिया, टेलीकम्युनिकेशन और ब्रॉडकास्टिंग से जुड़े क्षेत्रों में सकारात्मक  परिणाम देखने को मिल सकते हैं।

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