शनि अस्त 2023: शनि एक ऐसा ग्रह है जिसके शुभ-अशुभ प्रभाव से सभी भली भांति परिचित है। ज्योतिष में शनि को उग्र, कठोर और क्रूर ग्रह माना जाता है और यह व्यक्ति के जीवन में कड़ी मेहनत, पद-प्रतिष्ठा, प्रतिबद्धता और ईमानदारी को दर्शाता है। शनिदेव कर्मफल दाता हैं जो व्यक्ति को कर्मों के हिसाब से फल देते हैं। ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, शनिदेव की बुरी दृष्टि पड़ने पर इंसान को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। वहीं, शनि के शुभ प्रभाव से व्यक्ति राजा के समान जीवन जीता है।
नौ ग्रहों की स्थिति में होने वाले परिवर्तन हर व्यक्ति को प्रभावित करते हैं। ऐसे में ग्रहों की दशा या दिशा में बदलाव के चलते जीवन में भी अनेक तरह के परिवर्तन देखने को मिलते हैं। इसी क्रम में शनि देव जनवरी 2023 के अंत में कुंभ राशि में अस्त होंगे जिससे कई राशियों के जातकों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। तो आइए बिना देर किए एस्ट्रोसेज के इस ब्लॉग के माध्यम से जानते हैं शनि के अस्त होने की तिथि और समय के बारे में। साथ ही, किन उपायों की मदद से राशियों पर पड़ने वाले प्रभावों को दूर किया जा सकता है।
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शनि अस्त 2023: तिथि और समय
यदि शनि सूर्य से 15 अंश पर या इससे अधिक समीप स्थित हो, तो ये अस्त हो जाते हैं। शनि के अस्त होने से शनि द्वारा शासित भावों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना होती है। विशेष रूप से कार्यस्थल और पेशेवर जीवन में विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। बता दें कि शनि 17 जनवरी 2023 की शाम 05 बजकर 04 मिनट पर कुंभ राशि में गोचर करेंगे। इसके बाद 30 जनवरी 2023 को रात 12 बजकर 02 मिनट से 05 मार्च 2023 तक अस्त अवस्था में रहेंगे।
शनि की स्थिति का प्रभाव कुछ राशियों पर खासतौर पर पड़ेगा। आइए जानते हैं कि कौन सी हैं वह राशियां जिन्हें शनि के कुंभ राशि में अस्त के दौरान सतर्क रहने की जरूरत है।
शनिदेव के अस्त होने से इन 3 राशियों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें!
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए शनि आपके सातवें भाव के स्वामी हैं। ऐसे में, पार्टनरशिप में व्यापार कर रहे लोगों के लिए यह समय चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इस दौरान नई साझेदारी में प्रवेश करते समय सावधानी बरतने की जरूरत है। इस राशि के शादीशुदा लोगों की बात करें तो, जीवनसाथी के बीच वाद-विवाद हो सकता है और दोस्तों से भी बहस व झगड़ा होने की संभावना है।
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सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए शनि आपके छठे भाव में अस्त होंगे। इसके परिणामस्वरूप, आपको इस दौरान अपनी सेहत को लेकर सावधानी बरतने की जरूरत होगी। साथ ही, आर्थिक खर्चों पर भी ध्यान देना होगा। विवाहित महिलाओं के मायके पक्ष से किसी करीबी रिश्तेदार की तबीयत खराब हो सकती है। वहीं, जिन लोगों का खुद का व्यवसाय है उन्हें इस दौरान लाभ प्राप्त करने में देरी का सामना करना पड़ सकता है।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शनि आपके तीसरे भाव में अस्त होंगे। ऐसे में, शनि भाई-बहनों के रिश्ते को प्रभावित कर सकते हैं। इस दौरान आपको कोई भी बड़ा निवेश करने से बचना चाहिए। जिन लोगों का खुद का व्यवसाय है, उन्हें इस दौरान अपने बिजनेस में नई योजनाओं पर कार्य शुरू न करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, व्यवसाय के सिलसिले में की गई छोटी दूरी की यात्रा आपके लिए फलदायी न रहने की आशंका है।
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इन उपायों से शनि के प्रकोप से मिलेगी राहत
वैदिक ज्योतिष में शनिदेव की शांति के लिए कई उपाय बताए गए हैं और मान्यता है कि इन उपायों को करने से जातक को शनि देव की पीड़ा से राहत मिलती है। आइए जानते हैं कि वह उपाय कौन से हैं।
- हनुमान जी की पूजा करें और सुंदरकांड का पाठ करें।
- शनिवार के दिन व्रत रखें और शनिदेव की पूजा करें।
- शनिवार के दिन जरूरतमंदों को काले रंग की वस्तुएं और कपड़ों का दान करें।
- विशेष रूप से शनिवार के दिन किसी कुत्ते को परेशान न करें और न ही उसका अपमान करें।
- शनि मंत्र ऊँ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः का जाप करें।
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