स्फटिक की माला से माँ लक्ष्मी को करें प्रसन्न, हर समस्या का होगा हल

इंसान का जीवन कैसे चलना वाला है इसका अंदाजा उनके ग्रह-चक्र और कर्मों के हिसाब से चलता है। अगर किसी इंसान की कुंडली में उसके ग्रहों की दशा अच्छी होती है तो इससे उस इंसान का जीवन सफल हो जाता है, लेकिन अगर उसके ग्रह विपरीत परिणाम देते हैं तो उससे इंसान को अपने जीवन में काफी दिक़्क़तों का सामना करना पड़ता है। किसी भी इंसान के सुख को प्रभावित करने वाला ग्रह शुक्र ग्रह को माना जाता है। अगर आपका शुक्र ग्रह अच्छा है तो इससे आपको धन,संपत्ति, ऐश्वर्य और सुख की प्राप्ति होती है।

ऐसे में अगर किसी का शुक्र कमज़ोर है तो उसे स्फटिक की माला पहनने का सुझाव दिया जाता है। माना जाता है कि स्फटिक का संबंध शुक्र ग्रह से होता है और स्फ्टिक का प्रयोग करने से ना केवल शुक्र ग्रह को बेहतर किया जा सकता है बल्कि इसके साथ-साथ आप सुख-संपदा की प्राप्ति भी कर सकते हैं। ज़रूरी नहीं है इसके लिए आपको स्फटिक की माला ही पहननी पड़े। इसके लिए आपको और भी विकल्प मिल सकते हैं जैसे स्फटिक का शिवलिंग, स्फटिक श्री-यंत्र, स्फटिक पिरामिड।  ये सभी चीज़ें चमत्कारी मानी जाती है और इसे इस्तेमाल करने वाले इंसान के जीवन में चमत्कारी परिणाम देखे जाते हैं। कहा जाता है कि सुखों की प्राप्ति और घर में माँ लक्ष्मी के आगमन के लिए स्फटिक से बनी वस्तुओं का प्रयोग किया जाता है। ऐसे में आज हम बात करेंगे स्फटिक की माला के कुछ खास चमत्कारों की।

बेहद ख़ास है स्फ़टिक, जानें वजह

स्फटिक को प्रकाश और ऊर्जा का एक बेहद शक्तिशाली माध्यम माना जाता है। यह परिवर्तक और विस्तारक के रूप में विभिन्न ऊर्जाओं को जैव ऊर्जाओं में परिवर्तित करके हमारे शरीर तंत्र को संतुलित करने में बहुत ही ज़्यादा लाभदायक होता है। कहते हैं कि स्फटिक के स्पर्श मात्र से से इंसान के कोशिकीय, मस्तिष्कीय, भावनात्मक, और आध्यात्मिक स्तर पुनः ऊर्जा-वान बन जाते हैं।

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स्फटिक की माला से मिलने वाले फ़ायदे:

अगर स्फटिक की माला का विधिवत पूजन करके कोई इंसान इसे अपने गले में धारण करता  है तो इससे उससे धन-दौलत में बेहिसाब वृद्धि मिलती है।

इसके अलावा स्फटिक की माला का सीधा संबंध शुक्र ग्रह से बताया गया है। ऐसे में अगर किसी के शुक्र ग्रह में पीड़ा है तो उसे नियमित रूप से शुक्र ग्रह के मंत्रों का जाप करन चाहिए। इससे शुक्र ग्रह अच्छा फल देने लगता है।

किसी के घर में अगर कलह चल रही है तो उसको भी मिटाने के लिए स्फटिक की माला बेहद उपयोगी मानी जाती है। घर का कलेश मिटाने के लिए स्फटिक की माला से देवी पार्वती के मंत्र ‘ओम गौरये नम:’ का जाप करें और इस माला को गले में धारण करें। इससे आपको बहुत ही जल्द सकारात्मक बदलाव दिखने लग जायेंगे।

किसी भी विद्यार्थी को अगर शिक्षा के क्षेत्र में सफलता हासिल करने में किसी भी तरह की कोई भी बाधा आ रही है तो उन विद्यार्थियों को स्फटिक की माला से ‘ओम ऐं’ मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे उनकी समस्या भी दूर होती है और उन्हें हर परीक्षा में सफलता भी अवश्य ही मिलती है।

स्फटिक की माला शीतलता देने वाली मानी जाती है, इसलिए उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड-प्रेशर) और गुस्सैल स्वभाव वाले लोगों को स्फटिक की माला गले में पहनने से काफी लाभ मिलता है।

अगर आपके दाम्पत्य जीवन में किन्ही भी कारणों से खटास आ गई है और पति-पत्नी के बीच दूरियाँ बढ़ गई है तो पति-पत्नी दोनों को ही स्फटिक की माला गले में धारण कर लेनी चाहिए इससे उन्हें अवश्य ही लाभ होता है और धीरे-धीरे दोनों के बीच प्यार भी बढ़ने लगता है।

कैसे धारण करें स्फटिक की माला?

स्फटिक की माला पहनने की सबसे सटीक विधि यह है कि इसे शुक्ल पक्ष के प्रथम शुक्रवार को पहले जल और दूध में डाल कर रख दें। उसके बाद गायत्री मंत्र की कम से कम एक माला का जाप करें और फिर सूर्योदय होने के तकरीबन 3 घंटे के अंदर दूध-पानी से निकालकर इस माला को गले में पहन लेना चाहिए।

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