2023 में इन राशियों को मिलेगी शनि की साढ़े साती और ढैय्या से मुक्ति!

भगवान शनि कर्मफल दाता हैं जो कर्मों, विचारों और शब्दों के आधार पर लोगों को फल देते हैं। शनि की साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या, ये दोनों ही किसी भी शख़्स के जीवन में कई सारी बाधाएं पैदा करने में सक्षम होती हैं। जिन जातकों की शनि की साढ़े साती और ढैय्या चल रही होती है, उनको जीवन में कई प्रतिकूल परिस्थितियों से गुजरना पड़ सकता है।

इस विशेष ब्लॉग में हम शनि की साढ़े साती और ढैय्या के बारे में विस्तार से बात करेंगे। साथ ही, उन भाग्यशाली राशियों के बारे में भी जानेंगे जो इस साल शनि के प्रकोप से निजात पाने वाली है। इसके अलावा, उन राशियों से भी आपको अवगत कराएंगे जिन पर अभी साढ़े साती का असर है और अब वह ढैय्या में जाने वाली हैं। तो आइये विस्तार से जानते हैं शनि साढ़े साती और ढैय्या के अलग-अलग पहलुओं और शनि के नकारात्मक प्रभाव से बचने के उपायों के बारे में। 

इस सप्ताह को अपने लिए कैसे बनाएँ खास? विद्वान ज्योतिषियों से फोन पर बात करके जानें जवाब

शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या

जैसे कि हम नाम से ही समझ सकते हैें कि शनि की साढ़ेसाती का मतलब है 7.5 साल की अवधि जिसमें शनि देव की दृष्टि दो राशियों पर होती है। वही, ढैय्या की अवधि ढाई साल की होती है। आमतौर पर लोग साढ़ेसाती और ढैय्या से काफ़ी डरते हैं। ऐसा माना जाता है जब शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या की दशा चल रही होती है, तो उस समय जातकों को किसी भी क्षेत्र में अच्छे परिणाम पाने में मुश्किल आती है। 

शनि साढ़ेसाती 2023 की ज्योतिषीय गणना के आधार पर शनि अभी मकर राशि में मौजूद हैं। साल 2023 की शुरुआत में शनि कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। शनि के इस चाल से कई राशियों को शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से छुटकारा मिलेगा।

बृहत् कुंडली में छिपा है, आपके जीवन का सारा राज, जानें ग्रहों की चाल का पूरा लेखा-जोखा

इन राशियों को मिलेगा शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से छुटकारा 

ज्योतिषीय गणना के अनुसार, शनि 17 जनवरी 2023 को कुंभ राशि में गोचर करेंगे। इस गोचर का अनुकूल प्रभाव तुला और मिथुन राशि के जातकों को मिलेगा और इन दोनों ही राशियों को ढैय्या से मुक्ति मिलेगी। साथ ही, धनु राशि के जातकों को शनि की साढ़ेसाती से निजात मिल जाएगी। ऐसे में शनि देव के शुभ प्रभाव से जातकों के सभी बिगड़े काम बनने लगेंगे और समाज में आपके सम्मान में भी वृद्धि होगी।

किन राशियों पर चल रही है शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या?

शनि अभी मकर राशि में मौजूद हैं और इसके प्रभाव से कुंभ, धनु और मकर  राशि के जातकों पर अभी शनि की साढ़ेसाती चल रही है। वहीं मिथुन और तुला राशि के जातकों पर अभी ढैय्या चल रही है। कुंभ राशि के जातकों के लिए शनि की साढ़ेसाती 24 जनवरी 2023 को शुरू होगी और ये 03 जून 2027 को खत्म होगी। 

कुंडली में राजयोग कबसे? राजयोग रिपोर्ट से जानें जवाब

किन राशियों पर शुरू होगी शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या?

ज्योतिष भविष्यवाणी के अनुसार, कुछ राशियों को शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति मिलेगी, तो वहीं कुछ राशियों के लिए इसकी शुरुआत होने जा रही है। जनवरी 2023 में शनि के कुंभ राशि में गोचर के साथ, मीन राशि के जातकों पर साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू होगा। इसके अलावा मकर और कुंभ राशि पर भी शनि की साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी। साथ ही, कर्क और वृश्चिक राशि में भी शनि की साढ़ेसाती की शुरुआत हो जाएगी।

साढ़ेसाती और ढैय्या के प्रभाव को कम करने के लिए करें ये अचूक उपाय

आप ये बात जान ही गए हैं कि किन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या की शुरुआत होगी। इसलिए हम आपके लिए कुछ ख़ास उपाय लेकर आए हैं जिन्हें करने से आप शनि की साढ़ेसाती के प्रतिकूल प्रभावों से छुटकारा पा सकते हैं।

  • मां काली या शनि देव के मंदिर में नारियल चढ़ाएं।
  • तंत्रोक्त देवी सूक्तम का रोजाना पाठ करें। अगर रोज़ाना मुमकिन न हो तो शनिवार के दिन इसका पाठ जरूर करें।
  • शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से मुक्ति पाने के लिए शनि चालीसा का जाप करें।
  • ज्यादा से ज्यादा “ऊँ शनैश्चराय नम:” का जाप करें।
  • वर्तमान पर ज्यादा ध्यान दें और भविष्य के बारे में ज्यादा न सोचें।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

इसी आशा के साथ कि, आपको यह लेख भी पसंद आया होगा एस्ट्रोसेज के साथ बने रहने के लिए हम आपका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं। 

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.