रामनवमी 2021: जाने इस दिन हनुमान पूजा का महत्व और इस दिन से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें

चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि के दिन रामनवमी मनाई जाती है। मान्यता के अनुसार कहा जाता है कि त्रेता युग में इसी दिन भगवान राम ने जन्म लिया था। ऐसे में इस दिन भगवान राम की विधिवत पूजा अर्चना की जाती है। लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि, रामनवमी के दिन भगवान हनुमान जी पूजा का भी महत्व बताया गया है? ऐसा क्यों है और रामनवमी का शुभ मुहूर्त क्या है? आइए इस आर्टिकल के माध्यम से इन सभी सवालों का जवाब जानने की कोशिश करते हैं।

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इसलिए रामनवमी पर की जाती है भगवान हनुमान की पूजा

यह बात तो हर कोई जानता है कि, दुनिया में भगवान राम के सबसे बड़े भक्त हनुमान जी ही थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन भगवान राम और माता सीता के प्रति समर्पित कर दिया था। रामनवमी के दिन यानी भगवान राम के जन्मोत्सव के दिन हनुमान भगवान सबसे ज्यादा प्रसन्न होते हैं। ऐसे में इसी मान्यता के चलते कहा जाता है रामनवमी के दिन जो कोई भी व्यक्ति हनुमान भगवान की भी विधिवत पूजा करता है बजरंगबली उसके सभी कष्ट दूर करके उसकी मदद के लिए हमेशा मौजूद रहते हैं।

रामनवमी तिथि, दिन और शुभ मुहूर्त

तिथि :21 अप्रैल 2021 

दिन : बुधवार

रामनवमी मुहूर्त : 11:02:08 से 13:38:08 तक

अवधि : 02 घंटे 36 मिनट

रामनवमी मध्याह्न समय : 12:20:09 

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रामनवमी की पूजा में भगवान हनुमान को अर्पित करें यह माला

रामनवमी के दिन भगवान राम की विधिवत पूजा के साथ-साथ भगवान हनुमान जी की पूजा करने से व्यक्ति के जीवन में किसी भी प्रकार का कष्ट और परेशानी दूर होती है और साथ ही ऐसे व्यक्ति के जीवन में कभी कोई दुख नहीं आता है। इसके अलावा कहा जाता है कि, रामनवमी के दिन यदि आप भगवान हनुमान के गले में आक के 21 या फिर 108 पत्तों को साफ करके उन पर सिंदूर और शुद्ध घी से श्री राम लिख कर लाल रंग के धागे में आक के पत्तों का उपयोग कर एक माला बनाएं और इस माला को हनुमान जी को पहना दें तो ऐसा करने से आपके जीवन की धन संबंधित सभी परेशानियां दूर होंगी और मनोकामनाएं पूरी होंगी।

रामनवमी के दिन हनुमान पूजा का महत्व

रामनवमी के दिन बजरंगबली की पूजा करने से व्यक्ति की मनोकामना पूरी होने के साथ-साथ कन्याओं को मनचाहा वर भी प्राप्त होता है। ऐसे में रामनवमी के दिन पहले भगवान राम की पूजा करें और इसके बाद ही हनुमान जी की पूजा करें। इस दिन भगवान राम को सीता फल चढ़ाएं। इसके बाद मां सीता को सिंदूर, चूड़ी और अन्य श्रृंगार की वस्तुएं भेंट करें। ऐसा करने से बहुत जल्द ही आपको आपके मनचाहे या योग्य वर से विवाह के योग बनने लगते हैं।

रामनवमी का महत्व

रामनवमी का यह पर्व देश और दुनिया में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। इस दिन भगवान राम और मां सीता के साथ मां दुर्गा और भगवान हनुमान और लक्ष्मण जी की पूजा का विधान बताया गया है। यह दिन इतना शुभ होता है कि लोग इस दिन कोई भी नया काम शुरू कर सकते हैं। भगवान राम की इस दिन पूजा करने से व्यक्ति को जीवन में यश व सम्मान की प्राप्ति होती है।

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