शनि कुंभ राशि में अस्त: किन राशियों को उठानी पड़ेंगी मुसीबतें और किनकी होगी बल्ले-बल्ले!

ज्योतिष में शनि ग्रह को न्याय के देवता या न्यायाधीश का दर्जा प्राप्त है जो कि शुष्क और ठंडा ग्रह है। नवग्रहों में शनि सबसे बड़ा और धीमी गति से चलने वाला ग्रह है। अक्सर, इसका संबंध पुरानी चीज़ों से जोड़ा जाता है। हालांकि, शनि को एक क्रूर ग्रह माना गया है और यह किसी व्यक्ति के जीवन में समस्याएं बढ़ाने के लिए जाने जाते हैं। लेकिन, अगर इनकी स्थिति कुंडली में मज़बूत होती है, तो यह जातक को जीवन में हर तरह का सुख प्रदान करते हैं। 

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जैसे कि हम सभी जानते हैं कि शनि देव से मिलने वाले परिणामों में देर जरूर हो सकती है, लेकिन यह फल अवश्य देते हैं। ज्योतिष में शनि देव को देरी, समस्याओं, प्रतिबंध, परंपराओं, आयु, दुख और दुर्भाग्य का कारक माना गया है जो व्यक्ति को उसकी सीमाओं, जिम्मेदारियों और प्रतिबद्धता की याद दिलाते हैं। अब शनि महाराज कुंभ राशि में 11 फरवरी, 2024 को अस्त होने जा रहे हैं। ऐसे में,एस्ट्रोसेज अपने इस ब्लॉग के माध्यम से आपको शनि कुंभ राशि में अस्त के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा और साथ ही बताएंगे, किन राशियों के लिए इनकी यह स्थिति शुभ या अशुभ साबित होगी। तो आइए बिना देर किये शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की और जानते हैं शनि कुंभ राशि में अस्त के बारे में।

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शनि कुंभ राशि में अस्त: समय

शनि महाराज अब जल्द ही अपनी मूलत्रिकोण राशि कुंभ में 11 फरवरी 2024 की दोपहर 01 बजकर 55 मिनट पर अस्त होने जा रहे हैं। हालांकि, शनि ग्रह सूर्य के नज़दीक चले जाएंगे जिसकी वजह से वह अस्त हो  जाएंगे। 

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मिथुन राशि

मिथुन राशि के जातकों के लिए शनि देव आपके आठवें और नौवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके नौवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, शनि अस्त की अवधि में इन जातकों का झुकाव अध्यात्म के प्रति अधिक होगा और जीवन में आप सब कुछ हासिल करने में सक्षम होंगे। पेशेवर जीवन की बात करें, तो इस अवधि में आपको शुभ परिणाम मिलेंगे और साथ ही, प्रगति प्राप्त होगी। वरिष्ठों की तरफ से भी आपको सराहना मिलने की संभावना है। मिथुन राशि के जातकों को ऑनसाइट नौकरी के नए अवसर मिलेंगे जो आपको संतुष्टि देने का काम करेंगे। वहीं, शनि कुंभ राशि में अस्त होकर आपके आत्मविश्वास को बढ़ाएंगे और आपके दृष्टिकोण को सकारात्मक बनाएंगे। 

नौकरी के क्षेत्र में आपके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी। अगर आप व्यापार करते हैं, तो इस समय अच्छा-खासा मुनाफा कमाने में सक्षम होंगे। इसके अलावा, इस अवधि में आप लाभ कमाने में अपने प्रतिद्वंद्वियों से आगे दिखाई देंगे और यह आपके भीतर मौजूद आत्मविश्वास का परिणाम होगा। ऐसे में, यह जातक एक सफल बिज़नेसमैन के रूप में उभरेंगे।

कर्क राशि

कर्क राशि के जातकों के लिए शनि महाराज आपके सातवें और आठवें भाव के स्वामी हैं। इसके फलस्वरूप, शनि कुंभ राशि में अस्त की अवधि में अप्रत्याशित स्रोतों या फिर पैतृक संपत्ति के माध्यम से आपको लाभ होने के योग बनेंगे। शनि की दृष्टि आठवें भाव से आपके दूसरे भाव यानी कि बचत के भाव पर होगी और इस वजह से आप पैसों की बचत करने में सक्षम होंगे। साथ ही, अचानक से होने वाला धन लाभ आपको हैरान कर सकता है। पेशेवर जीवन की बात करें, तो शनि अस्त के दौरान आप नौकरी में बदलाव करते हुए नज़र आ सकते हैं और इस तरह के परिवर्तन आपको जीवन में आत्मविश्वास और स्थिरता दोनों प्रदान करेंगे। इस अवधि में यह जातक अपने बेहतरीन काम के दम पर सफलता प्राप्त करेंगे। ऐसे में, आपका प्रमोशन और इंसेंटिव आदि होने की संभावना है।

जिन जातकों का अपना व्यापार है, इस दौरान उनकी बिक्री में वृद्धि होगी जिससे आपको अच्छा लाभ कमाने में मदद मिलेगी। वहीं, शेयर से जुड़ा व्यापार करने वालों के लिए भी यह समय फलदायी रहेगा और इस वजह से आप अच्छा मुनाफा कमा सकेंगे। साथ ही, बिज़नेस के क्षेत्र में भी आप अपनी जगह बनाने में सक्षम होंगे।

सिंह राशि

सिंह राशि के जातकों के लिए शनि देव आपके छठे और सातवें भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके सातवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं। आपको बता दें कि शनि महाराज सिंह राशि के स्वामी सूर्य के प्रति शत्रुता के भाव रखते हैं, लेकिन जब शनि अस्त हो जाएंगे तब यह आपको करियर के क्षेत्र में सकारात्मक परिणाम प्रदान करेंगे। करियर की बात करें, तो अगर आप नौकरी करते हैं, तो आप संतुष्ट दिखाई देंगे। साथ ही, आप इस अवधि में काम के सिलसिले में या फिर पढ़ाई से जुड़ी कोई रिसर्च कार्नर के लिए लंबी दूरी की यात्रा पर जा सकते हैं।

इसके विपरीत, यदि आपको कार्यक्षेत्र में परेशानियों या सहकर्मियों के साथ समस्याओं का सामना पड़ रहा है, तो अब इन सभी बाधाओं का समाधान हो जाएगा। इस वजह से नौकरी में आपके प्रदर्शन में भी सुधार देखने को मिलेगा। अगर आपका खुद का व्यापार है, तो आपको अपने प्रोडक्ट्स और सर्विस आदि में बदलाव करना जरूरी लग सकता है। साथ ही, व्यापार के क्षेत्र में आपको कुछ नीतियों पर बने रहना होगा। ऐसा करना आपके लिए बुद्धिमानी होगा जो कि आपके बिज़नेस के लिए सहायक सिद्ध होगा, अन्यथा हो सकता है कि आप ज्यादा लाभ न कमा सकें। इन जातकों के लिए नेटवर्किंग का बिजनेस करना फायदेमंद साबित होगा।

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वृषभ राशि

वृषभ राशि वालों की कुंडली में शनि देव आपके नौवें और दसवें भाव के स्वामी हैं जो कि अब आपके दसवें भाव में अस्त हो जाएंगे। ऐसे में, शनि कुंभ राशि में अस्त होने पर आपको नौकरी में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है जिसके चलते आप नौकरी में बदलाव करने के लिए मजबूर हो सकते हैं। हालांकि, इन जातकों को नौकरी में बने रहने के लिए तालमेल बिठाने की आवश्यकता महसूस हो सकती है।

पेशेवर जीवन की बात करें, तो इस अवधि में आप ज्यादा मुनाफा कमाने में पीछे रह सकते हैं और ऐसा इसलिए होगा क्योंकि आप करियर को लेकर तनावग्रस्त रह सकते हैं। संभावना है कि इन जातकों के द्वारा की जा रही कड़ी मेहनत के लिए आपको सराहना न मिले और इस बात को लेकर आप परेशान दिखाई दे सकते हैं। जिन जातकों का अपना व्यापार है, तो उनके पार्टनर बिज़नेस के प्रति आपके दृष्टिकोण को लेकर आपसे सवाल-जवाब कर सकते हैं। इस दौरान आपको प्रतिद्वंदियों से भी कड़ी टक्कर मिलने की आशंका है और ऐसी परिस्थितियां आने वाले अगले कुछ महीनों तक आपकी रातों की नींद उड़ा सकती है। इन हालातों का सामना आपको तब तक करना पड़ेगा जब तक शनि उदित न हो जाएं। 

कन्या राशि

कन्या राशि वालों के लिए शनि आपके पांचवें और छठे भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके रोग, शत्रु, कर्ज़ और प्रतियोगिता के भाव यानी कि छठे भाव में अस्त होने जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, शनि कुंभ राशि में अस्त की अवधि में आपको व्यापार के क्षेत्र में किये जा रहे  अपने प्रयासों में सफलता हासिल करने के लिए देरी का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, यह जातक अपनी संतान के विकास और धन से जुड़ी समस्याओं को लेकर परेशान नज़र आ सकते हैं। वहीं, कुछ लोग जिम्मेदारियों या किसी कारण से कर्ज़ लेने के लिए मज़बूर हो सकते हैं।

करियर की बात करें, तो शनि कुंभ राशि में अस्त के दौरान आप जितने भी प्रयास करेंगे उसमें सफलता पाने में नाकाम रह सकते हैं जिसके चलते आप निराश दिखाई दे सकते हैं। साथ ही, कभी-कभी आपका आत्मविश्वास कम भी रह सकता है। इस अवधि में कन्या राशि वालों पर काम का दबाव ज्यादा हो सकता है और इससे बाहर आने के लिए आपको समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है। संभावना है कि कार्यक्षेत्र पर इन जातकों के सहकर्मी आपकी तरक्की में बाधा उत्पन्न करने के लिए साजिश रचें। ऐसे में, आपको सावधान रहने हुए किसी पर आसानी से भरोसा न करने की सलाह दी जाती है। जिन जातकों का अपना व्यापार है, तो हो सकता है कि शनि अस्त के दौरान आपको ज्यादा लाभ न मिल पाए। इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों को लाभ और हानि दोनों उठानी पड़ सकती है। साथ ही, पार्टनरशिप में भी परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं और ऐसे में, आपको धैर्य बनाए रखना होगा।

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तुला राशि

तुला राशि वालों के लिए शनि देव आपके चौथे और पांचवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके शिक्षा, संतान, रचनात्मकता और पूर्वजन्म के भाव यानी कि आपके पांचवें भाव में अस्त हो जाएंगे। इसके परिणामस्वरूप, यह जातक अपनी संतान की सेहत और उनकी शिक्षा को लेकर चिंतित नज़र आ सकते हैं। ऐसे में, आप बच्चों के भविष्य को लेकर हद से ज्यादा सोच-विचार कर सकते हैं। वहीं, कला और एंटरटेनमेंट जगत से जुड़े लोगों का प्रदर्शन ज्यादा ख़ास नहीं रहने की आशंका है। इस दौरान आपके क्रिएटिव आइडियाज को अस्वीकार किया जा सकता है और इस वजह से आपको तरक्की के मार्ग में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। सामान्यतौर पर, आपको शनि कुंभ राशि में अस्त की अवधि में प्रेम की कमी महसूस हो सकती है जिसका एहसास आप परिवार को नहीं होने देंगे। करियर की बात करें, तो इस राशि के नौकरीपेशा जातक काम में असंतुष्ट दिखाई दे सकते हैं।

करियर को लेकर आप थोड़े निराश रह सकते हैं जिसके चलते आप नौकरी के संबंध में अपनी रणनीतियों का निर्माण करने में नाकामयाब दिखाई देंगे। संभव है कि यह जातक बेहतर भविष्य के लिए नौकरी में बदलाव का मन बना लें। इसके विपरीत, जिन जातकों का अपना व्यापार है, वह इस दौरान ऐसी स्थिति में होंगे जहाँ आपको न ज्यादा लाभ होगा और न ज्यादा हानि। यदि आप बिज़नेस में स्थिरता बनाए रखना चाहते हैं, तो आपको थोड़ा सावधान रहना होगा।

धनु राशि

धनु राशि वालों के लिए शनि देव आपके दूसरे और तीसरे भाव के स्वामी हैं जो कि अब आपके तीसरे भाव में अस्त हो जाएंगे। इसके फलस्वरूप, शनि कुंभ राशि में अस्त के दौरान आपकी सुख-सुविधाओं की कमी आ सकती हैं और आपके भीतर दृढ़ता भी कमज़ोर रह सकती है। काम में की जा रही कोशिशों से मिलने वाले परिणामों में आपको देरी का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही, इस अवधि में आपको यात्राओं के दौरान समस्याएं महसूस हो सकती हैं और बातचीत करते समय भी परेशानी का अनुभव हो सकता है।

शनि कुंभ राशि में अस्त की अवधि आपके पेशेवर जीवन के लिए कठिन रह सकती है। इस समय आप पर काम का बोझ बढ़ सकता है और सहकर्मी आपकी परेशानी को बढ़ाने का काम कर सकते हैं। इन सब परिस्थितियों के चलते आप नौकरी में बदलाव करने के बारे में सोच-विचार करते हुए दिखाई देंगे। 

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शनि देव का आशीर्वाद पाने के लिए अपनाएं ये उपाय 

  • हर मंगलवार और शनिवार के दिन शनि मंत्र ‘ॐ शं शनैश्चराय नमः’ का 108 बार जाप करें।
  • गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को काले चने या काले चने की खिचड़ी दान करें।
  • निर्धन और दिव्यांगजनों को खाना खिलाएं।
  • बुजुर्गों का सम्मान करें और वृद्धाश्रम में दान करें।
  • प्रतिदिन भगवान शिव की पूजा करें। 
  • रोज़ाना हनुमान चालीसा का पाठ करें। 

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