शुक्र का कर्क में गोचर: विलासिता और समृद्धि के ग्रह का गोचर इन राशियों को कराएगा अपार लाभ!

शुक्र गोचर 2023: एस्ट्रोसेज की हमेशा से ही यही कोशिश रही है कि हम अपने रीडर्स को ज्योतिष से जुड़े किसी भी मुद्दे पर समय से पहले ही अपडेट देते रहें। ताकि आप उन महत्वपूर्ण ज्योतिषी घटनाओं के लिए खुद को तैयार रख सकें।

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ऐसे में शुक्र ग्रह 30 मई, 2023 को शाम 7 बजकर 29 मिनट पर कर्क राशि में गोचर करने वाला है। तो आइए आपने इस विशेष ब्लॉग के माध्यम से जान लेते हैं कि शुक्र के कर्क राशि में गोचर का ज्योतिषीय दृष्टि से राशियों पर क्या कुछ प्रभाव पड़ने वाला है। 

ज्योतिष में शुक्र ग्रह को प्यार, रोमांस, और विलासिता का ग्रह माना गया है। यहां पर यह जानना दिलचस्प होगा कि शुक्र के इस गोचर से आपके रिश्ते, आर्थिक स्थिति, आदि पर कैसा प्रभाव पड़ेगा।

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ज्योतिष में यूं तो सभी ग्रहों को महत्वपूर्ण माना जाता है लेकिन अन्य सभी ग्रहों की तुलना में शुक्र को सबसे ज्यादा लाभकारी ग्रह माना गया है। शुक्र, वीनस, या शुक्राचार्य, असुरों के स्वामी, भोर का तारा, इन सभी नामों से जाना जाने वाला महत्वपूर्ण ग्रह कुंडली में विलासिता, और धन का कारक माना गया है। शुक्र ग्रह पुरुष की कुंडली में पत्नी का कारक भी होता है। शुक्र ग्रह का राशि परिवर्तन बहुत ही जल्दी होता है। यानी कि एक राशि से दूसरी राशि में शुक्र ग्रह 23 दिनों की अवधि में ही प्रवेश या गोचर कर जाता है। 

शुक्र ग्रह अब जल्द ही चंद्रमा की राशि कर्क में गोचर करने जा रहा है। यहां यह बात भी गौर करने वाली है कि शुक्र और चंद्रमा एक दूसरे के शत्रु समान हैं। तो आइए आगे बढ़ते हैं और जान लेते हैं कि शुक्र के कर्क राशि में गोचर करने से 12 राशियों में से किन राशियों पर इसका शुभ प्रभाव देखने को मिल सकता है। 

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इन राशियों पर दिखेगा कर्क में शुक्र गोचर का शुभ प्रभाव

मेष राशि: शुक्र मेष राशि के द्वितीय और सप्तम भाव का स्वामी है और यहां आपके चौथे भाव में गोचर करेगा। ऐसे में आप अपने घर परिवार के लोगों के साथ क्वालिटी वक्त व्यतीत करने में कामयाब होंगे। शुक्र चतुर्थ भाव में दिगबल प्राप्त करता है। ऐसे में यह समय संपत्ति, वाहन, या ऐसी किसी महत्वपूर्ण चीज की खरीदी करने के लिए शुभ रहने वाला है। इसके अलावा आपको नौकरी में वेतन वृद्धि या बोनस भी मिल सकता है। इसके अलावा आपकी पदोन्नति होने की भी संभावना है जो आपके जीवन में खुशियां लेकर आएगी। 

इसके अलावा यदि आप व्यवसाय करते हैं तो व्यवसाय के लिए भी यह समय शानदार रहने वाला है और आपको अपनी मेहनत का पूरा फल इस समय प्राप्त होगा। मेष राशि के जो जातक सिंगल हैं उनके लिए भी यह समय अनुकूल रहेगा क्योंकि आपके जीवन में इस समय प्रेम की दस्तक हो सकती है या किसी खास व्यक्ति के साथ आपकी दोस्ती आगे बढ़ सकती है।

मिथुन राशि: मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र पांचवे और बारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान आपके दूसरे भाव में स्थित होगा। दूसरे भाव में शुक्र आपकी कमाई के जरिए या वेतन में वृद्धि के संकेत दे रहा है। इसके साथ ही आपके परिवार की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा। मुमकिन है कि इस समय आपके परिवार के लोग आपके लिए विवाह का प्रस्ताव लेकर आ सकते हैं। अगर आप पहले से ही किसी के साथ प्रेम संबंध में हैं तो आप अपने रिश्ते को विवाह में तब्दील करने में भी सफल हो सकते हैं। 

आप इस समय अपने पार्टनर को अपने घरवालों से भी मिलवा सकते हैं। आपके जीवन में कई स्रोतों से आय का प्रभाह होगा लेकिन क्योंकि शुक्र आपके लिए बारहवें भाव का स्वामी है इसलिए जैसे ही आर्थिक लाभ के संकेत मिल रहे हैं वैसे ही इस बात के भी संकेत मिल रहे हैं कि आपके हाथ से धन निकल भी सकता है। आपके खर्चों में वृद्धि होगी। ऐसे में आपके लिए बचत करना थोड़ा मुश्किल साबित हो सकता है।

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कर्क राशि: कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र चौथे और ग्यारहवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान पहले भाव में होकर गुजरेगा। शुक्र का कर्क राशि में गोचर आपके व्यक्तित्व और रूप रंग में सुधार लेकर आने वाला साबित होगा। आप ज्यादा घुलना मिलना और घूमना पसंद करेंगे। आप जहां भी जाएंगे लोगों का ध्यान आपकी और आकर्षित होगा। इस गोचर के दौरान आप संवेदनशीलता और आकर्षक व्यक्तित्व वाले बनेंगे। 

चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी शुक्र के पहले भाव में आने से निश्चित रूप से आपके लिए धन लाभ और वेतन वृद्धि के संकेत मिल रहे हैं। इसके अलावा इस गोचर के दौरान आपकी वित्तीय और सामाजिक स्थिति में भी सुधार देखने को मिलेगा। आप समाज में सम्मान और प्रतिष्ठा अर्जित करेंगे। अगर आप व्यवसाय के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं और अगर आप विशेष तौर पर शुक्र से संबंधित व्यवसाय करते हैं जैसे मेकअप, ब्यूटी प्रोडक्टस, बालों की देखभाल या त्वचा तो विशेष तौर पर यह गोचर आपके लिए अनुकूल रहेगा। इस गोचर से जौहरी भी भारी मुनाफा कमा सकते हैं।

कन्या राशि: कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और नौवें भाव का स्वामी है और इस गोचर के दौरान ग्यारहवें भाव में गोचर करेगा। ऐसे में पारिवारिक व्यवसाय से जुड़े इस राशि के जातकों के लिए यह समय शानदार रहने वाला है। आर्थिक पक्ष भी आपका बेहद अनुकूल रहेगा। आपकी आर्थिक स्थिति में वृद्धि होगी और अगर आप कहीं निवेश करते हैं तो आपको भविष्य में इसके शुभ फल प्राप्त होंगे। 

व्यवसाय आगे बढ़ेगा और आप भारी मुनाफा कमाएंगे। आपका सोशल नेटवर्क इस समय बढ़ सकता है और आप अपने क्षेत्र के बड़े-बड़े लोगों के साथ संपर्क बनाएंगे। निजी क्षेत्र से जुड़े इस राशि के जातकों को इस दौरान प्रमोशन मिलने की संभावना है। इस राशि के जो जातक अपने पसंद के व्यक्ति से विवाह करना चाहते हैं उनके लिए यह समय विशेष रूप से अनुकूल रहेगा और अगर आप पहले से ही शादीशुदा हैं तो आपके जीवन साथी के साथ आपके रिश्ते बेहतर होने वाले हैं।

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मकर राशि: मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र पांचवे और नौवें भाव का स्वामी है और शुक्र के कर्क राशि में गोचर के दौरान यह आपके सातवें भाव में आएगा। शुक्र का यह गोचर मकर राशि के जातकों के लिए लक्ष्मी योग का निर्माण कर रहा है। अगर आपके लग्नेश में शनि शुभ स्थिति में हैं तो शुक्र का यह गोचर विशेष रूप से आपके लिए लाभदायक साबित होगा। 

आप इस दौरान अपार धन और संपत्ति अर्जित करेंगे इसके अलावा आपका वैवाहिक जीवन भी बेहद शानदार रहेगा। मकर राशि के जो जातक प्रेम संबंध में हैं उनका रिश्ता वैवाहिक रिश्ते में तब्दील हो सकता है। 

शुक्र का कर्क राशि में गोचर: प्रभावशाली ज्योतिषीय उपाय 

  • प्रत्येक शुक्रवार को मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं और इसके बाद कन्याओं को भी इसे प्रसाद रूप में वितरित करें। 
  • प्रतिदिन कनकधारा स्त्रोत का पाठ करें। 
  • प्रत्येक शुक्रवार को मां लक्ष्मी को पांच लाल फूल अर्पित करें। 
  • हर शुक्रवार को शुक्र बीज मंत्र का जाप करें। 
  • जितना मुमकिन हो अपने जीवन में सफेद और गुलाबी रंग के कपड़े धारण करें। 
  • शुक्रवार का उपवास रखें अपने घर और कार्यस्थल में शुक्र यंत्र की स्थापना और पूजा करें।

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