भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (एससीओ) की शिखर वार्ता के लिए किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक रवाना हो गए हैं। एससीओ समिट के बहुपक्षीय मंच के तहत पीएम मोदी चीन के राष्ट्रपति शी जिंगपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के अलावा ईरान, अफ़ग़ानिस्तान और किर्गिस्तान के राष्ट्रपति से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। अपनी विदेश नीति के तहत पीएम मोदी मध्य एशिया में भारत के प्रभाव को बढ़ाने पर जोर देंगे।
SCO शिखर वार्ता में ये होगा पीएम मोदी का एजेंडा
हालाँकि एससीओ के शिखर सम्मेलन में पहुँचने से पहले पीएम मोदी ने बयान जारी कर कहा, ‘इस शिखर सम्मेलन में वैश्विक सुरक्षा की स्थिति, बहुपक्षीय आर्थिक सहयोग, लोगों से लोगों का संपर्क बढ़ाने समेत अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय महत्व के प्रासंगिक विषयों पर चर्चा होने की उम्मीद है। उन्होनें कहा की “मेरी इस सम्मेलन से इतर कई नेताओं से मुलाकात करने और द्विपक्षीय बातचीत करने की भी योजना है”।
ओमान-ईरान के लंबे रूट से जाएगा पीएम मोदी का विमान
आपको बता दें कि पीएम मोदी किर्गिस्तान जाने के लिए पाकिस्तान के एयर रूट का इस्तेमाल नहीं करेंगे, बल्कि उनका विमान ओमान, ईरान और मध्य एशिया के लंबे रास्ते से जाएगा। इससे पहले, मीडिया को जानकारी दी गई थी कि भारत ने पीएम मोदी की इस अहम यात्रा के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से गुज़रने की अनुमति मांगी थी, जिसे पाकिस्तान ने दे भी दिया था। लेकिन बाद में भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि पीएम मोदी ओमान-ईरान के रास्ते से किर्गिस्तान जाएंगे।