जल्द शुरू होगा सावन; 19 वर्षों बाद बन रहा है बेहद शुभ संयोग, राशिनुसार करें भोलेनाथ की पूजा!

सावन का महीना या श्रावण मास महादेव को समर्पित है और इस महीने का इंतजार शिव भक्तों को बेसब्री से होता है। यह माह भोलेनाथ को भी बेहद प्रिय है और कहा जाता है कि सावन के महीने में पड़ने वाले हर एक सोमवार को भगवान शिव की उपासना करने से जीवन में सुख समृद्धि आती है। साथ ही व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं भी पूरी होती है। श्रावण मास की शुरुआत कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है। इस वर्ष का सावन कई मायनों में ख़ास रहने वाला है क्योंकि महादेव को समर्पित सावन के माह में अधिक मास लग रहा है। ऐसा संयोग 19 वर्षों बाद हो रहा है, जब सावन माह में अधिक मास लग रहा है। ऐसे में, इस वर्ष सावन का महीना एक नहीं बल्कि दो महीने लगभग 59 दिनों का होगा और इस बार 8 सोमवार पड़ने वाले हैं। इसके साथ ही सावन महीने की शुरुआत भी बेहद शुभ योग में होगी। तो आइए बिना देरी किए आगे बढ़ते हैं और जानते हैं कब से शुरू हो रहा है सावन, पूजा मुहूर्त, महत्व, शुभ योग और राशिनुसार पूजा विधि के बारे में।

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सावन 2023: तिथि व मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार सावन के महीने की शुरुआत श्रावण कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से होती है और इस बार प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 3 जुलाई 2023 की शाम 5 बजकर 9 मिनट से होगी और इसका समापन 4 जुलाई 2023 की दोपहर 1 बजकर 39 मिनट पर होगा। ऐसे में, सावन माह की शुरुआत 4 जुलाई से होगी। 

अभिजीत मुहूर्त: 4 जुलाई 2023 की सुबह 11 बजकर 57 मिनट से 12 बजकर 53 मिनट तक

सावन पर बन रहा बेहद शुभ संयोग

वैदिक पंचांग की गणना सौर मास और चंद्रमास के आधार पर की जाती है। चंद्रमास 354 दिनों का होता है और सौर मास 365 दिन का। ऐसे में 11 दिन का अंतर आता है और 3 साल के अंदर यह अंतर 33 दिन का हो जाता है। जिसे अधिकमास कहा जाता है। इस बार सावन एक की बजाय दो महीना का होने वाला है और यह शुभ संयोग 19 वर्षों बाद बन रहा है। इसके अलावा सावन माह की शुरुआत बेहद शुभ योग एन्द्र योग में हो रही है। इस योग में धन से जुड़ा कोई भी काम करने से उन्नति होती है। इसके अलावा इस योग में किए गए शुभ कार्य लम्बे समय तक शुभ फल देते हैं।

एन्द्र योग का आरंभ: 3 जुलाई 2023 की दोपहर 3 बजकर 44 मिनट से

एन्द्र योग का समापन: 4 जुलाई 2023 की सुबह 11 बजकर 48 मिनट पर होगी।

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जानिए कब-कब पड़ रहा है सावन का सोमवार और कौन से बन रहे हैं योग

अधिकमास के चलते साल 2023 में सावन का महीने में कुल 8 सावन सोमवार होंगे। ये सावन सोमवार इन तारीखों को पड़ेंगे:

सावन का पहला सोमवार: 10 जुलाई, 2023, तिथि अष्टमी

सावन का दूसरा सोमवार: 17 जुलाई, 2023, तिथि अमावस्या

सावन का तीसरा सोमवार:  24 जुलाई , 2023, तिथि षष्ठी

सावन का चौथा सोमवार: 31 जुलाई, 2023, तिथि त्रयोदशी

सावन का पांचवां सोमवार:  7 अगस्त , 2023, तिथि सप्तमी

सावन का छठा सोमवार: 14 अगस्त , 2023, तिथि सप्तमी

सावन का सातवां सोमवार: 21 अगस्त, 2023, तिथि नागपंचमी

सावन का आठवां सोमवार: 28 अगस्त 2023 द्वादशी

सावन का तीसरे सोमवार यानी 24 जुलाई 2023 को शिव योग का निर्माण हो रहा है। यह योग 23 जुलाई 2023 की दोपहर 2 बजकर 16 मिनट से 24 जुलाई 2023 की दोपहर 4 बजकर 51 मिनट तक लगेगा। शिव योग को तंत्र या वामयोग भी कहते हैं। यह योग समृद्धि, गुणों और आय के तीन भावों से संबंधित होता है। इस योग में भगवान शिव की आराधना करना बेहद शुभ माना जाता है।

सावन का छठा सोमवार यानी 14 अगस्त 2023 को सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है। यह योग 13 अगस्त 2023 की दोपहर 3 बजकर 54 मिनट से 14 अगस्त 2023 की शाम 4 बजकर 39 मिनट तक लगेगा। सिद्धि योग को बेहद शुभ माना जाता है। यह निश्चित वार और नक्षत्र के संयोग से बनता है।

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सावन का सातवां सोमवार यानी 21 अगस्त 2023 को शुभ योग का निर्माण हो रहा है। यह योग 20 अगस्त 2023 की रात 9 बजकर 58 मिनट से 21 अगस्त 2023 की रात 10 बजकर 20 मिनट तक लगेगा। जैसे कि नाम से ही मालूम होता है कि शुभ योग में योगानुसार शुभ या मंगल कार्य करना अत्यंत शुभ होता है और साथ ही, यात्रा करना, गृह प्रवेश, नवीन कार्य प्रारंभ करना, विवाह आदि करना भी इस योग में फलदायी माना जाता है।

सावन का आठवां सोमवार यानी 28 अगस्त 2023 को आयुष्मान योग का निर्माण हो रहा है। यह योग 27 अगस्त 2023 की दोपहर 1 बजकर 25 मिनट से 28 अगस्त 2023 की सुबह 9 बजकर 55 मिनट तक लगेगा। आयुष्मान योग में भगवान शिव की विधि-विधान से पूजा व जलाभिषेक करने से व्यक्ति को दीर्घायु का वरदान प्राप्त होता है।

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सावन में राशि के अनुसार करें भगवान शिव की पूजा

मेष राशि

मेष राशि के स्वामी मंगल हैं और ऐसे में, मेष राशि वाले जातकों को सावन के दिनों में लाल रंग के पुष्पों से भगवान शिव की पूजा आराधना करनी चाहिए क्योंकि लाल रंग आपके लिए बेहद फलदायी होता है। इसके साथ ही कच्चे दूध में शहद मिलाकर भोलेनाथ का अभिषेक करना चाहिए। 

वृषभ राशि

इस राशि के स्वामी शुक्र हैं ऐसे में, वृषभ राशि के जातकों को दही से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए और इसके बाद चमेली के फूल चढ़ाना चाहिए। साथ ही, रूद्राष्टक का पाठ करें और मन से भोले बाबा की आराधना करें। ऐसा करने से हर मनोकामना की पूर्ति होती है।

मिथुन राशि

मिथुन राशि वालों के लिए हरा रंग शुभ बेहद शुभ माना जाता है। ऐसे में आपको गन्ने के रस से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए।

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कर्क राशि

कर्क राशि के व्यक्तियों को सावन में भगवान शिव को भांग और चीनी वाला दूध चढ़ाना चाहिए क्योंकि इस राशि के लोगों का शुभ रंग दूधिया होता है।

सिंह राशि

सिंह राशि के व्यक्तियों को लाल चंदन के जल से शिवजी का अभिषेक करना चाहिए। लाल और सुनहरे रंग इस राशि के जातकों के लिए बेहद फलदायी माना जाता है।

कन्या राशि

कन्या राशि वालों को सावन में भगवान शिव का जल और पंचामृत से अभिषेक करना चाहिए और साथ ही, पंचाक्षरी मंत्र का जाप करना चाहिए। 

तुला राशि

तुला राशि के स्वामी शुक्र हैं और ऐसे में, इस राशि वालों को भगवान शिव का अभिषेक गाय के घी और इत्र या सुगंधित तेल या मिश्री मिले दूध से करना चाहिए।

वृश्चिक राशि

इस राशि के जातकों को शहद और मिश्रित जल से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। साथ ही गुलाब का फूल और बिल्वपत्र की जड़ भी अर्पित करें।

धनु राशि

धनु राशि के व्यक्तियों के लिए पीला रंग विशेष लाभदायक होता है। ऐसे में सिर्फ कच्चे दूध से अभिषेक करने की बजाय उसमें थोड़ा सा केसर मिला लेना चाहिए। 

मकर राशि

मकर राशि के स्वामी शनि हैं और ऐसे में, मकर राशि के व्यक्तियों को तिल के तेल से सावन में भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। 

कुंभ राशि

कुंभ राशि के जातकों को सावन के महीने में भोलेनाथ का अभिषेक नारियल के पानी, गन्ने के रस या सरसों के तेल से करना चाहिए।

मीन राशि

मीन राशि के स्वामी गुरु हैं और ऐसे में, मीन राशि के जातकों को पानी में केसर मिलाकर भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। 

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