राहु और केतु छाया ग्रह है जो सूर्य और चंद्रमा पर ग्रहण लगाकर उसके प्रकाश को शिथिल कर सकते हैं इसलिए इसके प्रभाव पर संदेह करने का तो कोई सवाल नहीं हैं। लेकिन हमारे जीवन पर इसका क्या असर है? जीवन के किन क्षेत्रों पर राहु का प्रभाव अधिक होता है? इसके बारे में आज हम विस्तार से बात करेंगे। इसके अलावा हम ये भी जानेंगे कि आखिर राहु को एक हानिकारक ग्रह क्यों माना जाता है और इसके पीछे की पौराणिक कथा क्या है।
साल 2023 में राहु मीन राशि में गोचर करेंगे और जातकों के पेशेवर जीवन, लव लाइफ, स्वास्थ्य और आर्थिक मामलों के साथ और भी कई चीजों को प्रभावित करेंगे। अब गौर करने की बात ये है कि इस गोचर की अवधि, समय, तिथि और राहु के प्रकोप से बचने के ज्योतिषीय उपाय क्या है? लेकिन सिर्फ ऐसा नहीं है कि राहु हर राशि के लिए नुकसानदायक ही होते हैं, कई बार राहु आपके लिए लाभकारी भी साबित हो सकते हैं। खासतौर पर उनके लिए जो कूटनीति और राजनीति में रुचि रखते हैं। जी हां, आमतौर पर राहु को हानिकारक ग्रह माना जाता है लेकिन इसके शुभ प्रभाव भी होते हैं जिनके बारे में हम आगे चर्चा करेंगे।
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पहले जानें राहु और भगवान विष्णु का संबंध
हम सभी ने समुद्र मंथन के बारे में सुना है जिसकी जानकारी हिंदू पुराणों और धर्मग्रंथों से मिलती है। समुद्र मंथन के दौरान देवता और असुर दोनों ही अमृत को पाना चाहते थे। हालांकि, इससे निकले विष को महादेव ने अपने कंठ में उतारकर वहीं रोक लिया इसलिए उनका नाम नीलकंठ पड़ा। लेकिन जब समुद्र मंथन से अमृत निकला तो उसे लेकर देवता और असुरों में युद्ध शुरू हो गया जिसका बीच-बचाव स्वयं नारायण ने किया। मोहिनी अवतार धारण करके विष्णु जी ने असुरों और देवताओं को अलग-अलग पंक्तियों में बिठाया और अमृत पान कराना शुरू किया। लेकिन छल से जब स्वर्भानु नाम का असुर देवताओं की पंक्ति में जा बैठा और उसने अमृत पान किया तब सूर्य देव और चंद्र देव ने भगवान विष्णु को इसके बारे में बताया जिसके बाद नारायण ने अपने सुदर्शन चक्र से उसका सिर धड़ से अलग कर दिया जिसमें सिर का हिस्सा राहु कहलाता है और धड़ का हिस्सा केतु, चूंकि उसने अमृत पान कर लिया था इसलिए वे अमर हो गया। तब से ही राहु और केतु चंद्रमा और सूर्य पर ग्रहण लगाते आ रहे हैं।
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राहु के शुभ और अशुभ प्रभाव
आमतौर पर, लोग राहु और केतु इन दोनों ही ग्रहों को अत्यंत हानिकारक समझते हैं, लेकिन पूरी तरह से ये बात सही नहीं है। राहु सिर्फ हानि नहीं पहुंचाता है बल्कि इसके शुभ प्रभाव भी होते हैं, जो जातकों को रातों-रात तरक्की प्रदान कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं इसके शुभ और अशुभ प्रभाव आपके जीवन पर क्या असर डालते हैं?
सकारात्मक प्रभाव
राहु तेज बुद्धि वाला ग्रह है और इसके शुभ प्रभाव से जातकों को तीव्र बुद्धि प्राप्त होती है। इसके अलावा, ये एक तत्काल प्रभाव देने वाला ग्रह है। जिन जातकों की कुंडली में राहु शुभ स्थान में मौजूद होते हैं, वे तेज रफ़्तार से प्रगति हासिल करते हैं। जिन लोगों को राहु को आशीर्वाद प्राप्त होता है, वे राजनीति और कूटनीति में माहिर होते हैं। कुल मिलाकर हम कह सकते हैं कि राहु की मज़बूत स्थिति जातकों के जीवन में वृद्धि प्रदान करती है।
नकारात्मक प्रभाव
राहु की ख़राब दशा के कारण आपके जीवन में भ्रम की स्थिति पैदा होती है। इसके दुष्प्रभाव से जातक नशे, अवैध कामों में रुचि ले सकते हैं। जिन जातकों के ऊपर राहु का आशीर्वाद नहीं होता है, वे लोग ज्यादातर कल्पनाओं में डूबे रहते हैं और हमेशा ही सच्चाई से दूर भागने के प्रयास में रहते हैं। इसके अलावा विमान, तकनीकी फील्ड और मीडिया पर राहु का अधिकार होता है, तो जाहिर है इन क्षेत्रों में अच्छा करने के लिए आपको राहु का आशीर्वाद चाहिए ही होगा।
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बुरी आदतों को दर्शाता है राहु
ज्योतिष शास्त्र में राहु को पापी ग्रह माना जाता है जो व्यक्ति में कई सारी गलत आदतों को बढ़ावा देने का भी काम करता है। जैसे कि जिन लोगों की कुंडली में राहु कमजोर होते हैं, वे लोग शराब, सिगरेट, छल, हिंसा जैसी आदतों में लिप्त रहते है। कुल मिलाकर कहें तो इसके नकारात्मक असर से एक आदमी अधर्मी बनता है।
साल 2023 में राहु गोचर की तिथि और समय
राहु हमेशा ही वक्री चाल में रहते हैं और लगभग हर डेढ़ साल में अपनी राशि बदलते हैं। साल 2023 में राहु 30 अक्टूबर 2023 तक राशिचक्र की सबसे पहली और सबसे उग्र राशि मेष में मौजूद रहेंगे। इसके बाद, 30 अक्टूबर 2023 को दोपहर 02 बजकर 13 मिनट पर राहु अपनी वक्री अवस्था में मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
आइए अब नज़र डालते हैं कि किन राशियों को राहु के मीन राशि में गोचर के दौरान सावधान रहने की जरूरत होगी और किन जातकों को आर्थिक मामलों में सावधानी बरतनी होगी।
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इन राशियों को रहना होगा सावधान,वरना हो सकता है बड़ा नुकसान!
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए वर्ष की शुरुआत में राहु महाराज आपकी ही राशि में यानी आपके प्रथम भाव में गोचर…(विस्तार से पढ़ें)
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए राहु इस वर्ष की शुरुआत में आपकी राशि से द्वादश भाव में विराजमान रहेंगे और…(विस्तार से पढ़ें)
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए राहु इस वर्ष की शुरुआत में आपके सप्तम भाव में विराजमान होंगे जिससे वैवाहिक जीवन और…(विस्तार से पढ़ें)
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए राहु इस वर्ष की शुरुआत में आपके द्वितीय भाव में विराजमान होंगे, जहां रहकर वह आपको…(विस्तार से पढ़ें)
अब हम जानेंगे कि किन राशियों को मिलेंगे राहु के मीन राशि में गोचर से सकारात्मक परिणाम।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए राहु इस वर्ष की शुरुआत में आपके एकादश भाव में गोचर कर रहे हैं जिससे पिछले लंबे…(विस्तार से पढ़ें)
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए राहु अक्टूबर 2023 के अंत तक आपकी राशि से दशम भाव में प्रवेश करेंगे। यह समय…(विस्तार से पढ़ें)
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए इस वर्ष की शुरुआत में राहु आपके तीसरे भाव में रहेंगे और लगभग वर्ष के अधिकांश…(विस्तार से पढ़ें)
इन आसान उपायों से राहु को मजबूत करें
- राहु को कुंडली में मजबूत करने के लिए गोमेद रत्न को धारण किया जा सकता है, लेकिन इसे पहनने से पहले किसी विद्वान ज्योतिषी से सलाह अवश्य लें।
- राहु को मजबूत करने के लिए शिवलिंग पर चांदी के नाग-नागिन चढ़ाएं।
- घर या मंदिर में रुद्राभिषेक करने से राहु दोष से मुक्ति मिलती है।
- शनिवार को नीले कपड़े में काले तिल रखकर दान करें।
- इसके अलावा राहु को प्रसन्न करने के लिए आठ मुखी रुद्राक्ष को धारण किया जा सकता है।
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