शनि कुम्भ राशि में मार्गी : वर्तमान में शनि कुंभ राशि में गोचर कर रहे हैं और अभी लंबे समय तक यहीं पर रहने वाले हैं लेकिन 17 जून 2023 को शनि वक्री हो गए थे और अब 4 नवंबर 2023 को शनि मार्गी हो रहे हैं। जिनके लिए शनि हितैषी ग्रह होते हैं, उनके लिए शनि का मार्गी होना फायदेमंद रह सकता है लेकिन जिनके लिए शनि विरोधी या खराब परिणाम देने वाले ग्रह होते हैं; उनके लिए शनि का मार्गी होना कमजोर परिणाम भी दे सकते हैं। अर्थात शनि का मार्गी होना कुछ राशियों के लिए अच्छा तो वहीं कुछ राशियों के लिए खराब भी हो सकता है। आपकी राशि के लिए शनि का मार्गी होना कैसे परिणाम देगा, यह जानने से पहले हम यह जान लेते हैं कि शनि के मार्गी होने से भारत वर्ष पर क्या प्रभाव पड़ने वाला है?
शनि ग्रह के मार्गी होने से सत्तारूढ़ दलों के रास्ते में आ रही कठिनाइयां कम हो सकती हैं अथवा उन कठिनाइयों को दूर करने का कोई रास्ता सत्ताधारी लोग खोज सकते हैं। जनता के बीच व्याप्त आक्रोश या असंतोष को दूर करने के लिए अब कोई नया मरहम सत्ताधारी लोगों के द्वारा खोजा जा सकता है और अपने पक्ष को मजबूत बनाया जा सकता है। युवा वर्ग को साधने की विशेष कोशिश इस समय अवधि में रह सकती है। यातायात से संबंधित दुर्घटनाओं में कुछ कमी भी देखने को मिल सकती है। शनि के मार्गी होने से आपकी राशि पर क्या असर पड़ेगा? आइए जानते हैं।
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शनि कुंभ राशि में मार्गी: 12 राशियों पर प्रभाव और उपाय
मेष राशि
शनि आपकी कुंडली में दशम तथा लाभ भाव के स्वामी होते हैं और वर्तमान में यह आपके लाभ-भाव में मार्गी हो रहे हैं। ऐसी स्थिति में आपके लाभ का ग्राफ और बेहतर हो सकता है। कामों में आ रही रुकावटें दूर हो सकती हैं। सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ने की भी संभावनाएं अब ज्यादा मजबूत होंगी। यदि पिछले दिनों आप कार्यक्षेत्र में कोई नया प्रयोग करने की कोशिश में रहे हैं और किसी कारण से वह कोशिश कामयाब नहीं हुई थी तो अब नहीं सिरे से कोशिश करके देखें, संभवत: आपकी कोशिश कामयाब हो सकती है।
उपाय: सुंदरकांड का पाठ करना शुभ रहेगा।
वृषभ राशि
शनि आपकी कुंडली में भाग्य तथा कर्म भाव के स्वामी होते हैं। वर्तमान में यह आपके करियर स्थान पर मार्गी हो रहे हैं। वैसे तो शनि का दशम भाव में गोचर बहुत अच्छा नहीं माना गया है लेकिन अपनी राशि में मार्गी होने के कारण शनि आपके कार्यक्षेत्र में बेहतरी देने का काम कर सकते हैं काम धंधे में आ रही कठिनाइयां दूर होगी। वरिष्ठों के साथ आपके संबंध सुधरेंगे नई नौकरी की संभावनाएं भी मजबूत होगी यात्राएं भी तुलनात्मक रूप से अधिक फायदेमंद रह सकती हैं।
उपाय: शिव मंदिर में काले तिल के लड्डू चढ़ाना शुभ रहेगा।
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मिथुन राशि
शनि आपकी कुंडली में आठवें तथा भाग्य भाव के स्वामी होते हैं। वर्तमान में यह आपके भाग्य भाव में मार्गी हो रहे हैं। वैसे तो नवम भाव में शनि के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता लेकिन मार्गी होने के कारण अब भाग्य तुलनात्मक रूप से अधिक सपोर्ट कर सकता है। वरिष्ठों का सपोर्ट भी पहले की तुलना में अब अधिक मिल सकता है। शासन प्रशासन से जुड़े मामलों में भी तुलनात्मक रूप से अनुकूलता आने की संभावनाएं बन सकेंगी। यात्राएं तुलनात्मक रूप से फायदेमंद रह सकती हैं।
उपाय: संध्या के समय पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों अथवा तिल के तेल का दिया जलाना शुभ रहेगा।
कर्क राशि
शनि आपकी कुंडली में सप्तम तथा अष्टम भाव के स्वामी होते हैं। वर्तमान में यह आपके आठवें भाव में मार्गी हो रहे हैं। अर्थात शनि की ढैया में और मजबूती देखने को मिल सकती है। यानी कि शनि का मार्गी होना आपके लिए थोड़े से कमजोर परिणाम दे सकता है। रोजमर्रा के कामों में कुछ कठिनाइयां रह सकती हैं। नए व्यापार व्यवसाय की शुरुआत में भी कुछ अड़चने आ सकती हैं। साझेदारी के कामों में अब अपेक्षाकृत अधिक सावधानी बरतने की जरूरत रहने वाली है।
उपाय: नियमित रूप से महामृत्युंजय का जाप करना शुभ रहेगा।
सिंह राशि
शनि आपकी कुंडली में छठे तथा सातवें भाव के स्वामी होते हैं। वर्तमान में यह आपके साथ में भाव में मार्गी हो रहे हैं। वैसे तो शनि का मार्गी होना दांपत्य संबंधी मामलों में कुछ कठिनाइयां देने का काम कर सकता है, लेकिन यदि आप दोनों समझदारी से कम लेंगे तो एक दूसरे के प्रति मन में पिछले दिनों आई हुई गलतफहमी दूर हो सकती हैं। रोजमर्रा के कामों में भी अब कोशिश करने पर कामयाबी मिल सकेगी। यदि पिछले दिनों बन रही योजना किसी कारण से बंद हो गई थी, तो उस योजना के पुनः आगे बढ़ाने की संभावनाएं मजबूत होंगी।
उपाय: काली उड़द के पकौड़े बनाकर गरीबों में बांटना शुभ रहेगा।
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कन्या राशि
शनि आपकी कुंडली में पांचवें तथा छठे भाव के स्वामी होते हैं। वर्तमान में यह आपके छठे भाव में मार्गी हो रहे हैं। सामान्यतः शनि का यह गोचर आपके लिए काफी अच्छे परिणाम देने का काम कर सकता है। संतान तथा शिक्षा के मार्ग में आ रहे हैं व्यवधान अब दूर हो सकते हैं। पेट या कमर के आसपास यदि पिछले दिनों कोई तकलीफ रही है तो अब उसके ठीक होने की अच्छी संभावनाएं नजर आ रही हैं। यदि विवादों से बचने की कोशिश करेंगे और पुराने विवादों को समाप्त करने की कोशिश करेंगे तो यह समय अवधि इन तमाम मामलों में आपके लिए अनुकूलता देने का काम कर सकती है।
उपाय: मजदूरों को यथासामर्थ्य भोजन करवाना शुभ रहेगा।
तुला राशि
शनि आपकी कुंडली में चौथे तथा पांचवें भाव के स्वामी होते हैं और वर्तमान में यह आपके पांचवें भाव में ही मार्गी हो रहे हैं। पांचवें भाव में शनि के गोचर को सामान्य तौर पर अच्छा नहीं माना जाता। अतः शनि के मार्गी होने से आपको कोई विशेष अनुकूलता मिलने की संभावना नहीं है। अलबत्ता आपके निजी संबंधों खासकर प्रेम संबंध में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतनी है। पढ़ाई पर और ज्यादा मेहनत करने की जरूरत रहेगी। नौकरी में बदलाव से पूर्व नए व पुराने संस्थान के बारे में विधिवत सोचना, समझना, पड़ताल करना और तुलना करना जरूरी रहेगा। इसके बाद जो निर्णय आपके मन मस्तिष्क में आए उसे आप फॉलो कर सकते हैं। अलबत्ता इस मामले में भी किसी अनुभवी व्यक्ति की सलाह ले लेंगे तो और अच्छा रहेगा।
उपाय: शिवलिंग पर काले और सफेद तिल चढ़ाना शुभ रहेगा।
वृश्चिक राशि
शनि आपकी कुंडली में तीसरे तथा चौथे भाव के स्वामी होते हैं और वर्तमान में यह आपके चौथे भाव में ही मार्गी हो रहे हैं। यहां पर शनि की स्थिति शनि की ढैया का निर्माण कर रही है। अतः इसके मार्गी होने से कोई विशेष सकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना नहीं है, बल्कि घर गृहस्ती से संबंधित मामलों में चिंताएं अपेक्षाकृत ज्यादा रह सकती हैं। घर के बड़े बुजुर्गों के स्वास्थ्य का ख्याल रखना जरूरी रहेगा। विशेषकर माता के स्वास्थ्य का ख्याल रखना विशेष जरूरी रहेगा। साथ ही साथ माता के साथ सामंजस्य बना रहे इस बात की भी कोशिश जरूर रहेगी। भूमि, भवन या वाहन से संबंधित मामलों में किसी भी प्रकार के लापरवाही नहीं दिखानी है। इन तौर तरीकों को अपनाकर आप तुलनात्मक रूप से बेहतर संतुलन बना सकेंगे।
उपाय: नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करना शुभ रहेगा।
धनु राशि
शनि आपकी कुंडली में दूसरे तथा तीसरे भाव के स्वामी होते हैं और वर्तमान में यह आपके तीसरे भाव में ही मार्गी होने जा रहे हैं। सामान्य तौर पर शनि के लिए यह बहुत अच्छी स्थिति कही जाएगी। इसलिए शनि आपको कई मामलों में अच्छे परिणाम देते हुए प्रतीत हो रहे हैं। विशेष कर यात्राओं के माध्यम से लाभ, भाई, बंधु और पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध की बदौलत विभिन्न मामलों में सफलता, आत्मनिर्भरता जैसी सकारात्मक घटनाएं आपके साथ रह सकती हैं। आर्थिक मामले में भी शनि आपको अच्छा सपोर्ट कर सकता है। घर परिवार से संबंधित मामलों में भी अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।
उपाय: दशरथ कृत शनि स्त्रोत का पाठ करना शुभ रहेगा।
मकर राशि
शनि आपके लग्न या राशि के स्वामी होने के साथ-साथ आपके दूसरे भाव की भी स्वामी होते हैं और यह दूसरे भाव में ही मार्गी हो रहे हैं। शनि की यह स्थिति शनि की साढ़े साती का प्रभाव दर्शा रही है। फलस्वरुप आर्थिक मामलों में कुछ व्यवधान देखने को मिल सकते हैं। आर्थिक मामलों में किसी भी प्रकार का रिस्क लेना ठीक नहीं रहेगा। घर परिवार के लोगों के साथ बेहतर संबंध बनाए रखने की कोशिश लगातार जरूरी रहेगी। वाणी पर संयम रखना भी जरूरी रहेगा। जमीन जायदाद से संबंधित मामलों में भी सजग और चौकन्ना रहने की जरूरत रहने वाली है। अर्थात साढ़ेसाती के प्रभाव को देखते हुए आपको सजग रहने की स्थिति में संतुलन बनाने में आसानी रहेगी।
उपाय: शनिवार के दिन सुंदरकांड का पाठ करना शुभ रहेगा।
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कुंभ राशि
शनि आपकी कुंडली में आपके लग्न या राशि स्वामी होने के साथ-साथ आपके द्वादश भाव के भी स्वामी होते हैं और वर्तमान में यह आपके पहले भाव में ही मार्गी हो रहे हैं। यद्यपि पहले भाव में शनि के गोचर को अच्छा नहीं माना जाता लेकिन मार्गी होने के कारण यह कुछ मामलों में अच्छे परिणाम भी दिलाने की कोशिश करेगा। बस आपको अपने अनुभव के आधार पर पूरी निष्ठा के साथ मेहनत करते रहने की आवश्यकता रहने वाली है। इन सबके बावजूद भी कमर या घुटनों की तकलीफ न होने पाए इस तरह से आपका आचार व्यवहार होना भी जरूरी रहेगा। बिना सोचे विचारे कोई भी निर्णय जल्दबाजी में नहीं लेना है। अर्थात कुछ सावधानियां अपनाने की स्थिति में आपको संतुलित जीवन जीने में सहयोग मिल सकेगा।
उपाय: गजेंद्र मोक्ष का पाठ करना शुभ रहेगा।
मीन राशि
शनि आपकी कुंडली में लाभ भाव के स्वामी होने के साथ-साथ व्यय भाव के भी स्वामी होते हैं और वर्तमान में यह आपके व्यय भाव में ही गोचर कर रहे हैं। चंद्र कुंडली के अनुसार आप पर साढ़ेसाती का प्रभाव बना हुआ है। ऐसे में शनि का मार्गी होना खर्चों में बढ़ोत्तरी करवा सकता है। विदेश आदि से संबंधित मामलों में कुछ प्रोग्रेस देने को देखने को मिल सकती है लेकिन उन मामलों में अब और अधिक मेहनत करने की आवश्यकता भी रहेगी। स्वास्थ्य का पूरा ख्याल रखना है। कोर्ट कचहरी से जुड़े मामलों में अपेक्षाकृत ज्यादा जागरुकता जरूरी रहेगी। यथासंभव अपने कर्जों को चुकाने की कोशिश भी जरूरी रहेगी। इस तरह की कोशिशें जीवन और दिनचर्या को संतुलित करने में मददगार बनेंगी।
उपाय: नियमित रूप से श्री हनुमान साठिका का पाठ करना शुभ रहेगा।
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