27 फरवरी से शुक्र का मकर में होगा गोचर, इन 4 राशि वालों पर होगी प्रेम की बरसात !

वैदिक ज्योतिष में समस्त 9 ग्रहों का हर राशि परिवर्तन सीधे तौर पर सभी 12 राशियों को प्रभावित करता है। इसी कर्म में वृषभ और तुला राशि के स्वामी ग्रह शुक्र का हर एक गोचर और वक्री विशेष महत्व रखता है। क्योंकि इन्हें व्यक्ति के जीवन में रोमांस, शक्ति, सौंदर्य, प्रेम, विलासिता आदि का कारक प्राप्त होता है। 

इस कारण किसी भी कुंडली में इसकी शुभ स्थिति जहाँ जातक को जीवन के सभी सांसारिक सुखों, विवाह, गठबंधन, रिश्ते और कामुकता से संबंधित शुभ फल देने का कार्य करती है, तो वहीं इनका दुर्बल अवस्था में होना जातक को सभी भौतिक, शारीरिक और वैवाहिक सुखों से वंचित कर सकता है। 

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शुक्र करेंगे मित्र शनि की राशि में प्रवेश 

अब यही धन, वैभव व सुखों के देव शुक्र एक बार फिर अपना स्थानपरिवर्तन करते हुए 27 फरवरी, रविवार को प्रातः 9:53 बजे अपने मित्र शनि देव की स्वराशि मकर में प्रवेश करने जा रहे हैं। ऐसे में शुक्र के इस गोचर का प्रभाव निश्चित रूप से हर राशि के जातक पर पड़ेगा। परंतु इस गोचर का शुभ प्रभाव जिन 4 राशियों के जीवन में प्रेम की वृद्धि लेकर आ रहा है, आज हम आपको इसी संदर्भ में विस्तार पूर्वक बताने जा रहे हैं। 

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शुक्र देव का गोचर इन 4 राशि के प्रेम जीवन में करेगा अपार वृद्धि 

वृषभ राशि:

वृषभ जातकों के लिए शुक्र उनके लग्नेश होने के साथ-साथ छठे भाव के स्वामी भी होते हैं। अब उनका गोचर आपके भाग्य के नवम भाव में होगा। इसके फलस्वरूप आपको प्रेम जीवन में अपार सफलता मिलने के योग बनेंगे। खासतौर से वो प्रेमी जातक जो किसी रिलेशन में हैं, वे अपने प्रियतम के समक्ष विवाह का प्रस्ताव रख सकते हैं। संभावना अधिक है कि उन्हें प्रेमी से सकारात्मक प्रतिक्रिया भी मिलेगी। वहीं यदि आप शादीशुदा हैं तो भी शुक्र देव की कृपा से आप अपने जीवनसाथी का समर्थन प्राप्त कर वैवाहिक सुख का आनंद लेते दिखाई देंगे। इसके लिए कई जातक किसी सुंदर यात्रा पर जाने का प्लान भी कर सकते हैं। 

कन्या राशि:

कन्या जातकों के लिए शुक्र उनके द्वितीय व नवम भाव के स्वामी हैं और अब उनका गोचर आपकी राशि से प्रेम, रोमांस आदि के पंचम भाव में ही होने जा रहा है। ऐसे में शुक्र की ये शुभ स्थिति सबसे अधिक आपको प्रेम संबंधों में सफलता मिलने के योग बनाएगी। इस दौरान आपका अपने पार्टनर के साथ जो भी मतभेद या विवाद चल रहा था, आप उसे दूर कर अपने रिश्ते में पुनः प्रेम व रोमांस की वृद्धि करने में सक्षम रहेंगे। कई प्रेमी जातक अपने प्रियतम को लुभाने के लिए उन्हें किसी डेट या कहीं बाहर खाने पर ले जा सकते हैं। वहीं वैवाहिक जीवन के लिहाज़ से भी ये गोचर आपके लिए उत्तम फलदायी सिद्ध होगा। क्योंकि आप अपने जीवनसाथी के साथ आनंदमय समय का लुफ्त उठाते हुए उनके साथ प्रेम भरे सागर में गोते लगाते दिखाई देंगे। वो नवविवाहिक जातक जो परिवार में विस्तार का सोच रहे थे, उन्हें भी शुक्र देव की कृपा से कोई शुभ समाचार मिलने की संभावना है।

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तुला राशि:

तुला जातकों के लिए शुक्र उनके लग्न व अष्टम भाव के स्वामी हैं। अब उनका गोचर आपके सुख-समृद्धि के चतुर्थ भाव में होने वाला है। ऐसे में शुक्र देव तुला राशि के जातकों के जीवन में सकारात्मकता लेकर आएंगे। इसका सबसे अधिक अनुकूल फल सिंगल जातकों को मिल सकेगा। क्योंकि ये वो अवधि होगी जब आपके जीवन में किसी ख़ास व्यक्ति का आगमन होगा, जो आगे चलकर आपका जीवनसाथी भी बन सकता है। वो जातक जो किसी से सच्चा प्रेम करते हैं, परंतु अभी तक प्रेमी के समक्ष अपने दिल की बात रखने में असफल रहें हैं, उन जातकों को भी शुक्र देव साहस देंगे। जिससे अपने प्रेमी के समक्ष अपने दिल की बात खुलकर रखने में उन्हें सफलता मिलेगी। परंतु इस दौरान आपको अति दिखाने से बचना होगा। शादीशुदा जातक भी लंबे समय बाद एक-दूसरे के साथ कुछ समय व्यतीत करते हुए निजी पलों का आनंद लेते दिखाई देंगे। 

मकर राशि:

मकर जातकों के लिए शुक्र का ये गोचर विशेष महत्वपूर्ण रहेगा। क्योंकि शुक्र देव आपके पंचम व दशम भाव के स्वामी होते हैं और अब वे आपकी ही राशि में गोचर करेंगे। ऐसे में शुक्र ग्रह का यह गोचर आपके निजी जीवन के लिए सबसे अधिक अनुकूल रहेगा। प्रेम संबंधों में आपको जो भी समस्या आ रही थी वो सभी दूर होंगी। साथ ही आपका प्रियतम भी आपके समक्ष अपनी प्रेम भरी भावनाओं को खुलकर रखेगा। इससे आप दोनों का रिश्ता और अधिक मजबूत हो सकेगा। इसके अलावा शुक्र देव की दृष्टि इस समय आपके विवाह के सप्तम भाव पर भी पड़ेगी और इसके परिणामस्वरूप शादीशुदा जातकों को भाग्य का पूरा सहयोग मिलने से उनका दांपत्य जीवन पुनः पटरी पर लौट सकेगा। कुछ जातकों को अपने साथी से कोई उपहार या सरप्राइज भी मिलने की संभावना है। 

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