ज्योतिष में शनि देव का विशेष महत्व बताया गया है। हालांकि अक्सर लोग शनिदेव का नाम सुनते ही डर जाते हैं क्योंकि शनि देव को लोग क्रोध से जोड़कर देखते हैं। हालांकि असल में ऐसा नहीं है। शनि देव व्यक्ति को उनके कर्मों के अनुसार फल देते हैं। ऐसे में आपको उन से डरने की आवश्यकता नहीं है। यदि आपके कर्म अच्छे हैं तो शनिदेव आपको निश्चित ही शुभ परिणाम देंगे और यदि आपने जीवन में छल कपट और बुरे काम किए तो शनिदेव आपको इसका दुष्परिणाम ही देंगे।
ऐसे में व्यक्ति की कुंडली में शनि ग्रह की मौजूदगी से कई शुभ और अशुभ योग बनते हैं। कुंडली में यदि शनि शुभ स्थिति में मौजूद ना हो तो व्यक्तियों को शनि की तमाम तरह की महादशा, शनि की साढ़ेसाती इत्यादि से गुजरना पड़ता है। शनि की साढ़ेसाती प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में एक न एक बार अवश्य आती है। इस दौरान व्यक्ति को तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है, जीवन में उठापटक भी होने लगती है।
जीवन की दुविधा दूर करने के लिए विद्वान ज्योतिषियों से करें फोन पर बात और चैट
हालांकि ज्योतिष में इसका भी समाधान बताया गया है। जी हां आज हम ज्योतिष और रत्न शास्त्र के अनुसार आपको एक ऐसे चमत्कारी रत्न के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे धारण करने से शनि साढ़ेसाती के प्रकोप को जीवन से दूर या कम किया जा सकता है।
जानकारी: कोई भी रत्न विद्वान ज्योतिषियों से सलाह मशविरा करने के बाद ही धारण करें।
शनि साढ़ेसाती और शनि की ढैया का प्रभाव दूर करने के लिए धारण करें यह रत्न
यहां हम जिस चमत्कारी रत्न के बारे में बात कर रहे हैं वह है नीलम रत्न जिसे अंग्रेजी में ब्लू सैफायर स्टोन भी कहते हैं। दरअसल नीलम रत्न को शनि ग्रह का रत्न माना जाता है। ऐसे में शनि के दुष्प्रभाव को दूर करने के लिए यह रत्न बेहद ही उपयुक्त माना जाता है। कहते हैं जिन व्यक्तियों को यह रत्न सूट कर जाए उन्हें इसके प्रभाव से जीवन में बुलंदियां हासिल होती है।
किन लोगों को पहनना चाहिए नीलम रत्न?
हम हमेशा कहते आए हैं और फिर एक बार आपकी जानकारी के लिए बता रहे हैं कि रत्न हमेशा कुंडली के आधार पर और विद्वान ज्योतिषियों से परामर्श के बाद ही धारण करना चाहिए। ऐसे में आप घर बैठे विद्वान ज्योतिषियों से फोन या फिर चैट के माध्यम से जुड़े, अपनी कुंडली का विश्लेषण कराएं और फिर ही कोई रत्न धारण करें।
आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कि किन लोगों को नीलम रत्न धारण करना चाहिए।
- मुख्य तौर पर देखा गया है कि कुंभ राशि और मकर राशि वालों के लिए नीलम रत्न काफी शुभ होता है। इन्हें नीलम रत्न सूट भी करता है। इसके अलावा यदि आप की मकर या कुंभ राशि है तो भी आप नीलम रत्न धारण कर सकते हैं।
- यदि कुंडली में शनि कमजोर, वक्री या फिर अस्त अवस्था में बैठा है तो नीलम रत्न धारण किया जा सकता है। इसके अलावा यदि आपकी कुंडली में शनि शुभ स्थिति में भी मौजूद है तो भी आप नीलम रत्न धारण कर सकते हैं।
- जिन लोगों की कुंडली के षष्ठेश और अष्टमेश भाव में शनि स्थित हो वह भी नीलम रत्न धारण कर सकते हैं।
- इसके अलावा जिन लोगों के जीवन में शनि की महादशा, शनि की अंतर्दशा, शनि की साढ़ेसाती या फिर शनि की ढैया चल रही हो वह भी नीलम रत्न धारण कर सकते ।
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नीलम रत्न धारण करने के फायदे
इसके अलावा बात करें नीलम रत्न से मिलने वाले फायदों के बारे में तो यह व्यक्ति को फर्श से अर्श तक पहुंचा सकता है। हालांकि इसके लिए बेहद आवश्यक है कि आपको नीलम रत्न सूट करना चाहिए। इसके अलावा जो लोग नीलम रत्न धारण करते हैं उनके जीवन से नकारात्मक दूर होने लगती है, जीवन की तमाम जटिलताएं सरलता बनने लगती है। इसके अलावा यदि व्यक्ति को पाचन संबंधित दिक्कतें हैं तो इसमें भी नीलम रत्न वरदान साबित हो सकता है। जीवन में रुके हुए कामों को वापस गति देने और उन्हें सफल करने में भी नीलम रत्न का योगदान होता है।
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