लोकसभा चुनाव में जिस तरह कांग्रेस पार्टी का सूपड़ा साफ़ हुआ उससे उनके घाव अभी तक भर नहीं पाए हैं। मोदी लहर में कांग्रेस पार्टी को कितनी क्षति पहुँची इसका अंदाजा भी पार्टी में चल रहे इस्तीफों की शक्ल में नज़र आ रहा है।
जी हाँ हाल ही के लोकसभा चुनाव में मुँह के बल आकर गिरी कांग्रेस पार्टी में इन दिनों कांग्रेसी नेता इस्तीफ़ा-इस्तीफ़ा खेल रहे हैं। लेकिन इन सबके बीच पार्टी के भीतर कोई है जो इस भूचाल से बिलकुल बेपरवाह होकर पार्टी की मजबूती के लिए नींव भरने का काम कर रही हैं, और वो हैं प्रियंका गांधी जो उत्तर प्रदेश के मैदान में इस हार के बाद भी डटी हुई हैं। प्रियंका लगातार प्रदेश में एक मज़बूत विपक्ष की सक्रिय भूमिका निभाते हुए योगी सरकार पर लगातार हमलावर हैं। ऐसे में उन्होंने अपनी इस लड़ाई में अपना हथियार बनाया है सोशल मीडिया ट्विटर को।
प्रियंका गाँधी ने सोशल मीडिया को बनाया अपना सबसे बड़ा हथियार
ट्वीटर पर इन दिनों प्रियंका गांधी लगातार प्रदेश के हर छोटे-बड़े मुद्दे पर अपनी बारीक नज़र बनाये हुए हैं, फिर चाहे वो महिला हिंसा का मुद्दा हो या फिर देश में बिगड़ती कानून व्यवस्था का। प्रियंका गाँधी सोशल मीडिया के ज़रिए लगातार योगी सरकार को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रही हैं। ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या प्रियंका गांधी पूरे उत्तर प्रदेश की कमान संभालने में सक्षम हैं या उनकी ये सक्रियता पार्टी के दूसरे नेताओं को सीख देने का काम कर रही है।
यूपी के टोल प्लाज़ा मामले पर प्रियंका ने दागे योगी सरकार पर सवाल
अपनी सक्रियता को दर्शाते हुए जिस प्रकार बीते दिनों प्रियंका ने प्रदेश की पुलिस के सुस्त रवैये पर सवाल उठाए थे, ठीक उसी प्रकार अब प्रियंका ने एक ताज़ा ट्वीट कर योगी सरकार के सांसद राम शंकर कठेरिया के सुरक्षा कर्मियों द्वारा एक टोल प्लाजा पर मचाये उत्पात और गुंडागर्दी के मुद्दे पर सरकार पर हमला करते हुए लिखा है कि,“भाजपा के नेताओं को जनता की सेवा चुनाव जीतकर करनी थी मगर वो कर्मचारियों की पिटाई कर रहे हैं। कोई सत्ता की सनक में बल्ले से पीटता है, तो कोई टोल शुल्क मांगने पर फ़ायरिंग करता है, लाठी डंडे चलाता है। क्या इन लोगों पर सख़्त कार्यवाही की सम्भावना है?”
उपचुनावों की तैयारी में हैं प्रियंका
बीते दिनों जिस तरह प्रियंका ट्वीटर का इस्तेमाल कर यूपी की योगी सरकार का घेराव कर रहीं हैं, उससे ये बात भी साफ़ है कि वो अपने ट्वीट के ज़रिए बार-बार प्रदेश की जनता को संदेश दे रही हैं कि वो उनकी सबसे बड़ी हमदर्द हैं। ऐसे में कांग्रेस में इन दिनों उपचुनाव को लेकर भी हलचल तेज़ है, जिसकी तैयारी में प्रियंका जुटी हुई नज़र आ रहीं हैं।
सिंधिया के इस्तीफ़े के बाद प्रियंका को सौपी जा सकती है पूर्ण यूपी की कमान
ग़ौरतलब है कि पार्टी में जिस इस्तीफ़े का दौर चल रहा है और अब पश्चिमी यूपी के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इस रेस में अपना इस्तीफ़ा पार्टी को सौंप दिया है उसके बाद अब यूपी में उनकी सक्रियता पर भी संशय पैदा हो गया है। जिसके बाद अब आशंका जताई जा रही है कि जल्द ही प्रियंका गांधी पूरे उत्तर प्रदेश की कमान भी संभाल सकती हैं। फिलहाल अभी तक इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि होना बाकी है लेकिन अभी से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि यूपी के इस सियासी अखाड़े में प्रियंका ने अपनी टीम तैयार कर ली है जिसमें उन्होंने ट्विटर को अपना सबसे मज़बूत हथियार बना लिया है।