Shani Ast 2023: शनि अपनी राशि में होंगे अस्त, 33 दिनों तक कर्क सहित इन 5 राशियों पर रहेगी टेढ़ी नजर

वैदिक ज्योतिष में शनि ग्रह का विशेष महत्व है और इन्हें कर्म का फल दाता माना गया है। इनकी गति अन्य ग्रहों की तुलना में सबसे धीमी है जिसके कारण शनि को एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करने में लगभग ढाई वर्ष का समय लगता है और इसे ही वैदिक ज्योतिष में ढैय्या के नाम से जाना जाता है। हालांकि, शनि दुख, रोग, शोक, पीड़ा और निर्धनता के कारक हैं। वहीं, ज्योतिष में यह आध्यात्मिकता, कर्तव्य और संरचना का प्रतिनिधित्व करते हैं। राशियों की बात करें तो, यह मकर और कुंभ राशि के स्वामी हैं। तुला राशि शनि की उच्च राशि है जबकि मेष इनकी नीच राशि मानी जाती है। अच्छे कर्म करने वाले जातकों को शनि शुभ फल प्रदान करते हैं जबकि बुरे कर्म करने वाले जातकों को अपनी टेढ़ी नज़र से देखते हैं। इनके अशुभ प्रभाव से व्यक्ति के जीवन में तमाम तरह की परेशानियां आने लगती हैं। 

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ज्योतिष के अनुसार, प्रत्येक ग्रह एक निश्चित अंतराल के बाद उदय और अस्त होते हैं। इसी क्रम में, कर्मफल दाता और आयु प्रदाता शनि देव कुंभ राशि में अस्त होने जा रहे हैं जिसका प्रभाव सभी राशियों पर देखने को मिलेगा। लेकिन पांच राशियां ऐसी हैं जिन्हें इस समय थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। आइए जानते हैं ये राशियां कौन सी हैं।

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शनि कुंभ राशि में अस्त 2023: तिथि व समय

शनि देव को कुंभ और मकर राशि का स्वामित्व प्राप्त हैं। अब ये 30 जनवरी 2023 की रात 12 बजकर 02 मिनट पर कुंभ राशि में अस्त हो जाएंगे और यह 33 दिन तक इसी कमजोर अवस्था में रहेंगे। शनि के अस्त होने से कई राशियों के जातक प्रभावित होंगे, लेकिन पांच राशियां सबसे ज्यादा प्रभावित होंगी।

शनि कुंभ राशि में अस्त 2023: पांच राशियों पर इसका प्रभाव

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए शनि ग्यारहवें भाव में अस्त हो रहे हैं। शनि कुंभ राशि में अस्त 2023 होने से इन लोगों को पेशेवर जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। नौकरी व व्यापार के क्षेत्र में परेशानियां बढ़ सकती हैं। स्टॉक मार्केट में निवेश करने से बचें क्योंकि इससे आर्थिक नुकसान होने की भी संभावना है। इसके अलावा, सेहत को लेकर भी सतर्क रहने की जरूरत है।

कर्क राशि

शनि देव आपकी राशि के आठवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं जिसके कारण आपका वैवाहिक जीवन प्रभावित हो सकता है। आपको रिश्ते में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। किसी तीसरे व्यक्ति के हस्तक्षेप की वजह से पार्टनर के साथ वाद-विवाद होने की आशंका है। ऐसे में, आपको यह सलाह दी जाती है कि अपने साथी के साथ बातचीत के द्वारा हर गलतफहमी को समय रहते सुलझाने का प्रयास करें। यदि आप इस दौरान कोई शुभ कार्य करने वाले हैं तो फिलहाल इसे आगे के लिए स्थगित कर दें। 33 दिन बाद जब शनि का उदय होगा, तब उस कार्य को करना उचित होगा।

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सिंह राशि

शनि आपके सातवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं। ऐसे में, आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति अधिक सतर्क रहने की जरूरत होगी क्योंकि आपकी सेहत में उतार-चढ़ाव आने की संभावना है। नतीजन बीमारियों को लेकर आपके खर्चे बढ़ सकते हैं। अचानक हुए खर्चों से आपका पूरा बजट गड़बड़ा सकता है। वहीं, जो लोग व्यापार कर रहे हैं उन्हें भी इस दौरान भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है इसलिए इस अवधि में कोई भी बड़ा फैसला सोच-समझकर लें।

वृश्चिक राशि

शनि आपके चौथे भाव में अस्त होने जा रहे हैं। ऐसे में, शनि अस्त होकर भाई-बहनों के साथ आपके रिश्ते को प्रभावित कर सकते हैं। परिवार के बाकी सदस्यों के साथ भी आपका विवाद हो सकता है। यदि आप इस दौरान नया घर, वाहन, कोई संपत्ति खरीदने या शेयर मार्केट में निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो इस समय आपको थोड़ा इंतज़ार करना होगा क्योंकि ये समय इन सब चीज़ों को ख़रीदने व निवेश करने के लिए अनुकूल नहीं है। जिन लोगों का खुद का बिज़नेस है, उन्हें भी इस दौरान नुकसान उठाना पड़ सकता है।

कुंभ राशि

शनि महाराज आपके लग्न भाव में अस्त होने जा रहे हैं। ऐसे में, करियर के क्षेत्र में थोड़ा सावधान रहने की आवश्यकता होगी। नौकरीपेशा लोगों को कार्यक्षेत्र में तनाव झेलना पड़ सकता है। नई नौकरी तलाशने का विचार फिलहाल के लिए टाल दें। दांपत्य जीवन की बात करें तो, पार्टनर के साथ छोटी-छोटी बातों को लेकर नोकझोंक हो सकती है। इसके अलावा, शनि के अस्त होने से आप में अहंकार की झलक दिखाई दे सकती है जिसके चलते दोस्तों-रिश्तेदारों के साथ भी बहस या विवाद होने की आशंका है।

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