रोहिणी नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोगों में होती हैं यह विशेषताएं

रोहिणी नक्षत्र (Rohini Nakshatra)

हमारे आकाश मंडल में अनेकों नक्षत्र हैं और ज्योतिष के अनुसार, उनका हर व्यक्ति के जीवन में एक महत्वपूर्ण योगदान होता है। हर इंसान का जीवन पूरी तरह से उसकी कुंडली के अनुसार ही चलता है और इसीलिए नक्षत्र अपनी प्रवृत्ति के अनुसार व्यक्ति के जीवन पर अपना प्रभाव छोड़ते हैं। ‌बता दें कि रोहिणी नक्षत्र 27 नक्षत्रों में से एक नक्षत्र है, इसका स्वामी ग्रह चंद्रमा है। अगर आप एक ऐसे जातक हैं जिसका जन्म रोहिणी नक्षत्र में हुआ है और आप अपने जीवन के बारे में महत्वपूर्ण बातें जानना चाहते हैं, जैसे कि आपकी आय, शिक्षा, व्यवसाय, पारिवारिक जीवन कैसा रहेगा, तो हमारे आज के इस लेख में आपको इस नक्षत्र से जुड़ी जरूरी जानकारी प्राप्त होगी।  

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रोहिणी नक्षत्र क्या है 

यहां जानकारी के लिए बता दें कि वैदिक ज्योतिष के अनुसार केतु ग्रह रोहिणी नक्षत्र का स्वामी ग्रह होता है जो कि देखने में किसी बैलगाड़ी या रथ के जैसा दिखाई देता है। यहां यह भी जान लीजिए कि यह नक्षत्र हमारे आकाश मंडल का चौथा नक्षत्र होता है जिसका स्वामी नक्षत्र चंद्रमा होता है। हर इंसान जो रोहिणी नक्षत्र में जन्म लेता है उसके जीवन पर इस नक्षत्र का एक विशेष प्रभाव पड़ता है जिसके कारण उसके जीवन में कुछ नकारात्मक पहलू होते हैं और कुछ सकारात्मक पहलू। 

रोहिणी नक्षत्र के जातक का व्यक्तित्व 

ज्योतिष के अनुसार व्यक्ति के जीवन पर ग्रह-नक्षत्रों का बहुत प्रभाव होता है। अलग-अलग नक्षत्रों में जन्म लेने वाले लोगों का स्वाभाव और व्यक्तित्व भी अलग होता है। नीचे हम बता रहे हैं कि रोहिणी नक्षत्र में जन्मे जातक कैसे होते हैं। 

  • इस नक्षत्र के जातक बहुत ही ज्यादा कल्पनाशील होते हैं, इनकी कल्पना शक्ति इन्हे कला के क्षेत्र में ले जाती है। 
  • रोहिणी नक्षत्र में जन्मे लोग मन से बहुत चंचल होते हैं जिसकी वजह से यह किसी एक बात पर बहुत अधिक समय तक टिके नहीं रह सकते।
  • यह अधिकतर अपनी ही दुनिया में खोये रहते हैं, जो इनके लिए परेशानी का सबब भी होता है। 
  • ऐसे लोग सत्यवादी और शिष्ट होते हैं।
  • अगर किसी व्यक्ति को इनकी मदद की आवश्यकता हो तो यह हमेशा मदद के लिए तैयार रहते हैं, इसलिए सामाजिक स्तर पर इनको अच्छा मान-सम्मान प्राप्त होता है। 
  • रोहिणी नक्षत्र में जन्मे जातकों को अपनी मां से बहुत ही ज्यादा प्रेम होता है। 
  • इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोगों का व्यवहार लचीला होता है और ऐसे लोग परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढालने में माहिर होते हैं।
  • यह अपने जीवन साथी के साथ अपना तालमेल बहुत अच्छी तरह से बिठा लेते हैं जिसकी वजह से इनका वैवाहिक जीवन बहुत ही खुशहाल और सुख में व्यतीत होता है। 
  • अपने वर्ग के लोगों में यानि दोस्तों के बीच या परिवार में यह बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय होने के साथ-साथ आकर्षण का केंद्र बने रहते हैं। ‌
  • दूसरों से अपनी बात मनवाने में ऐसे लोगों को महारथ हासिल होती है। 

रोहिणी नक्षत्र जातकों की शिक्षा और करियर 

आपको बता दें कि रोहिणी नक्षत्र में जन्मे जातकों को संगीत, कला, विज्ञान इत्यादि के विषयों को पढ़ने में काफी रूचि होती है और इसीलिए यह अधिकतर अपना करियर इन्हीं क्षेत्रों में बनाना पसंद करते हैं। इसके अलावा फैशन डिजाइनिंग, ब्यूटीशियन, इंजीनियर, बैंक, फास्ट फूड इत्यादि क्षेत्रों में भी रोहिणी नक्षत्र जातक अपना करियर बनाना पसंद करते हैं।

इस नक्षत्र में जन्मे कुछ ऐसे जातक भी होते हैं जो वस्त्र उद्योग, जल परिवहन सेवा, पेट्रोलियम, गन्ने का व्यवसाय एवं होटल इत्यादि में भी काफी कामयाबी हासिल करते हैं। हालांकि कला के प्रति इनका झुकाव बहुत अधिक होता है इसलिए गायन या वादन इनका शौक होता है। यह किसी भी क्षेत्र में रहें लेकिन कलात्मक क्रियाकलापों के प्रति इनमें झुकाव देखा जाता है।  

रोहिणी नक्षत्र जातकों का पारिवारिक जीवन  

रोहिणी नक्षत्र में जन्मे जातकों को उनका लाइफ पार्टनर काफी आकर्षक समझदार और सुंदर मिलता है जो कि स्वभाव से अत्यधिक इमोशनल होने के साथ-साथ बहुत ही व्यवहार कुशल प्रवृत्ति का होता है। रोहिणी नक्षत्र के जातकों का अपने लाइफ पार्टनर के साथ बहुत ही अच्छा तालमेल होता है जिसकी वजह से इनका शादीशुदा जीवन बिना किसी समस्या और घरेलू परेशानियों के व्यतीत होता है। घर के लोगों के साथ भी इस नक्षत्र में जन्मे लोगों का व्यवहार अच्छा होता है। खासकर अपनी माता के साथ इनकी अच्छी बनती है। अपनी माता को ऐसे लोग हर खुशी देना चाहते हैं।  

रोहिणी नक्षत्र जातकों के जीवन में चुनौती

हालांकि इस नक्षत्र के जातक बहुत ही ज्यादा खुशहाल और आकर्षक प्रवृत्ति के होते हैं परंतु इन जातकों को रक्त से संबंधित बीमारियां अकसर हो जाती हैं जैसे कि ब्लड शुगर और कभी-कभी तो ब्लड कैंसर की समस्या भी समस्या हो जाती है। ऐसे में इन्हें अपने स्वास्थ्य का उचित रूप से देखभाल करना पड़ता है।

इस नक्षत्र में जन्म लेने वाले लोगों के जीवन में 30 साल तक बहुत ज्यादा परेशानी आती है और उसके बाद इनका जीवन अच्छी तरह से गुजरता है। स्वास्थय से जुड़ी परेशानियों से बचने के लिए ऐसे लोगों को योग और ध्यान करना चाहिए। इससे मन की चंचलता को दूर करने में भी मदद मिलती है। 

निष्कर्ष 

आज के इस लेख में हमने आपको बताया कि रोहिणी नक्षत्र क्या है और रोहिणी नक्षत्र जातकों के बारे में हमने आपको महत्वपूर्ण जानकारी दी जो कि आपके लिए लाभदायक रही होगी। इस नक्षत्र में शालीन होते हैं क्योंकि यह चंद्रमा का नक्षत्र है। इसके साथ ही यह व्यवहार कुशल भी होते हैं जिसके चलते समाज में अच्छा नाम कमाते हैं। हालांकि मन से थोड़े चंचल होते हैं और जल्दी बातों का बुरा मान जाते हैं। अपने जीवन को यदि रोहिणी नक्षत्र में जन्मे लोगों को सफल बनाना है तो इन्हें एकाग्रता बढ़ानी चाहिए।  

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