सितंबर 2021: एक झलक: साल का नौवां महीना आपके लिए क्या नई सौगात लेकर आ रहा है?

हर बार की तरह एक बार हम फिर सितंबर महीने की एक विशेष झलक लेकर आपके सामने पेश हैं। सितंबर महीने के इस विशेष आर्टिकल में आपको हम आपके करियर, आर्थिक पक्ष, और स्वास्थ्य, और प्रेम जीवन की भविष्यवाणियां प्रदान कर रहे हैं। इसके अलावा इस महीने कौन से व्रत-त्योहार, ग्रहण गोचर आने वाले हैं इस बात की जानकारी भी आपको यहां मिल जाएगी।

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इसके अलावा इस विशेष आर्टिकल में आपको सितंबर महीने में जन्मे लोगों का व्यक्तित्व और उससे जुड़ी कुछ रोचक और महत्वपूर्ण बातों की भी जानकारी प्रदान की जा रही है। इसके अलावा इस आर्टिकल में क्या है ख़ास? तो यहाँ आपको इस विशेष आर्टिकल में इस महीने के ग्रहण गोचर की भी संपूर्ण जानकारी और इन ग्रहण-गोचरों का आपके जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में भी जानकारी दे रहे हैं।

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सितंबर महीने में पैदा हुए लोगों की खासियत

ज्योतिष के अनुसार बताया जाता है कि, सितंबर के महीने में जन्मे लोग स्वभाव बेहद ही कोमल और भावुक होता है। सितंबर के महीने में जन्मे लोग दुनिया के सामने खुद को बेहद ही मजबूत व्यक्ति की तरह पेश करते हैं। इसके अलावा इस महीने में जन्मे लोग अपने जीवन में हर एक उपलब्धि और मुकाम हासिल करते हैं। हालांकि इसके लिए उन्हें संघर्ष करना पड़ता है। सितंबर के महीने में पैदा होने वाले लोग स्वभाव से बेहद ही मेहनती होते हैं। इसके अलावा बात करें अगर शारीरिक बनावट की तो सितंबर के महीने में जन्मे लोग आमतौर पर औसत लंबाई और गेहुए रंग के होते हैं। इसके साथ ही जितना यह अपने स्वभाव में खुश मिजाज होते हैं उन्हें गुस्सा भी उतने ही तेज आता है। प्रेम में पड़ने पर इस महीने में जन्मे लोग सबसे ईमानदार पार्टनर साबित होते हैं। ना ही रिश्ते में कभी यह लोगों को धोखा देते हैं और ना ही इन्हें धोखा बर्दाश्त होता है।

  • सितंबर में जन्मे लोगों के लिए उपयुक्त करियर विकल्प: अक्सर देखा गया है कि सितंबर के महीने में जन्मे लोग मीडिया फील्ड रिसर्च पुलिस कंप्यूटर प्रोग्रामिंग मेडिकल फील्ड टेलीविज़न इत्यादि क्षेत्रों में शोहरत कमाते हैं
  • सितंबर में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली अंक: 4, 5, 16, 90, 29
  • सितंबर में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली रंग: भूरा, नीला और हरा
  • सितंबर में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली दिन: बुधवार
  • सितंबर में जन्मे लोगों के लिए भाग्यशाली रत्न: पन्ना (लेकिन इसे धारण करने से पहले किसी विद्वान ज्योतिषी से परामर्श अवश्य कर लें)
  • सुझाव/उपाय: पक्षियों को दाना डालें, घर में एक्वेरियम में मछलियों का पालन पोषण करें।।

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सितंबर के महीने में आने वाले प्रमुख व्रत और त्योहारों की तिथि अनुसार संपूर्ण जानकारी

सितम्बर 3, 2021, शुक्रवार

अजा एकादशी: हिंदू धर्म में एकादशी का व्रत महत्त्वपूर्ण स्थान रखता है। भाद्रपद कृष्ण एकादशी को अजा एकादशी के नाम से जाना जाता है। यह एकादशी सब प्रकार के समस्त पापों का नाश करने वाली है। इस दिन भगवान ऋषिकेश की पूजा करना चाहिए।

सितम्बर 4, 2021, शनिवार

शनि त्रयोदशी: प्रदोष व्रत हर महीने में पड़ता है। ऐसे में यदि प्रदोष व्रत शनिवार के दिन पड़े तो इसे शनि प्रदोष व्रत या शनि त्रयोदशी के नाम से जाना जाता है।

पर्यूषण पर्वारम्भ

प्रदोष व्रत: हिंदू पंचांग के अनुसार प्रत्येक माह की त्रयोदशी के दिन प्रदोष व्रत किया जाता है। प्रदोष व्रत भगवान शिव को समर्पित एक बेहद ही शुभ व्रत है। 

सितम्बर 5, 2021, रविवार

शिक्षक दिवस: डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के अवसर पर उनकी स्मृति में सम्पूर्ण भारत में 5 सितंबर को शिक्षक दिवस (Teacher’s Day) मनाया जाता है।

मासिक शिवरात्रि: हिंदू पंचाग के अनुसार हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। मासिक शिवरात्रि हर महीने जबकि महाशिवरात्रि साल में एक बार मनाई जाती है। मासिक त्योहारों में शिवरात्रि के व्रत का बहुत महत्व होता है।

सितम्बर 6, 2021, सोमवार

पिठोरी अमावस्या: भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को पिठोरी अमावस्या कहते हैं। भारत के कई इलाकों में इसे कुशोत्पाटिनी अमावस्या भी कहा जाता है।

दर्श अमावस्या: हिंदू धर्म में दर्श अमावस्या का महत्व विशेष माना गया है। इस दिन चांद पूरी तरह से गायब होता है। इस दिन पितरों की पूजा भी की जाती है।

अन्वाधान

सितम्बर 7, 2021, मंगलवार

पोला: पोला त्योहार भादो माह की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस दिन बैलों का श्रृंगार कर उनकी पूजा की जाती है। बच्चे मिट्टी के बैल चलाते हैं। इस दिन बैल दौड़ का भी आयोजन किया जाता है।

वृषभोत्सव

भाद्रपद, कृष्ण अमावस्या

इष्टि

सितम्बर 8, 2021, बुधवार

चन्द्र दर्शन

सितम्बर 9, 2021, बृहस्पतिवार

वराह जयन्ती: विष्णु जी ने हिरण्याक्ष के वध के लिए ही वराह के रूप में अवतार लिया था। जिस दिन विष्णु जी इस रूप में अवतरित हुए थए उस दिन भाद्रपद मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि थी। इसी के चलते इस दिन वराह जयंती मनाई जाती है।

हरतालिका तीज: हरतालिका व्रत को हरतालिका तीज या तीजा भी कहते हैं। यह व्रत भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हस्त नक्षत्र के दिन होता है।

गौरी हब्बा: भाद्रपद शुक्ल तृतीया को कुछ क्षेत्रों में हरतालिका तीज के रूप में मनाया जाता है तो कुछ क्षेत्रों में इसे गौरी हब्बा पर्व के रूप में मनाया जाता है। इसके पिछे की मान्यता यह है कि माता पार्वती इस दिन सुहागिन महिलाओं को जहां पति की लंबी आयु का वरदान देती हैं तो वहीं अविवाहित कन्याओं को इच्छित वर मिलने का वरदान प्रदान करती हैं।

सितम्बर 10, 2021, शुक्रवार

गणेश चतुर्थी: गणेश चतुर्थी हिन्दुओं का एक प्रमुख त्यौहार है। यह त्यौहार भारत के विभिन्न भागों में मनाया जाता है किन्तु महाराष्ट्र में बडी़ धूमधाम से मनाया जाता है।

मलयालम विनायक चतुर्थी

सितम्बर 11, 2021, शनिवार

ऋषि पञ्चमी: ऋषिपंचमी का त्यौहार हिन्दू पंचांग के भाद्रपद महीने में शुक्ल पक्ष पंचमी को मनाया जाता है।यह त्यौहार गणेश चतुर्थी के अगले दिन होता है।

सम्वत्सरी पर्व

सितम्बर 12, 2021, रविवार

ज्येष्ठ गौरी आवाहन

स्कन्द षष्ठी

सितम्बर 13, 2021, सोमवार

ललिता सप्तमी: ललिता सप्तमी गोपिका ललिता की जयंती के रूप में मनाया जाता है। सभी भक्त इस दिन श्रीकृष्ण और राधा रानी के साथ ललिता देवी की पूजा करते हैं।

महालक्ष्मी व्रत आरम्भ: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को महालक्ष्मी व्रत होता है।

दूर्वा अष्टमी: भाद्रपद शुक्ल अष्टमी के दिन दूर्वा अष्टमी पर्व मनाया जाएगा। इस दिन दूर्वा से शिव परिवार के पूजन का विधान है। 

ज्येष्ठ गौरी पूजा: गणेशोत्सव के दौरान भाद्रपद शुक्ल की अष्टमी तिथि को माता गौरी का आह्वान किया जाता है और विधि पूर्वक उनकी पूजा-अर्चना की जाती है।

सितम्बर 14, 2021, मंगलवार

राधा अष्टमी: भाद्रपद शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को बरसाने में राधा जी का जन्म हुआ था। इस तिथि को राधाष्टमी के नाम से मनाया जाता है।

ज्येष्ठ गौरी विसर्जन

हिन्दी दिवस: हिन्दी दिवस प्रत्येक वर्ष 14 सितम्बर को मनाया जाता है। 14 सितम्बर 1949 को संविधान सभा ने यह निर्णय लिया कि हिन्दी भी केन्द्र सरकार की आधिकारिक भाषा होगी। 

मासिक दुर्गाष्टमी

सितम्बर 15, 2021, बुधवार

विश्वेश्वरैया जयन्ती 

अभियन्ता दिवस: सर विश्वेश्वरैया को 1955 में भारत रत्न दिया था. उनकी जयंती के दिन को भारत में ‘इंजीनियर्स डे’ के तौर पर मनाया जाता है।

सितम्बर 17, 2021, शुक्रवार

वामन जयन्ती: भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को वामन जयंती के नाम से जाना जाता है। इसे परिवर्तिनी एकादशी है, पार्श्व एकादशी, वामन एकादशी, जलझूलनी एकादशी, पद्मा एकादशी, डोल ग्यारस और जयंती एकादशी भी कहा जाता है।

विश्वकर्मा पूजा: वास्तुशिल्प के रचनाकार भगवान विश्वकर्मा की जयंती को विश्वकर्मा पूजा के नाम से भी जाना जाता है। 

कन्या संक्रान्ति

परिवर्तिनी एकादशी: भाद्रपद शुक्ल एकादशी पद्मा/परिवर्तिनी एकादशी, जयंती एकादशी भी कहलाती है। इसका यज्ञ करने से वाजपेय यज्ञ का फल मिलता है।

कल्की द्वादशी

सितम्बर 18, 2021, शनिवार

शनि त्रयोदशी

भुवनेश्वरी जयन्ती: भाद्रपद शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि को भुवनेश्वरी जयंती मनायी जाती है। इस दिन मां भुवनेश्वरी की साधना के लिए बड़ा ही प्रशस्त है। 

प्रदोष व्रत

सितम्बर 19, 2021, रविवार

गणेश विसर्जन

अनन्त चतुर्दशी

सितम्बर 20, 2021, सोमवार

पूर्णिमा श्राद्ध

भाद्रपद पूर्णिमा व्रत

भाद्रपद पूर्णिमा

अन्वाधान

सितम्बर 21, 2021, मंगलवार

पितृपक्ष प्रारम्भ: आश्विन कृष्ण प्रतिपदा से लेकर अमावस्या पंद्रह दिन पितृपक्ष (पितृ = पिता) के नाम से विख्यात है। इन पंद्रह दिनों में लोग अपने पितरों (पूर्वजों) को जल देते हैं तथा उनकी आत्मा को शांति हासिल हो सके।

प्रतिपदा श्राद्ध

इष्टि

सितम्बर 22, 2021, बुधवार

द्वितीया श्राद्ध

सितम्बर 23, 2021, बृहस्पतिवार

तृतीया श्राद्ध

सितम्बर 24, 2021, शुक्रवार

चतुर्थी श्राद्ध

महा भरणी

विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी

सितम्बर 25, 2021, शनिवार

पञ्चमी श्राद्ध

मासिक कार्तिगाई

सितम्बर 26, 2021, रविवार

षष्ठी श्राद्ध

सितम्बर 27, 2021, सोमवार

रोहिणी व्रत

सितम्बर 28, 2021, मंगलवार

सप्तमी श्राद्ध

महालक्ष्मी व्रत पूर्ण

कालाष्टमी

सितम्बर 29, 2021, बुधवार

अष्टमी श्राद्ध

जीवित्पुत्रिका व्रत: जीवित्पुत्रिका व्रत को जिउतिया भी कहते हैं। ये व्रत संतान की लंबी उम्र और सुख-​समृद्धि के लिए रखा जाता है। छठ की तरह ये पर्व भी तीन दिनों तक मनाया जाता है। 

सितम्बर 30, 2021, बृहस्पतिवार

नवमी श्राद्ध

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सितम्बर 2021 के महीने में आने वाले गोचर

गोचर यानी कि ग्रहों का राशि परिवर्तन। जब भी कोई ग्रह राशि परिवर्तन करता है तो इसका प्रभाव सभी 12 राशियों के लोगों के जीवन पर अवश्य देखने को मिलता है। हालांकि ऐसा जरूरी नहीं है कि ग्रहों के परिवर्तन का प्रभाव हमेशा शुभ ही हो या हमेशा अशुभ ही हो। बात करें सितम्बर महीने में होने वाले ग्रहों के गोचर की तो इस महीने छह प्रमुख गोचर होने वाले हैं जिनकी संपूर्ण जानकारी हम आपको नीचे प्रदान कर रहे हैं।

सितम्बर 2021 में होने वाले ग्रहण

वहीं ग्रहण की बात करें तो सितंबर के महीने में कोई भी ग्रहण नहीं लगने वाला है।

सितंबर 2021 महीने की महत्वपूर्ण भविष्यवाणी 

अब जानते हैं सितंबर महीने की सभी बारह राशियों के लिए महत्वपूर्ण भविष्यवाणी क्या कहती है।

  • मेष राशि: यह महीना आपके लिए शुभ साबित होगा। करियर में सफलता मिलेगी। छात्र जातकों के लिए महीना शानदार रहने वाला है। प्रतियोगी परीक्षा और उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सफलता हासिल होगी। हालांकि पारिवारिक जीवन में थोड़ी बहुत उठापटक हो सकती है। प्रेम और वैवाहिक जीवन के लिए महीना मिश्रित परिणाम लेकर आएगा और स्वास्थ्य के लिहाज से भी समय सावधानी पूर्वक चलने का है।
    उपाय: हनुमान जी की पूजा करें।
  • वृषभ राशि: वृषभ जातकों को इस महीना मिश्रित परिणाम हासिल होंगे। करियर के लिहाज से समय बेहद शानदार रहने वाला है। शिक्षा के लिहाज से समय मिलाजुला रहेगा। इसके अलावा पारिवारिक जीवन की बात करें तो इस महीना आपको सतर्क रहकर चलने की सलाह दी जाती है अन्यथा वाद विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। प्रेम के लिहाज से भी समय मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखेंगे तो समय अनुकूल है अन्यथा थोड़ी बहुत समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं।
    उपाय: प्रतिदिन गायत्री मंत्र का पाठ करें।
  • मिथुन राशि: आपके लिए यह महीना मिले-जुले प्रभाव वाला रहेगा। विशेष तौर पर करियर के लिहाज से, इस दौरानआपको शुभ परिणाम हासिल होंगे और सफलता मिलेगी। हालांकि शिक्षा के संदर्भ में आपको मिश्रित परिणाम हासिल होंगे और पारिवारिक जीवन भी मिश्रित रहने वाला है। बात करें प्रेम और वैवाहिक जीवन की तो उसके लिए यह महीना ज्यादा अनुकूल नहीं है। स्वास्थ्य के लिहाज से समय बेहद सावधानी पूर्वक चलने का है। अन्यथा इस दौरान आपको कोई बड़ी समस्या हो सकती है।
    उपाय: गणेश भगवान को मोदक अर्पित करें और उनकी उपासना करें।
  • कर्क राशि: कर्क राशि के जातकों के लिए सितंबर का महीना मिलाजुला रहेगा। इस महीने करियर के संदर्भ में आपको नकारात्मक परिणाम हासिल होंगे। हालाँकि धैर्य के साथ काम लें। शिक्षा के लिहाज से इस महीना मिश्रित परिणाम हासिल होंगे। पारिवारिक जीवन में कोई खास समस्या नहीं रहेगी। समय बेहद ही खुशनुमा बीतेगा। वहीं प्रेम और वैवाहिक जीवन के लिहाज से बात करें इसके लिए भी सितंबर का महीना ज्यादा अनुकूल नहीं कहा जा सकता। स्वास्थ्य के लिए सावधान रहने की आवश्यकता दी जा रही है।
    उपाय: प्रति भगवान शिव की पूजा करें शिव चालीसा का पाठ करें और शिवलिंग पर जल अर्पित करें।
  • सिंह राशि: सिंह राशि के जातकों के लिए सितंबर का महीना अनुकूल नहीं कहा जा सकता है। हालांकि करियर के लिहाज से इस दौरान आपको सफलता हासिल होगी। शिक्षा के संदर्भ में उतार-चढ़ाव और निराशा का सामना करना पड़ सकता है। पारिवारिक जीवन में भी उथल-पुथल बनी रहेगी। मां का विशेष ध्यान रखें। प्रेम और वैवाहिक जीवन पूर्ण रूप से प्रतिकूल नहीं कहा जा सकता। हालांकि इस दौरान आपको बेहद ही सावधान रहने की आवश्यकता पड़ेगी। स्वास्थ्य के लिए भी यह समय चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है। अपने स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखें।
    उपाय: प्रतिदिन सूर्य देवता को अर्पित करें।
  • कन्या राशि: सितंबर महीना आपके लिए औसत से बेहतर रहने वाला है। करियर के लिहाज़ से समय बेहद ही खास रहने वाला है। इस दौरान आपको ज्यादा मेहनत करने की आवश्यकता पड़ेगी। शिक्षा के लिए समय थोड़ा निराशाजनक साबित हो सकता है। वहीं पारिवारिक जीवन के लिहाज से समय अनुकूल रहेगा। प्रेम और वैवाहिक जीवन औसत रहने वाला है और स्वास्थ्य के लिहाज से भी समय थोड़ा कम अनुकूल रहेगा।
    उपाय: लक्ष्मी नारायण की पूजा करें।

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  • तुला राशि: समय औसत रहने वाला है। करियर के लिहाज से समय अनुकूल रहेगा। आपको ढेरों सफलता हासिल होगी। शिक्षा के संदर्भ में आपको मिले जुले परिणाम हासिल होंगे। पारिवारिक जीवन ज्यादा समय और ध्यान की मांग कर सकता है। वहीं प्रेम और वैवाहिक जीवन मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। स्वास्थ्य के लिहाज से सावधान रहना होगा। अन्यथा कोई परेशानी दिक्कत में डाल सकती है।
    उपाय: प्रतिदिन घी का दीपक जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
  • वृश्चिक राशि: सितंबर के महीना आपके लिए औसत से बेहतर रहने वाला है। करियर के लिहाज से आपको शुभ परिणाम हासिल होंगे और सफलता हासिल होगी। शिक्षा से जुड़े जातकों को भी शुभ परिणाम हासिल होंगे। पारिवारिक जीवन शानदार रहने वाला है। आप अपने परिवार के लोगों के साथ समय व्यतीत करेंगे। प्रेम और वैवाहिक जीवन चुनौतियों भरा रहने वाला है। हालांकि धैर्य के साथ काम लेंगे तो सब सही हो जाएगा। स्वास्थ के लिए सितंबर का महीना आपको परेशानियों से मुक्त करने वाला साबित होगा।
    उपाय: भगवान गणेश की पूजा करें और उन्हें दूर्वा और लड्डू अर्पित करें।
  • धनु राशि: सितंबर का महीना आपके लिए शानदार रहने वाला है। करियर में आपको शुभ परिणाम हासिल होंगे और मेहनत रंग लाएगी। शिक्षा के लिए भी समय अनुकूल रहने वाला है। पारिवारिक जीवन शानदार रहने वाला है। आप इस दौरान ज्यादा से ज्यादा समय अपने घर के लोगों के साथ समय व्यतीत करेंगे। प्रेम और वैवाहिक जीवन सामान्य रहेगा। हालांकि अपने साथी के साथ वाद-विवाद करने से बचें। स्वास्थ्य मोर्चे पर समय अनुकूल रहेगा। हाँ लेकिन ज्यादा तला भुना खाने से बचें।
    उपाय: हल्दी की माला से भगवान विष्णु के मंत्रों का जप करें।
  • मकर राशि: मकर राशि के जातकों के लिए सितंबर का महीना औसत रहने वाला है। करियर में आपको उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। शिक्षा में भी एकाग्रता की कमी महसूस हो सकती है। पारिवारिक जीवन भी अनुकूल रहने वाला है। प्रेम और वैवाहिक जीवन सुख पूर्वक बीतने की संभावना है। आपका आपके पार्टनर के साथ प्रेम और रिश्ता गहरा होगा। स्वास्थ्य के लिहाज से भी आपको मिश्रित परिणाम हासिल होंगे।
    उपाय: शनिवार को एक सिक्का सरसों के तेल में डालकर दान करें।
  • कुंभ राशि: कुंभ राशि के जातकों के लिए समय औसत रहने वाला है। करियर में आपको शुभ परिणाम हासिल होगा। शिक्षा के लिहाज से भी समय शुभ रहने की उम्मीद है। पारिवारिक जीवन में मिश्रित परिणाम हासिल होंगे। वहीं प्रेम और वैवाहिक जीवन के लिहाज से बात करें तो यह समय आपके लिए अच्छा रहने वाला है और स्वास्थ्य के लिहाज़ से आप को मिश्रित परिणाम हासिल होंगे।
    उपाय: रोजाना शाम के पानी में गंगाजल डालकर स्नान करें।
  • मीन राशि: सितंबर का महीना मीन राशि के जातकों के लिए औसत रहने वाला है। इस दौरान आप को किसी भी कार्य में सफलता हासिल करने के लिए ज्यादा मेहनत करने की आवश्यकता होगी। वहीं शिक्षा के लिए समय मिश्रित परिणाम लेकर आएगा। पारिवारिक जीवन अच्छा रहने वाला है। आप अपने घर के लोगों के साथ खुशनुमा पल व्यतीत करेंगे। प्रेम और वैवाहिक जीवन उतार-चढ़ाव से भरा रहने वाला है। स्वास्थ्य के संदर्भ में आपको ज्यादा सावधान रहने की आवश्यकता है।
    उपाय: गरीबों को भोजन खिलाकर दक्षिणा दें

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