मई महीने में 3 बड़े ग्रह होंगे वक्री, जानें ग्रहों की स्थिति परिवर्तन का सभी राशियों पर प्रभाव!

मई महीने में होने वाले वक्री ग्रहों का प्रभाव!

ज्योतिष की दृष्टि से ग्रहों के स्थान परिवर्तन को लेकर मई का महीना बहुत ही खास रहने वाला है, क्योंकि 11 मई से लेकर 14 मई के बीच तीन ग्रह वक्री अवस्था में रहेंगे। तीन ग्रहों का एक समय में ऐसे वक्री चाल चलना ज्योतिष के साथ-साथ खगोलीय क्षेत्र में भी एक बहुत ही विचित्र घटना है। हालाँकि ये ग्रह वक्री तो होंगे, लेकिन इनकी स्थिति नहीं बदलेगी। कुछ समय बाद इनकी स्थिति में बदलाव देखा जायेगा। तो चलिए इस लेख में आपको बताते हैं कि वे कौन से तीन ग्रह हैं जो 11 मई से 14 मई के बीच वक्री अवस्था में रहेंगे और कोरोना काल में जब सभी लोग बेहद परेशान हैं, तो इन ग्रहों की बदलती चाल का सभी 12 राशि के जातकों पर क्या प्रभाव देखने को मिलेगा-

जीवन में किसी भी समस्या का समाधान जानने के लिए प्रश्न पूछें

ये तीन ग्रह बदल रहे हैं अपनी चाल 

  • सबसे पहला ग्रह है शनि, जो इस महीने के दौरान, 11 मई 2020 को सुबह 09:27 बजे अपनी स्वराशि मकर में वक्री होगा। शनि 29 सितंबर, 2020 प्रातः 10:30 बजे तक वक्री गति में रहेंगे। शनि की यह अवस्था कुल  141 दिनों तक रहेगी।
  • दूसरा ग्रह है शुक्र जो 13 मई को दोपहर 12:12 बजे अपनी स्वराशि वृषभ में वक्री गति में हो जायेंगे। यह 25 जून 2020 तक वक्री अवस्था में ही रहेंगे। शुक्र की यह स्थिति कुल 44 दिनों तक रहेगी।
  • वक्री चाल चलने वाले ग्रहों में तीसरा और आखिरी ग्रह हैं देव गुरु बृहस्पति, जो कि शनि के स्वामित्व वाली राशि मकर में प्रवेश करेंगे। बृहस्पति 14 मई, शाम 07:58 बजे वक्री चाल चलते हुए मकर में प्रवेश कर रहे हैं। बृहस्पति की यह वक्री स्थिति 47 दिनों तक रहेगी, इसके बाद यह 30 जून 2020 को सुबह 05:25 बजे अपनी स्वराशि धनु में वापस आ जाएंगे।

वक्री अवस्था में ग्रहों का प्रभाव

वक्री शनि- शनि वक्री चाल चलते हुए अपनी स्वराशि मकर में प्रवेश करेंगे। मकर राशि अनुशासन, अधिकार, ज़िम्मेदारी और प्रतिनिधित्व का कारक होता है। मकर राशि हमें परंपरावाद का भी बोध कराती है। इस राशि में शनि का वक्री अवस्था में होना यह बतलाता है कि हमें परंपराओं और सीमाओं को तोड़कर आगे बढ़ना होगा। जो भी चीज़ें और समय हमने खुद के लिए निर्धारित किए हैं, हमें उनपर अड़े रहने की बजाय अपने स्वभाव में लचीलापन लाना होगा तभी हम आगे बढ़ सकते हैं। इस समयावधि में कोशिश करें कि आप किसी भी दायरे में बंधकर न रहें और अपने सभी कार्यों और  सबसे महत्वपूर्ण अपनी सेहत की ज़िम्मेदारी लें।

वक्री शुक्र- शुक्र ग्रह भी अपनी स्वराशि वृषभ में वक्री गति में होगा। वैदिक ज्योतिष के अनुसार वृषभ राशि चक्र या कालपुरुष की कुंडली का दूसरा चिन्ह है। वृषभ संसाधन, जमा-पूँजी, भौतिक संपत्ति, भोजन के स्वाद और सबसे महत्वपूर्ण, परिवार का कारक होता है। इसलिए, शुक्र का वृषभ राशि में वक्री गति में रहना यह बतलाता है कि यह हमारे पास मौजूद चीज़ों का आकलन करके उसका लाभ उठाने का सही समय है। कोई भी निर्णय सोच-विचार कर करना चाहिए। शुक्र प्रेम, सौंदर्य, रोमांस का प्रतिनिधित्व करता है, इसीलिए यह अवधि आत्मनिरीक्षण और पिछले अनुभवों से सीखने के लिए अनुकूल है।

जैसा कि हम सभी बीते कुछ समय से कोरोना के चलते हुए लॉकडाउन की वजह से अपने-अपने घरों में कैद हो गए हैं, तो इस दौरान आप अपनी रचनात्मकता और अपने अंदर छुपी किसी प्रतिभा को उजागर कर सकते हैं। इसके अलावा आप उन रिश्तों को भी दोबारा तरोताज़ा कर सकते हैं, जिनमें समय के अभाव ने दूरियाँ ला दी थीं। साथ ही, अब यह सोचने का भी समय है कि रिश्तों में सामंजस्य और संतुलन लाने के लिए क्या नया किया जा सकता है।

रोग प्रतिरोधक कैलकुलेटर से जानें अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता

वक्री बृहस्पति- बृहस्पति वक्री चाल चलते हुए मकर राशि में प्रवेश करेगा। बृहस्पति अपनी इस चाल में दुर्बल अवस्था में रहता है। ज्योतिष के अनुसार यह ग्रह बुद्धिमता और ज्ञान का प्रतिनिधित्व करता है, यह समय एक कदम वापस लेने और यह देखने के लिए सही  है कि हमने बीते वक़्त में क्या सीखा है और प्राप्त किया है। इस अवधि में, आपको अपने आप को थोड़ा समय देना चाहिए और परेशानियों का हल बाहर ढूंढने के बजाय जवाब अपने अंदर ढूँढना चाहिए। ऐसा करना आपको मानसिक परेशानियों से बचाएगा। साथ ही आप शांत मन से अपने विवेक का इस्तेमाल कर आने वाले समय के लिए बेहतर योजना बना सकते हैं।  

वक्री ग्रहों का सभी 12 राशियों पर प्रभाव

चलिए जानते हैं कि सभी राशि के जातकों के लिए कैसा रहेगा इन तीनों ग्रहों के वक्री गति का प्रभाव-

 चंद्र राशि कैल्कुलेटर से जानें अपनी चंद्र राशि

मेष राशि

यह गोचर मेष राशि वालों के दूसरे और दसवें भाव को प्रभावित करने वाला है। इस दौरान आपको अपनी वाणी का इस्तेमाल सोच-समझकर करना होगा, नहीं तो आपके द्वारा बोली गयी किसी बात से आपके पारिवारिक जीवन में समस्याएं पैदा हो सकती हैं। अपने ख़र्चों को नियंत्रण में रखें और फ़िजूल की चीज़ों पर पैसा ख़र्चा न करें। बचत करने के लिए पहले से मौजूद संसाधनों का उपयोग करें। इसके अलावा, ग्रहों की इस स्थिति के दौरान आपको अपने कार्यालय में सही परिणाम प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती हैं। इसीलिए आपको सलाह दी जाती है कि धैर्य न खोएं और अपने दृष्टिकोण में निरंतरता बनाए रखें और फ़िलहाल अपने कार्यस्थल में बदलाव का निर्णय त्याग दें।  

वृषभ राशि 

वृषभ राशि के लोग आत्मविश्वास की कमी महसूस कर सकते हैं और निर्णय लेने में भी कठिनाई आएगी, जिसके चलते कार्यस्थल में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ग्रहों का ये गोचर आपके पहले भाव को प्रभावित करेगा। पहला भाव स्वयं का और आपके व्यक्तित्व का होता है। इस दौरान आपको कुछ स्वास्थ्य समस्याएं भी हो सकती हैं। ये गोचर आपके नौवें भाव पर भी असर डालेगा, जो कि आपके भाग्य का होता है। इस वजह से आपको आपकी योजनाओं को पूरा करने में बार-बार रुकावटें आएँगी, क्योंकि आपको भाग्य का साथ नहीं मिलेगा। यह स्थिति इस बात कि ओर इशारा कर रही है कि यह समय धीरे-धीरे चीजों को करने का और अपनी योजनाओं को एक बार फिर से संशोधित करने का है। ऐसा करना आपके भविष्य को मज़बूत बनाएगा। यह समय अपने शिक्षकों और सीनियर्स के साथ रिश्तों को बेहतर बनाने और उनके साथ एक अच्छा तालमेल स्थापित करने में मदद करेगा।

मिथुन राशि

ग्रहों की स्थिति मिथुन राशि वालों को भविष्य के बारे में थोड़ा चिंतित और असुरक्षित बना सकती है, क्योंकि उन्हें अपने कार्यस्थल में कुछ चुनौतियों या बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। यह अवधि आपके व्यक्तिगत जीवन और स्वास्थ्य पर भी कुछ नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। इसलिए, इस समय नए कामों को करने के बजाय, आपको पहले से मिले कार्यों को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। हालांकि, यह समय विदेश जाने के इच्छुक लोगों के लिए शुभ परिणाम ला सकता है। लेकिन इसके लिए आपको उचित योजना और समय पर सभी कागजी कार्यवाही करने की ज़रूरत होगी। साथ ही फ़िलहाल की स्थिति को देखते हुए यात्राओं को कुछ समय के लिए टाल देने में बेहतरी है। इस समयावधि में आपके ख़र्चों के काफी बढ़ने की संभावना है, इसीलिए आपको उन्हें नियंत्रण में रखने पर ध्यान देना होगा।

कर्क राशि 

इस समयावधि में कर्क राशि के जातकों को अपने व्यक्तिगत संबंधों में कुछ समस्याएं और उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। साझेदारी में व्यवसाय करने वालों को अपने भागीदार के साथ कुछ मतभेदों का सामना करना पड़ सकता है। इसीलिए इस दौरान आपको धैर्य रखने और अपने दृष्टिकोण में सपष्टता रखने की आवश्यकता है। इससे रिश्तों में सामंजस्य लाने में मदद मिलेगी। हालाँकि, इस राशि के पेशवरों को एक बार से वो अवसर मिल सकते हैं, जो अतीत में उनसे छूट गए हों। इस दौरान आपका कोई पुराना साथी आपकी आय में वृद्धि का ज़रिया बनेगा। 

क्या आपकी कुंडली में हैं शुभ योग? जानने के लिए अभी खरीदें एस्ट्रोसेज बृहत् कुंडली

सिंह राशि 

ग्रहों की वक्री चाल के चलते सिंह राशि वालों का छठा भाव इस दौरान प्रभावित रहेगा। छठा भाव बिमारियों का कारक होता है, इसीलिए आपको विशेष रूप से पेट से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं सामने आ सकती हैं। आपके ऋण और उधार आदि बढ़ सकते हैं और आपके लेनदार इस समय में आपको फिर से परेशान कर सकते हैं। पेशेवर रूप से आपको वरिष्ठ अधिकारियों और दुश्मनों से भी कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जिसके परिणामस्वरूप आपकी वृद्धि रुक सकती है। हालांकि, यह समयावधि आपके काम के प्रति आपकी निष्ठा का परीक्षण करेगा। इसलिए, अपने कार्यों को बहुत समर्पण और साहस के साथ पूरा करें।

कन्या राशि 

ग्रहों की वक्री अवस्था के चलते कन्या राशि के जातकों का काम प्रभावित होने की संभावना है। इस दौरान आपको अपने विचारों को लागू करने में कुछ समस्याएं आ सकती है, जिसके चलते कार्यस्थल में आपकी कार्यक्षमता और उत्पादकता कम हो सकती है। इसलिए, आपको इस समय बेहतर प्रदर्शन करने के लिए अपने आस-पास चल रही चीज़ों पर नज़र डालने और बेहतर प्रदर्शन के लिए उनमें आवश्यक बदलाव करने की ज़रूरत है। हालांकि, यह आपके व्यक्तिगत रिश्तों के लिए एक बहुत ही अच्छा समय रहेगा, जो आपके जीवन में चल रही किसी भी तरह की समस्याओं या बदलावों को हल करने में मदद करेगा।

इस राशि के कुछ जातकों के पूर्व प्रेमी भी उनके जीवन में वापसी कर सकते हैं। पारिवारिक जीवन में, पिता के साथ चल रहे मतभेद खत्म होंगे और आप उनके साथ एक सही तालमेल साझा करना शुरू कर सकते हैं। हालांकि, इस दौरान किसी भी तरह की यात्रा करने से आपको बचना चाहिए। आपका धार्मिक ग्रंथों को पढ़ने की ओर भी झुकाव बढ़ सकता है और भगवान में आपकी आस्था बढ़ेगी।

तुला राशि 

इस अवधि के दौरान अपने घर का नवीनीकरण या पुनर्विकास करने में आपका अधिकांश समय लग सकता है। हालाँकि, घर के साज-सज्जा के दौरान हो रहे ख़र्चों का ध्यान रखें, क्योंकि ऐसी संभावना है कि आप अपने द्वारा निर्धारित बजट को पार कर सकते हैं। माँ का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। हालाँकि, इस दौरान आपको अपने प्रियजनों का समर्थन करना चाहिए।

ग्रहों की वक्री स्थिति आपको अच्छी क्षमता और कौशल के बावजूद भी अपनी क्षमताओं पर कुछ संदेह दे सकता है। इससे नकारात्मक सोच पैदा हो सकती है और चीजों को आसानी से छोड़ने की प्रवृत्ति बढ़ सकती है। यह समय आत्मनिरीक्षण करने और अपने आप से जुड़ने का है, इसके चलते आपको अपने भीतर छिपी खूबियों को जानने में मदद मिलेगी।

वृश्चिक राशि 

वृश्चिक राशि के जातक इस दौरान अपने भाई-बहनों के साथ कुछ समय बिता सकते हैं। पुराने सभी गिले-शिकवों को दूर करने का यह सही समय है। कार्यस्थल में, आपको कुछ संचार समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है या हो सकता है कि आप अपने सहायक कर्मचारियों को स्पष्ट रूप से अपनी बात न रख पाएं, जिसके चलते आपके पेशेवर जीवन में दक्षता और उत्पादकता में कमी आ सकती है।

ग्रहों की इस वक्री स्थिति के कारण आपको इस समय कोई भी ऐसा वादा नहीं करना चाहिए और कोई भी ऐसा काम हाथ में नहीं लेना चाहिए, जिसे आप समय पर पूरा नहीं कर सकते, क्योंकि समय पर कार्य पूरा नहीं होने से आपकी छवि धूमिल हो सकती है। हालांकि, यह समय आपके रिश्तों में जमी धूल को साफ करने में आपकी मदद करेगा। केवल एक चीज जो आपको ध्यान रखने की ज़रूरत है, वह है अपने साथी पर छोड़ने के बजाय, अपने रिश्तों में ज़िम्मेदारी उठाना।

धनु राशि

धनु राशि वालों को अपने आर्थिक जीवन में कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान आपको अपना दिमाग और अपनी ऊर्जा पैसों की अधिक से अधिक बचत में लगाना चाहिए। इसलिए, यदि आप बैंक खाता खोलना चाहते हैं या लंबे समय के लिए किसी उद्यम में निवेश करना चाहते हैं, तो यह समय उसके लिए शुभ रहेगा। यह आपके और आपके परिवार के भविष्य को सुरक्षित करने में आपकी मदद कर सकता है।

इस दौरान आप अपने अधीनस्थ कर्मियों को कार्यस्थल में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। हालाँकि, इस दौरान आपकी कुछ पुरानी स्वास्थ्य समस्याएँ फिर से शुरू हो सकती हैं। इस परिस्थिति से निकलने के लिए आपको अपनी जीवन शैली में बदलाव लाना पड़ सकता है। इसलिए, अपने एक ऐसी दिनचर्या अपनाएं जिसमें व्यायाम, ध्यान, योग, सही खान-पान और इम्युनिटी को मज़बूत बनाने वाली चीज़ें शामिल हो।

सभी ज्योतिषीय समाधानों के लिए क्लिक करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर

मकर राशि

ग्रहों की वक्री स्थिति मकर राशि के जातकों को थोड़ा उदास, आलसी और आपके दृष्टिकोण में निराशावादी बना सकती है। इस समय आप स्वयं अपनी क्षमताओं पर संदेह करेंगे। इसके चलते आपके जीवन के सभी पहलुओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। आप अपनी जिम्मेदारियों से दूर हो सकते हैं और आपकी निर्भरता भाग्य और चमत्कारों पर बढ़ जाएगी। इस स्थिति से निकलने के लिए भाग्य के सहारे बैठे रहने के बजाय आपको आत्मनिरीक्षण करना चाहिए, और अपने प्रयासों पर अधिक भरोसा करना चाहिए।

हालाँकि, यह समयावधि बच्चों के साथ अच्छा समय बिताने के लिहाज़ से बहुत शुभ होगी, क्योंकि इससे आपको अपने आप को उनसे जोड़ने में मदद मिल सकती है। यह समय आपके रिश्तों में आने वाली सभी समस्याओं को दूर करने में आपकी मदद करेगा और आपको खुश और आनंदित महसूस कराएगा। व्यावसायिक रूप से, अपनी कार्य-योजनाओं को निष्पादित करने के लिए यह एक बहुत ही शुभ समय है, क्योंकि ऐसा करना आपकी उत्पादकता में वृद्धि करेगा।

कुंभ राशि

ग्रहों की इस स्थिति के चलते कुम्भ राशि वालों के स्वास्थ्य में गिरावट और ख़र्चों में वृद्धि की संभावना है। हालाँकि, आप खुद को फिट रखकर अपने स्वास्थ पर होने वाले ख़र्चों पर अंकुश लगा सकते हैं। आपको इस समय यात्रा करने से बचना चाहिए। यदि यात्रा करना बेहद आवश्यक हो, तो अपने साथ सभी आवश्यक कागज़ात ज़रूर रख लें और सरकार द्वारा बताए दिशा-निर्देशों का पालन करें। इस दौरान, आपकी माता जी को कुछ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। यदि आप इस समय रियल एस्टेट में सौदा करने की सोच रहे हैं, तो समय अनुकूल रहेगा।

मीन राशि

यह समय इस राशि के लेखकों और प्रकाशकों के लिए अनुकूल रहेगा, क्योंकि इस दौरान वे अपने असंतोषजनक कार्य को संपादित कर सकते हैं। आप अपनी ग़लतियों को सुधार सकते हैं, जो आपके लिए उन्नति के नए दरवाज़े खोलेगी। हालाँकि, यह अवधि आपको हताश कर सकती है, इसलिए, अपने आप पर विश्वास रखें। इस समय के दौरान, आप अपने पुराने दोस्तों और परिचितों के साथ लंबे समय के बाद वापस जुड़ सकते हैं और इनकी मदद से आपको कुछ नए मौके मिल सकते हैं।

आशा करते हैं इस लेख में दी गयी जानकारी आपको पसंद आयी होगी। 

एस्ट्रोसेज से जुड़े रहने के लिए आप सभी का धन्यवाद !

कॉग्निएस्ट्रो आपके भविष्य की सर्वश्रेष्ठ मार्गदर्शक

आज के समय में, हर कोई अपने सफल करियर की इच्छा रखता है और प्रसिद्धि के मार्ग पर आगे बढ़ना चाहता है, लेकिन कई बार “सफलता” और “संतुष्टि” को समान रूप से संतुलित करना कठिन हो जाता है। ऐसी परिस्थिति में पेशेवर लोगों के लिये कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट मददगार के रुप में सामने आती है। कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट आपको अपने व्यक्तित्व के प्रकार के बारे में बताती है और इसके आधार पर आपको सर्वश्रेष्ठ करियर विकल्पों का विश्लेषण करती है।

 

इसी तरह, 10 वीं कक्षा के छात्रों के लिए कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट उच्च अध्ययन के लिए अधिक उपयुक्त स्ट्रीम के बारे में एक त्वरित जानकारी देती है।

 

 

जबकि 12 वीं कक्षा के छात्रों के लिए कॉग्निएस्ट्रो रिपोर्ट पर्याप्त पाठ्यक्रमों, सर्वश्रेष्ठ कॉलेजों और करियर विकल्पों के बारे में जानकारी उपलब्ध कराती है।

 

Dharma

बजरंग बाण: पाठ करने के नियम, महत्वपूर्ण तथ्य और लाभ

बजरंग बाण की हिन्दू धर्म में बहुत मान्यता है। हनुमान जी को एक ऐसे देवता के रूप में ...

51 शक्तिपीठ जो माँ सती के शरीर के भिन्न-भिन्न अंगों के हैं प्रतीक

भारतीय उप महाद्वीप में माँ सती के 51 शक्तिपीठ हैं। ये शक्तिपीठ माँ के भिन्न-भिन्न अंगों और उनके ...

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र (Kunjika Stotram) से पाएँ दुर्गा जी की कृपा

सिद्ध कुंजिका स्तोत्र एक ऐसा दुर्लभ उपाय है जिसके पाठ के द्वारा कोई भी व्यक्ति पराम्बा देवी भगवती ...

12 ज्योतिर्लिंग: शिव को समर्पित हिन्दू आस्था के प्रमुख धार्मिक केन्द्र

12 ज्योतिर्लिंग, हिन्दू आस्था के बड़े केन्द्र हैं, जो समूचे भारत में फैले हुए हैं। जहाँ उत्तर में ...

दुर्गा देवी की स्तुति से मिटते हैं सारे कष्ट और मिलता है माँ भगवती का आशीर्वाद

दुर्गा स्तुति, माँ दुर्गा की आराधना के लिए की जाती है। हिन्दू धर्म में दुर्गा जी की पूजा ...

Leave a Reply

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा.