लोकसभा चुनाव 2024: ये दो राशियां ऐसी, जिनसे कभी कोई नहीं पहुंचा पीएम पद तक

भारत में आज भी सुबह घरों में अखबार आते ही हर किसी की सबसे पहली नज़र राशिफल पर जाती है। बच्चे हों या बूढ़े हर किसी को हर किसी को अपने आने वाले समय में क्या होने वाला है यह जानने के लिए उत्सुक रहता है। राशि के अक्षरों के अनुसार, जन्म कुंडली बनवाना आज भी आम बात है। ज्योतिषियों की मानें तो राशियों का जीवन पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है। बात अगर राजनीति की करें तो लोकसभा चुनाव 2024 में जीत हार के लिए बड़े-बड़े नेता ज्योतिषियों को अपनी कुंडली व ग्रह जरूर दिखाते हैं। हर राजनीति से ताल्लुक रखने वाला नेता यह जरूर जानना चाहता है कि क्या उसे इस बार अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। इसी क्रम में आज हम बात करेंगे उन राशियों के बारे में जो आज तक पीएम पद तक पहुंचने में असमर्थ रही।

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इस राशि का कोई भी व्यक्ति नहीं पहुंच पीएम पद तक

बता दें कि भारत में आजादी के बाद से अब तक के 75 सालों में 15 हस्तियां प्रधानमंत्री पद तक पहुंची हैं। इनमें से 10 हस्तियां 5 राशियों कर्क, सिंह, कन्या, तुला और वृश्चिक से थीं यानी हर राशि के दो-दो प्रधानमंत्री थे, जबकि बाकी पांच प्रधानमंत्री पांच राशियों में धनु, मकर, कुंभ, मीन और मेष के थे यानी हर राशि का एक-एक प्रधानमंत्री रहा है। सिर्फ दो राशियां वृषभ और मिथुन ऐसी हैं, जिसने कभी कोई प्रधानमंत्री पद तक नहीं पहुंच पाया है। तो आइए आगे बढ़ते हैं और सबसे पहले जानते हैं कि किस-किस राशि से रहे हैं हमारे प्रधानमंत्री।

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किस-किस राशि से रहे हैं हमारे प्रधानमंत्री

मेष राशि

मेष राशि के स्वामी मंगल ग्रह हैं। राजनीति में अच्छा वक्ता होना यह मंगल ग्रह देवता का प्रभाव दर्शाता है। मंगल व्यक्ति को उच्च पद प्राप्ति के लिए चुनाव लड़ने की शक्ति, ऊर्जा प्रदान करता है। बात अगर इस राशि के प्रधानमंत्री की करें तो मेष राशि से सिर्फ एक प्रधानमंत्री रहे हैं वह इंद्र कुमार गुजराल थे। वह भी सिर्फ अप्रैल 1997 से मार्च 1998 तक यानी करीब एक साल के लिए रहें। नीचे देखिए इंद्र कुमार गुजराल की जन्म कुंडली चार्ट-

कर्क राशि

ज्योतिष शास्त्र अनुसार कर्क राशि के स्वामी चंद्रमा ग्रह हैं। चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है। चंद्रमा को भी सूर्य की तरह राजसी पद प्राप्त है। ज्योतिष के अनुसार, चंद्र का बलवान होना चुनाव प्रत्याशी के लिए मददगार सिद्ध होता है। नवग्रह में चंद्रमा की गति सबसे तेज है इसलिए मन की गति भी अतितीव्र है। बात यदि प्रधानमंत्री पद की करें तो कर्क राशि से दो प्रधानमंत्री रहे हैं। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस के पीएम मनमोहन सिंह दोनों की ही कर्क राशि रही है।  नीचे देखिए इंद्र जवाहरलाल नेहरू की जन्म कुंडली चार्ट-

मनमोहन सिंह बर्थ चार्ट-

सिंह राशि

सिंह राशि के स्वामी सूर्य देव हैं। वैदिक ज्योतिष में सूर्य को राजा की उपाधि दी गई है। सूर्य साम्राज्य, वर्चस्व और तेज को दर्शाता है। यही कारण है जन्म कुंडली में सूर्य की मजबूत स्थिति राजनीति में सफलता दिलाने की संभावना बनाता है। सिंह राशि वाले दो व्यक्ति मोरारजी देसाई और राजीव गांधी प्रधानमंत्री रहे हैं और दोनों की ही सिंह राशि है। मोरारजी देसाई की लग्न चार्ट-

राजीव गांधी लग्न चार्ट- 

कन्या राशि

कन्या राशि के स्वामी बुध हैं। ये व्यक्ति काफी बुद्धिमान होते हैं।  ज्योतिष के अनुसार, यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में बुध की स्थिति मजबूत हो तो वह राज्यसभा में तक जा सकता है और ऐसे व्यक्ति राजनीति में बहुत अधिक रुचि लेते हैं। कन्या राशि वाले दो व्यक्ति लाल बहादुर शास्त्री और चौधरी चरण सिंह प्रधानमंत्री पद को संभाल चुके हैं। लाल बहादुर शास्त्री लग्न चार्ट-

चौधरी चरण सिंह लग्न चार्ट-

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तुला राशि

तुला राशि के स्वामी शुक्र ग्रह हैं। शुक्र ग्रह आकर्षण, ऐश्वर्य, सौभाग्य, धन, प्रेम और वैभव के कारक हैं। यदि किसी जातक की कुंडली में शुक्र की स्थिति मजबूत हो तो उसे राजनीति में सफलता अवश्य मिलती है। ऐसे में तुला राशि यानी शुक्र ग्रह के स्वामी वाली राशि से भी दो व्यक्ति विश्वनाथ प्रताप सिंह और चंद्रशेखर प्रधानमंत्री पद तक पहुंचे हैं। ये दोनों राजनेता लंबे समय तक राजनीति में बने रहे थे। विश्वनाथ प्रताप सिंह लग्न चार्ट- 

 चंद्रशेखर लग्न कुंडली चार्ट-

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वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि चक्र की आठवीं राशि है, इसका चिह्न बिच्छू है और ये जलतत्व की राशि है। इसके स्वामी मंगल हैं। जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है कि मंगल की स्थिति मजबूत हो तो जातक राजनीति में बेहतर करने की क्षमता रखता है। इस राशि से दो व्यक्ति प्रधानमंत्री बने और दोनों की भाजपा पार्टी से रहे हैं। पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और मौजूदा पीएम नरेंद्र मोदी दोनों की वृश्चिक राशि वाले हैं। अटल बिहारी वाजपेयी लग्न चार्ट-

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लग्न चार्ट-

धनु राशि

धनु राशि के स्वामी देव गुरु बृहस्पति हैं। गुरु ज्ञान के कारक के साथ-साथ भाग्य के कारक भी हैं। बृहस्पति सबसे ज्यादा शुभ और शक्तिशाली ग्रह माना जाता है। बृहस्पति का मात्र एक राजयोग भी व्यक्ति को शीर्ष पर पहुंचा सकता हैं। धनु राशि का कोई व्यक्ति फुलटाइम प्रधानमंत्री नहीं बना है। इस राशि के गुलजारी लाल नंदा दो बार कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने और दोनों ही बार 13-13 दिनों के लिए। गुलजारी लाल नंदा लग्न चार्ट- 

मकर राशि

ज्योतिष शास्त्र मुताबिक मकर राशि के स्वामी शनि देव हैं। शनि ग्रह को कर्मफल दाता और न्याय प्रदाता माना जाता है। शनि प्रधान व्यक्ति के हाथ में ही सत्ता की बागडोर होती है। शनि ग्रह की लोकतन्त्र, जनप्रियता, जनसमर्थन, सत्ता, उसके राजसिंहासन को दिलाने की कारक शक्ति तथा इस ग्रह की प्रतिकूल दशा में पतन, पराजय होने की स्थिति की मुख्य भूमिका है। मकर राशि वाली इंदिरा गांधी देश की प्रधानमंत्री बनीं। इंदिरा गांधी लग्न चार्ट-

कुंभ राशि

कुंभ राशि के स्वामी भी शनि देव हैं। जैसा कि ऊपर बताया जा चुका है कि शनि ग्रह को कर्मफल दाता और न्याय प्रदाता माना जाता है। शनि प्रधान व्यक्ति के हाथ में ही सत्ता की बागडोर होती है। शनि ग्रह की लोकतन्त्र, जनप्रियता, जनसमर्थन, सत्ता, उसके राजसिंहासन को दिलाने की कारक शक्ति तथा इस ग्रह की प्रतिकूल दशा में पतन, पराजय होने की स्थिति की मुख्य भूमिका है। कुंभ राशि से एच डी देवगौड़ा देश के प्रधानमंत्री रहे हैं। एच डी देवगौड़ा लग्न चार्ट- 

मीन राशि

मीन राशि के स्वामी देव गुरु बृहस्पति हैं। जिन लोगों की कुंडली में गुरु शुभ होते हैं, ऐसे व्यक्ति राजनीति में विशेष सफलता प्राप्त करते हैं। ऐसे लोग राजनीति में बड़े पद प्राप्त करते हैं। ऐसे लोग प्रधानमंत्री भी बनने की क्षमता रखते हैं। ये जातक अपने कार्यों से समाज को नई दिशा भी प्रदान करते हैं। गुरु या मित्र ग्रहों की दशा अंतर्दशा में ऐसे लोग विशेष सफलता प्रदान करते हैं। मीन राशि वाले पी.वी. नरसिंह राव देश के प्रधानमंत्री रहे। पी.वी नरसिंह राव लग्न चार्ट-

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