शनिवार के दिन इस एक उपाय को करने से छूमंतर हो सकती है कई समस्याएं !

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार ऐसा माना जाता है कि शनि का कुप्रभाव किसी के जीवन को भी तहस नहस कर सकता है। शास्त्रों में शनिदेव को कर्म के अनुसार फल देने वाले देवता के रूप में भी जाना जाता है। कहने का अर्थ ये है कि आप जैसा कर्म करेंगे शनि आपको वैसा ही फल देगा। शनिवार का दिन जहाँ एक तरफ शनि देव का दिन कहलाता है वहीं दूसरी तरफ इसे हनुमान जी का दिन भी माना जाता है। लिहाजा इस दिन जीवन पर पड़ने वाले शनि के बुरे प्रभावों से बचने के लिए आप कुछ विशेष उपाय कर सकते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे करने के बाद आप शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं और शनि के कुप्रभाव से बच सकते हैं। 

माना जाता है कि शनि का जीवन पर पड़ने वाले बुरे प्रभाव से जिंदगी में आपको बहुत सी ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ना पड़ सकता है, जिसके बारे में आपने कभी सोचा भी नहीं होगा। इस दिन हनुमान जी की पूजा अर्चना करके भी आप शनि के विपरीत प्रभावों से मुक्ति पा सकते हैं। 

शनिवार के दिन इन उपायों को करने से बच सकते हैं शनि के दुष्प्रभाव से 

  • धन संबंधी समस्याओं से निजात पाने के लिए शनिवार के दिन शाम के वक़्त किसी सुनसान जगह पर स्थित पीपल के पेड़ के नीचे एक दीया जरूर जलायें। इससे आपको धन संबंधी सभी परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है। 
  • शनिवार के दिन शनि मंदिर जाकर शनिदेव को सरसों का तेल चढ़ाने से भी आप उनके कुप्रभाव से बच सकते हैं। 
  • शनिवार के दिन हनुमान मंदिर जाकर हनुमान जी को सिन्दूर और चमेली का तेल चढ़ाने से आपको लाभ मिल सकता है। इसके साथ ही साथ इस दिन हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी आप शनि के दुष्प्रभाव से बच सकते हैं। 
  • शनि ग्रह के प्रकोप से बचने के लिए शनिवार के दिन खासतौर से एक हाथ लंबा काला धागा लेकर उसकी माला बनाएं। इस माले को शनि मंदिर जाकर शनि देव को चढ़ाएं और उसके बाद इसे धारण करें। चढ़ाये गए काले धागे को आप अपनी सहूलियत के हिसाब से हाथ में भी बाँध सकते हैं। 
  • वैवाहिक जीवन में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचने के लिए, शनिवार के दिन बरगद के पेड़ में दूध डालें और उससे गीली हुई मिट्टी से तिलक करें। ऐसा करने से आपकी स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां दूर हो सकती है। 
  • शनि का कुप्रभाव आपको मानसिक तौर पर भी परेशान कर सकता है। इसलिए मानसिक चिंताओं से निजात पाने के लिए नारियल तेल में गुड़ और कपूर मिलाकर उसे किसी पीपल के पेड़ के नीचे रख दें। माना जाता है कि ऐसा करने से आपको मानसिक समस्याओं से निजात मिल सकता है। 
  • शनि साढ़ेसाती या शनि की ढैय्या से ग्रसित हैं तो शनिवार के दिन शनिदेव को नीले रंग के फूल अर्पित करें। इसके साथ ही रुद्राक्ष की माला लेकर कम से कम 108 बार “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का जाप करें।

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.