ग्रहों के राजा कर रहे हैं गोचर, जानें कैसे करें इन्हें प्रसन्न !

ज्योतिष में सूर्य को ग्रहों का राजा माना गया है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, सूर्य देव महर्षि कश्यप और अदिति के पुत्र हैं। सूर्य ग्रह सिंह राशि का स्वामी होता है। जहाँ एक तरफ मेष राशि में यह उच्च भाव में रहता है। वहीं तुला राशि में बुध नीच भाव में स्थित होता है। अगर बात करें नक्षत्रों कि तो 27 नक्षत्रों में से सूर्य को कृतिका, उत्तरा फाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा नक्षत्र का स्वामित्व मिला है। हिन्दू ज्योतिष में इन्हें आत्मा, पिता, पूर्वज, उच्च पद, सरकारी नौकरी और मान-सम्मान आदि का कारक कहा जाता है। चंद्रमा, मंगल और गुरु ग्रह, सूर्य के मित्र माने जाते हैं, जबकि शुक्र और शनि ग्रह को इसका शत्रु मानते हैं। सूर्य का रंग नारंगी है, और सप्ताह में सूर्य को रविवार का दिन समर्पित है।

18 अक्टूबर को सूर्य देव तुला राशि में गोचर कर रहे हैं, जहाँ ये लगभग 1 महीने तक विराजमान रहेंगे। माना गया है कि सूर्य जिस ग्रह के साथ होता है, उसी अनुरूप फल देने लग जाता है। यदि सूर्य आपकी राशि में अच्छी स्थिति में विराजमान हो, तो व्यक्ति को जीवन में मनवांछित फलों की प्राप्ति होती है। वहीं अगर कुंडली में सूर्य का स्थान सही न हो, तो इसके बुरे प्रभाव आपको परेशानी में डाल सकते हैं। सूर्य की अच्छी स्थिति व्यक्ति को अच्छे काम करने की तरफ प्रेरित करती है। इसलिए आज हम अपने इस लेख में आपको बताएंगे सूर्य के अच्छे फलों की प्राप्ति के लिए व्यक्ति को क्या उपाय करने चाहिए। 

18 अक्टूबर को सूर्य कर रहा है गोचर 

नवग्रहों के राजा “सूर्य” 18 अक्टूबर 2019, शुक्रवार को 00:41 बजे तुला राशि में प्रवेश करेंगे और 17 नवंबर 2019, रविवार 00:47 बजे तक तुला राशि में ही स्थित  रहेंगे। लगभग एक महीने तक सूर्य तुला राशि में ही रहेंगे। सूर्य के इस गोचर का सभी 12 राशियों पर देखने को मिलेगा । 

सूर्य ग्रह को मजबूत करने के लिए करें ये उपाय

  • केसरिया रंग अथवा लाल कलर के सभी शेड्स के कपड़े पहन सकते हैं।
  • भगवान विष्णु, सूर्य देव और भगवान श्रीराम की पूजा करें।
  • सूर्य को प्रसन्न करने के लिए आदित्य हृदय स्तोत्र का जाप करें।
  • सूर्य देव का आशीर्वाद पाने के लिए रविवार के दिन व्रत रखें।
  • हर सुबह सूर्योदय से पहले उठें और उगते हुए सूरज का दर्शन करें।
  • सूर्य ग्रह से संबंधित वस्तुएँ (गुड़, गेहूँ, तांबा, माणिक्य रत्न, लाल पुष्प, खस, मैनसिल आदि) का  रविवार के दिन दान करें।
  • सूर्य ग्रह से शुभ फल प्राप्ति हेतु सूर्य बीज मंत्र का जाप करें। 

                        मंत्र – ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सः सूर्याय नमः

  • वैदिक ज्योतिष अनुसार सूर्य ग्रह को मजबूत करने के लिए या सूर्य ग्रह की शांति के लिए व्यक्ति को रूबी माणिक्य धारण करना चाहिए। 
  • सूर्य ग्रह की शांति के लिए एक मुखी या बारह मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।

यह भी पढ़ें –

क्यों करते हैं करवा चौथ में चाँद की पूजा?

जानें कौन थी भगवान शिव की बहन?

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.