मूलांक 3: गुरु बृहस्पति के आधिपत्य वाले अंक के जातकों का व्यक्तित्त्व, करियर, और उपाय!

मूलांक हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह मूलांक हमारे जीवन को किस हद तक और किस तरह से प्रभावित करते हैं इसके बारे में हमारी इस श्रंखला में आगे बढ़ते हैं और जानते हैं मूलांक 3 के जातकों से जुड़ी कुछ विशेष, अनोखी, और रोचक बातें। साथ ही इस ब्लॉग के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि मूलांक 3 के जातक किन ज्योतिषीय उपायों को अपनाकर अपने जीवन में सदैव सुख समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं।

इस ब्लॉग में क्या है खास? बात करें इस ब्लॉग में प्रदान की जा रही जानकारियों की तो यहां आपको मूलांक 3 के जातकों का व्यक्तित्व, करियर, शिक्षा, वैवाहिक जीवन, मूलांक 3 के जातकों के लिए सबसे अनुकूल अंक, उनसे जुड़े कुछ महत्वपूर्ण तथ्य और उनके वैवाहिक जीवन आदि की संपूर्ण जानकारी प्रदान की जा रही है। साथ ही यहां पर हमको मूलांक 3 के कुछ प्रसिद्ध जातकों के बारे में भी बता रहे हैं।

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मूलांक 3: सबसे पहले जान लेते हैं कि मूलांक 3 की श्रेणी में कौन से जातक आते हैं। सरल शब्दों में समझाएं तो जिन भी जातकों का जन्मदिन किसी भी महीने की 3, 12, 21, 30 तारीख को होता है उनका मूलांक 3 होता है।

मूलांक 3 के जातकों का व्यक्तित्व

सबसे पहली बात करें मूलांक 3 के जातकों के स्वभाव की तो ऐसे व्यक्तियों में बृहस्पति के गुण धर्म देखे जाते हैं। यानी कि इस मूलांक के लोग बुद्धिमान होते हैं, बड़े बुजुर्गों का सम्मान करते हैं, और हमेशा सच्चाई और इंसाफ के लिए लड़ने के लिए तैयार रहते हैं। मूलांक 3 के जातक अपनी बौद्धिक क्षमता के आधार पर जीवन में तरक्की करने में कामयाब रहते हैं। 

इनका स्वभाव बेहद ही कोमल होता है और दूसरों के प्रति है बेहद ही सहानुभूति पूर्ण रवैया रखते हैं। इसके अलावा चूंकि यह लोग दूसरों की बातों को अच्छे से समझते हैं और सकारात्मक विचारों से भरे होते हैं ऐसे में यह लोग अच्छे काउंसलर भी साबित होते हैं।

गुण के बाद बात करें अवगुणों की तो अक्सर देखा गया है कि मूलांक 3 वाले जातक बेहद ही मनी माइंडेड होते हैं। इनका अवगुण भी एक तरह से इंका गुण ही होता है क्योंकि यह अपने परिवार के लोगों और अपने चाहने वालों को जीवन की तमाम खुशियां देना चाहते हैं जिसके लिए यह पैसे कमाने का प्रयास करते हैं। हालांकि कई बार यही पैसे कमाने की ललक इन्हें गलत रास्ते पर भी ले कर चली जाती है जो इनके लिए अवगुण साबित होती है।

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करियर

बात करें मूलांक 3 के जातकों की करियर की तो क्योंकि ऐसे जातक बेहद ही कर्तव्य परायण होते हैं और अपने काम को पूरा करके ही मानते हैं ऐसे में इनका करियर भी शानदार होता है। करियर में यह केवल अपने काम पर ध्यान देते हैं और कहीं ना कहीं इसी वजह के चलते इनके ढेरों प्रतिस्पर्धी और दुश्मन भी बन जाते हैं। 

हालांकि उन सब को परे रखकर ये लोग अपने करियर पर फोकस करते हैं और जिस भी क्षेत्र में रहते हैं उसमें नाम कमाते हैं। विवादों से दूर रहना भी इनकी एक खासियत है। मूलांक 3 के जातकों के लिए उपयुक्त करियर की बात करें तो टीचर, जांच अधिवक्ता, पत्रकार, काउंसलर और प्रशासनिक पद पर अपना कब्जा जमा सकते हैं।

शिक्षा 

शिक्षा की बात करें तो मूलांक 3 के जातक हमेशा नई खोज में लगे रहते हैं। इन्हें पढ़ाई में रुचि काफी ज्यादा होती है। ऐसे में कई बार यह दुनिया से कटकर केवल पढ़ाई में ध्यान एकाग्र कर लेते हैं। अपनी कड़ी मेहनत और लगन के दम पर मूलांक 3 के जातक उच्च शिक्षा भी प्राप्त करते हैं और चाहे तो मेडिकल, इंजीनियरिंग, समेत उच्च डिग्री, वाले क्षेत्र में भी अपना नाम कमा सकते हैं। हालांकि कई बार देखा गया है कि 16 वर्ष, 19 वर्ष, 22 वर्ष, 25 वर्ष के दौरान इनके शिक्षा में कुछ बाधा खड़ी हो सकती है।

शासक ग्रह 

मूलांक 3 गुरु बृहस्पति का अंक होता है जिसके परिणाम स्वरूप इस अंक के जातकों पर गुरु ग्रह का प्रभाव देखने को मिलता है। इसके अलावा चूंकि आपका शासक स्वामी गुरु बृहस्पति हैं ऐसे में आपके लिए शुभ धातु सोना साबित हो सकती है।

मूलांक 3 के जातकों के लिए सबसे अनुकूल अंक 

मूलांक 3 के जातकों के लिए जहां एक तरफ पीला, बैंगनी, नीला, लाल, गुलाबी, लाल रंग, शुभ होता है वहीं तारीख या शुभ अंकों की बात करें तो 3, 6 और 9 अंक मूलांक 3 के लिए सबसे अधिक शुभ होते हैं। ऐसे में इन अंकों के साथ मूलांक 3 के जातकों की मित्रता भी शानदार होती है और अगर विवाह के बंधन में बंधते हैं या फिर प्रेम की रिश्ते में पड़ते हैं तो वह रिश्ता भी काबिले तारीफ होता है। 

मूलांक 3 के जातकों से जुड़े कुछ तथ्य-महत्व और अर्थ 

गुरु ग्रह के प्रभाव के चलते मूलांक 3 के जातकों के विचारों में धार्मिकता देखने को मिलती है। इसके अलावा धर्म-कर्म के क्षेत्र में इनको अच्छी उपलब्धि और ख्याति प्राप्त होती है। मानसिक रूप से किसी को समझने या किसी विषय को समझने में इनकी क्षमता शानदार होती है। इसके अलावा ऐसे जातक स्पष्ट वादी स्वभाव के होते हैं और इनका यही स्वाभाव लोगों द्वारा काफी पसंद किया जाता है।

महत्व की बात करें तो मूलांक 3 दैवीय गुणों से युक्त अंक माना गया है क्योंकि इसमें आध्यात्मिकता, गुणवत्ता और आकर्षक स्वभाव कूट कूट कर भरा होता है। इस मूलांक के जातक हर परिस्थिति में खुद को खुश रखने का प्रयास करते हैं। इनके जीवन में चाहे कितनी भी बाधाएं परेशानियां क्यों ना हो जाए यह कभी भी परेशान और विचलित नहीं होते हैं। इसके अलावा मूलांक 3 के लोगों में शासन की प्रवृत्ति होती है जिसके चलते कई बार लोग इन्हें तानाशाह प्रवृत्ति का समझ लेते हैं और इन से दुश्मनी मोल ले लेते हैं। यही वजह है कि जीवन में इनके कई गुप्त शत्रु भी होते हैं।

वैवाहिक जीवन 

वैवाहिक जीवन की बात करें तो मूलांक 3 वाले जातकों का दांपत्य जीवन अक्सर शानदार होता है। हालांकि कई बार इनके पुराने प्रेमियों के चलते इनके जीवन में समस्याएं बढ़ सकती हैं। हालांकि अगर यह लोग पहले ही खुलकर अपने जीवनसाथी को अपने अतीत के बारे में बातें साझा कर लें तो इनका जीवन परेशानी मुक्त और सुखमय व्यतीत होता है।

मूलांक 3 के कुछ प्रसिद्ध जातक 

अब्राहम लिंकन, विन्स्टन चर्चिल, सरदार वल्लभ भाई पटेल, स्वामी विवेकानंद, करीना कपूर, गोविंदा , डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद

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इन उपायों से मिलेगी अपार सफलता 

  • कोशिश करें कि कोई भी महत्वपूर्ण काम शुरू करने के लिए या फैसला लेने के लिए गुरुवार के दिन का चयन करें। 
  • इसके अलावा अपने जीवन में ज्यादा से ज्यादा पीले रंग शामिल करें। ऐसा करने से बृहस्पति को मजबूती मिलती है।
  • भगवान विष्णु की पूजा करें और विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। 

क्यों किया जाता है अंक ज्योतिष का इस्तेमाल?

अंक ज्योतिष का उपयोग मुख्य रूप से व्यक्ति के भूत, भविष्य, वर्तमान के बारे में अंकों की सहायता से जानकारी प्राप्त करने के लिए किया जाता है। अंक ज्योतिष में भविष्य की गणना ज्योतिष शास्त्र में बताए गए नवग्रहों के साथ मिलाप करके की जाती है। एक से लेकर 9 अंक पर अलग-अलग ग्रहों का आधिपत्य होता है और उसी के आधार पर व्यक्ति के भविष्य के बारे में जानकारी प्राप्त की जाती है।

ज्योतिष के अनुसार हर एक व्यक्ति के जन्म के साथ ही एक प्राथमिक और एक द्वितीयक ग्रह का प्रभाव उसके जीवन पर होने लगता है इसलिए जन्म के बाद जातक पर उस अंक का प्रभाव देखने को मिलता है और यही अंक व्यक्ति का स्वामी कहलाता है।

अंको का प्रभाव कुछ इस कदर होता है कि व्यक्ति के अंदर मौजूद सभी गुण, दोष, सोचने समझने की शक्ति, शिक्षा, एवं स्वास्थ्य, करियर आदि अंक शास्त्र के अंकों और उसके शासक ग्रह से प्रभावित देखे जाते हैं। ऐसे में अक्सर देखा गया है और माना जाता है कि जब दो व्यक्तियों का मूलांक एक होता है दोनों के बीच का तालमेल काफी शानदार होता है।

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