नक्षत्र गोचर: शनि के नक्षत्र परिवर्तन से चमकेगी 4 राशियों की किस्मत, बनेंगे धन वृद्धि के जबरदस्त योग

वैदिक ज्योतिष में कर्मफल दाता शनि का स्थान परिवर्तन विशेष महत्व रखता है। फिर चाहे उनका राशि गोचर हो या नक्षत्र गोचर, शनि की स्थिति हर राशि के जातक पर अपना प्रभाव ज़रूर डालती है। सूर्य से समस्त सभी ग्रहों में से शनि की दूरी सबसे अधिक होती है और यही कारण है कि उन्हें सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना गया है। उन्हें एक राशि से दूसरी राशि में अपना स्थान परिवर्तन करने में लगभग 30 महीनों का समय लगता है। 

वर्ष 2022 में शनि 29 अप्रैल को अपना राशि परिवर्तन करेंगे, जहां वे अपनी स्वराशि मकर से निकलकर अपनी ही दूसरी राशि कुंभ में विराजमान हो जाएंगे। परंतु अपना राशि गोचर करने से पहले शनि का नक्षत्र परिवर्तन भी होने जा रहा है। ऐसे में अपने इस नक्षत्र गोचर से यूँ तो शनि देव हर राशि को प्रभावित करेंगे। लेकिन एस्ट्रोसेज के ज्योतिष विशेषज्ञों की मानें तो ये नक्षत्र परिवर्तन सबसे अधिक 4 राशियों के जीवन में अनुकूल बदलाव लाने के योग बनाएगा। तो आइए अब बिना देर किए जानते हैं उन 4 राशि के बारे में विस्तारपूर्वक-

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शनि देव के नक्षत्र परिवर्तन की समयावधि 

हिन्दू पंचांग अनुसार पिछले वर्ष 22 जनवरी 2021 को शनि देव श्रवण नक्षत्र में विराजमान हुए थे और अब 18 फरवरी 2022 से शनि अपना नक्षत्र परिवर्तन करते हुए श्रवण से धनिष्ठा नक्षत्र में गोचर कर जाएंगे। फिर धनिष्ठा में शनि अगले 15 मार्च 2023 तक उसी अवस्था में रहेंगे। 

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4 राशि वालों के लिए बनेंगे धन प्राप्ति के जबरदस्त योग 

ऐसे में शनि का 18 फरवरी को होने वाला धनिष्ठा नक्षत्र में गोचर, विशेष रूप से 4 राशि वालों की किस्मत बदलते हुए उन्हें अपने जीवन में शुभ फल देगा। इससे वे अपार धन वृद्धि करते हुए सफलता प्राप्त कर सकेंगे। 

मेष राशि: 

राशि चक्र की प्रथम राशि मेष के जातकों के लिए शनि का ये नक्षत्र गोचर लाभदायक सिद्ध होने वाला है। क्योंकि इस दौरान शनि धनिष्ठा नक्षत्र में विराजमान होंगे और धनिष्ठा नक्षत्र के स्वामी मंगल ग्रह होते हैं, जिन्हें मेष राशि का स्वामित्व प्राप्त है। ऐसे में शनि देव के इस नक्षत्र परिवर्तन से मेष जातकों को अपनी हर प्रकार की आर्थिक तंगी से निजात मिल सकेगी। साथ ही कार्यक्षेत्र पर भी शनि आपको करियर में सफलता मिलने के योग बनाएंगे। इसके परिणामस्वरूप आप अच्छी पदोन्नति प्राप्त करते हुए अपनी आमदनी में वृद्धि कर सकेंगे। कई नौकरीपेशा जातकों को इस दौरान नई नौकरी के कुछ अच्छे ऑफर भी मिलने की संभावना है। 

वृश्चिक राशि: 

वृश्चिक राशि भी मंगल देव की राशि होती है। ऐसे में शनि देव का ये नक्षत्र गोचर आपके लिए भी अत्यंत अनुकूल योग बनाएगा। आर्थिक जीवन में आपकी उन्नति होगी और आप अपने किसी पुराने ऋण या कर्ज से हमेशा-हमेशा के लिए निजात पा सकेंगे। कई जातक अपनी मेहनत से अपनी आय के स्रोतों में भी बढ़ोतरी करने में सफल रहने वाले हैं। खासतौर से यदि कोई मामला कोर्ट-कचहरी में चल रहा था तो उसका फैसला भी आपके पक्ष में आने की संभावना रहेगी। कुछ जातकों को शनि देव  की कृपा से कार्यक्षेत्र से संबंधित किसी यात्रा पर जाने का अवसर प्राप्त होगा।

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मकर राशि: 

मकर राशि शनि देव की ही राशि होती है। ऐसे में धनिष्ठा नक्षत्र में शनि का गोचर मकर जातकों के लिए विशेष फलदायी सिद्ध होने वाला है। इस दौरान आपको सबसे अधिक अनुकूल परिणाम अपने स्वास्थ्य जीवन में देखने को मिलेंगे। वो जातक जिन्हें किसी भी कारणवश पूर्व में मानसिक तनाव से दो-चार होना पड़ रहा था, उन्हें अपने तनाव से मुक्ति मिलेगी। कार्यक्षेत्र पर भी परिस्थितियां आपके ही पक्ष में नज़र आएंगी और आप इससे अपने करियर में अच्छी सफलता प्राप्त करने में पूरी तरह सक्षम रहेंगे। कुछ जातकों को यात्रा पर भी जाना पड़ेगा, जिससे वे अच्छा लाभ अर्जित कर सकेंगे। धन पक्ष के लिहाज़ से भी आपको भाग्य का साथ मिलेगा और आप धन संचय करने में सफल रहेंगे। 

कुंभ राशि: 

चूंकि कुंभ राशि भी शनि की ही राशि मानी गई है। इसलिए आपके लिए भी शनि का ये नक्षत्र परिवर्तन उत्तम सिद्ध होगा। कार्यक्षेत्र पर नौकरीपेशा जातकों को जो भी समस्या आ रही थी वो दूर होगी। इससे वे करियर में रफ़्तार के साथ आगे बढ़ते दिखाई देंगे। व्यापारी जातकों को भी अच्छा लाभ प्राप्त करने के कई अवसर मिलने वाले हैं। खासतौर से इस समय आपके लिए कोई नया व्यापार शुरू करना अनुकूल रहेगा। आर्थिक जीवन में भी आपकी आमदनी में अपार वृद्धि होने के योग बनेंगे। 

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