वो पांच चीजें जिनका सूर्यास्त के बाद दान करने से बढ़ सकती है जीवन में समस्या

सनातन धर्म में दान करने को सबसे परोपकार का कार्य माना गया है। इस कार्य से पुण्य फल की प्राप्ति होती है। तमाम व्रत एवं त्योहारों में दान करने का विशेष विधान है। लेकिन दान से जुड़े कुछ नियम भी हैं जिसके अनुसार कुछ ऐसी वस्तुएं हैं जिन्हें सूर्यास्त के बाद दान करना वर्जित माना गया है। यदि इन चीजों का रात के समय दान किया गया तो आपको इसके नकारात्मक परिणाम मिल सकते हैं।

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ऐसे में आज हम इस लेख में आपको उन वस्तुओं के बारे में बताने वाले हैं जिन्हें सूर्यास्त के बाद दान करना निषेध माना गया है।

इन चीजों का न करें सूर्यास्त के बाद दान

दूध : सूर्यास्त के बाद दूध का दान करना निषेध माना गया है। पौराणिक कथाओं के अनुसार दूध का संबंध माता लक्ष्मी और भगवान श्री हरि विष्णु से है। ऐसे में सूर्यास्त के बाद दूध का दान करने से माता लक्ष्मी और भगवान विष्णु नाराज होते हैं जिसकी वजह से जीवन में दुर्भाग्य और दरिद्रता दोनों का ही आगमन होता है। अतः ऐसा करने से बचें।

दही : वैदिक ज्योतिष के अनुसार दही का संबंध शुक्र से है और शुक्र किसी भी जातक की कुंडली में भौतिक सुख व वैवाहिक जीवन का कारक माना गया है। ऐसे में सूर्यास्त के बाद यदि कोई जातक दही का दान करता है तो शुक्र देवता नाराज होते हैं। इससे उस जातक के जीवन में भौतिक सुखों की कमी तो होती ही है, इसके साथ साथ उसका वैवाहिक जीवन भी दुखों से भर जाता है। महिलाओं में कमजोर शुक्र गर्भपात की वजह बनता है।

प्याज और लहसुन : मान्यता है कि जब समुद्र मंथन से अमृत निकला था और छल से स्वरभानु ने अमृत पीने की कोशिश की थी तो भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र से उसका सिर उसके धड़ से अलग कर दिया था। लेकिन तब तक स्वरभानु अमृत पी चुका था इसलिए उसका शरीर और धड़, दोनों ही जीवित रहे और वे राहु और केतु कहलाए। 

कहते हैं कि जब स्वरभानु की गर्दन कटी तो उसके गले से कुछ बूंदें धरती पर गिरीं और इन्हीं बूंदों से लहसुन और प्याज का जन्म हुआ इसलिए लहसुन और प्याज का संबंध राहु और केतु से है और सूर्यास्त के बाद इनका दान करने से राहु और केतु परेशान करते हैं।

हल्दी : हल्दी का संबंध भगवान बृहस्पति से है। बृहस्पति किसी भी जातक की कुंडली में संतान और शिक्षा आदि के कारक माने जाते हैं। ऐसे में गुरुवार के दिन हल्दी का दान निषेध माना गया है। खास कर के सूर्यास्त के बाद तो ऐसा बिलकुल भी न करें। कुंडली में कमजोर बृहस्पति होने से जातकों की तरक्की रुक जाती है।

धन : कहते हैं कि धन की देवी माता लक्ष्मी किसी भी जातक के घर सूर्यास्त के बाद ही प्रवेश करती हैं। ऐसे में सूर्यास्त के बाद किसी को धन देना अपने घर से माता लक्ष्मी को विदा करने जैसा है। इससे माता लक्ष्मी रुष्ट होती है और जातकों के जीवन में दरिद्रता आती है। अतः ऐसा करें से बचें।

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