Shani Ast 2024: 11 फरवरी को कुंभ राशि में अस्त हो जाएंगे शनि देव, तीन राशियों के लिए अशुभ संकेत

वैदिक ज्योतिष में शनि ग्रह को बेहद ही महत्वपूर्ण ग्रह का दर्जा दिया गया है। ऐसे में शनि से जुड़ी कोई भी हलचल बेहद ही खास और महत्वपूर्ण मानी जाती है। अब जल्द ही शनि देव अस्त होने वाले हैं और आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शनिदेव जैसे ही अस्त होंगे तीन राशियों पर इसका सबसे ज्यादा नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा।

आज आपने इस खास ब्लॉग के माध्यम से जानेंगे कि कौन सी हैं वो राशियाँ जिनको शनि अस्त की अवधि के दौरान कुछ परेशानियां उठानी पड़ सकती है। साथ ही जानेंगे इस दौरान किए जाने वाले कुछ सटीक उपायों की भी जानकारी जिससे आप अस्त शनि के दुष्प्रभाव से बच सकते हैं।

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शनि अस्त समय

वर्ष 2024 में यूं तो शनिदेव का कोई भी राशि परिवर्तन नहीं होने वाला है। शनि देव इस वक्त अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में विराजमान हैं। हालांकि समय-समय पर उनकी स्थिति अवश्य बदलने वाली है। 11 फरवरी के दिन शनि देव शाम 6:56 पर कुंभ राशि में ही अस्त हो जाएंगे। इसके बाद 26 मार्च को सुबह 5:20 पर यह दोबारा उदय होंगे। इस अवधि के दौरान कुछ राशियों पर इसका विशेष रूप से नकारात्मक प्रभाव देखने को मिलेगा। कौन सी हैं ये राशियाँ जिनके जीवन में शनि अस्त होकर परेशानियां बढ़ाने वाले हैं चलिए जान लेते हैं।

बात करें अस्त की तो, जब शनि सूर्य से 15 अंश या उससे अधिक निकट आ जाता है तो वह अस्त हो जाता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार माना जाता है कि जब भी कोई ग्रह अस्त होता है तो इससे उसके शुभ प्रभावों में कमी आ जाती है और जब वह दोबारा उदित होता है तो शुभ प्रभाव बढ़ जाते हैं। ऐसे में अब जब शनि अस्त होने वाला है तो चलिए जान लेते हैं की विशेष रूप से कौन सी हैं वो तीन राशियां जिनके जीवन पर इसका सबसे गहरा असर देखने को मिलेगा।

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अस्त शनि बढ़ाएंगे इन राशियों की परेशानियां

मेष राशि: शनि अस्त होकर मेष राशि के जातकों की परेशानियां बढ़ाने वाले हैं। इस दौरान मेष राशि के जातकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। शनि आपके ग्यारहवें भाव में अस्त होने वाले हैं जिसका सीधा प्रभाव आपके आर्थिक जीवन पर देखने को मिलेगा। आपके जीवन में तमाम तरह की परेशानियां इस दौरान खड़ी हो सकती हैं। इसके अलावा करियर या कार्य क्षेत्र की बात करें तो आप अपने काम से असंतुष्ट रहने वाले हैं। व्यापार में भी आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है। कुल मिलाकर शनि अस्त की ये अवधि मेष राशि के जातकों के लिए अनुकूल नहीं रहने वाली है।

वृषभ राशि: दूसरी जिस राशि के लिए शनि अस्त होकर परेशानियां बढ़ाएंगे वह है वृषभ राशि। इस दौरान आपके जीवन में भी तमाम उथल-पुथल मचने वाली है। शनि आपके दशम भाव में अस्त होंगे। कार्यक्षेत्र में आपको जिसके चलते काफी परेशानियां उठानी पड़ेगी। सहकर्मियों के साथ आपका वाद विवाद हो सकता है। ऐसे में आपको कार्यक्षेत्र में विशेष रूप से संभल के चलने की सलाह दी जाती है और अपना आपा ना खोने की भी सलाह दी जा रही है। इसके अलावा अगर आप व्यवसाय के क्षेत्र से संबंधित हैं तो आपको इस दौरान अपनी रणनीतियों पर सही से विचार करने और अगर कुछ गलत लगे तो सही रणनीति बनाने की आवश्यकता पड़ेगी। निवेश करना चाहते हैं तो या तो अभी रुक जाएँ या बेहद ही सोच समझकर कोई निवेश करें। अन्यथा आपको नुकसान उठाना पड़ेगा।

कन्या राशि: तीसरी और आखिरी जिस राशि के लिए शनि अस्त होकर परेशानियां बढ़ाएंगे वह है कन्या राशि। शनि आपके छठे भाव में अस्त होंगे। कन्या राशि के जातकों को व्यवसाय और नौकरी में काफी नुकसान और परेशानियां उठानी पड़ेगी। नौकरी में आप ज्यादा दबाव महसूस करेंगे। इसके अलावा आपकी परेशानियां हद से ज्यादा बढ़ सकती हैं। व्यापार में भी आपको तमाम मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। कुल मिलाकर आपको इस दौरान धैर्य से रहने की सलाह दी जाती है।

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शनि अस्त के अशुभ प्रभाव से बचने के लिए करें ये उपाय

  • मेष राशि के जातक शनिवार के दिन भगवान हनुमान को बूंदी का प्रसाद चढ़ाएं। 
  • वृषभ राशि के जातक शनिवार के दिन गरीब बच्चों को भोजन कराएं।
  • मिथुन राशि के जातक शनिवार के दिन गरीबों को भोजन कराएं।
  • कर्क राशि के जातक भगवान शिव को काले तिल अर्पित करें। 
  • सिंह राशि के जातक दफ्तर या फिर काम करने वाले सहयोगियों की मदद करें। 
  • कन्या राशि के जातक अपने जीवन में व्यवस्थित रहें।
  • तुला राशि के जातक नेत्रहीन विद्यालय में सेवा कार्य करें। 
  • वृश्चिक राशि के जातक नियमित रूप से हनुमान जी की पूजा प्रारंभ कर दें। 
  • धनु राशि के जातक श्रमदान करें। 
  • मकर राशि के जातक ‘ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः’ मंत्र का स्पष्ट उच्चारण पूर्वक जाप करें। 
  • कुंभ राशि के जातक शनिवार के दिन शनि देव के मंदिर में जाकर सरसों के तेल का दीपक जलाएं। 
  • मीन राशि के जातक एक कटोरी में सरसों का तेल ले लें। फिर इसमें अपना प्रतिबिंब देखें और फिर इसे शनि मंदिर में दान कर दें।

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