नरसिंह जयंती 2024 पर इन आसान उपायों से मिलेगी आपको शत्रुओं पर विजय!

नरसिंह जयंती 2024 को भगवान नरसिंह के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस पर्व को सनातन धर्म में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है जो कि हर साल वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। बता दें कि भगवान नरसिंह को विष्णु जी का अवतार माना जाता है, उन्होंने हिरण्यकश्यप का वध करने के लिए यह अवतार लिया था। एस्ट्रोसेज का यह विशेष ब्लॉग आपको नरसिंह जयंती 2024 के बारे में समस्त जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही, इस साल कब मनाया जाएगा यह पर्व और क्या है इसका महत्व आदि से भी आपको रूबरू कराएंगे। तो चलिए शुरुआत करते हैं इस ब्लॉग की। 

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नरसिंह जयंती 2024 की तिथि व पूजा मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, नरसिंह जयंती प्रत्येक वर्ष वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाई जाती है। वहीं, ग्रेगोरियन कैलेंडर में यह तिथि सामान्य रूप से अप्रैल या मई के महीने में आती है। बता दें कि इस साल नरसिंह जयंती को 22 मई 2024, बुधवार के दिन मनाया जाएगा। इस अवसर पर भगवान नरसिंह की पूजा विधि-विधान से और शुभ मुहूर्त में करना शुभ सिद्ध होता है। आइए अब नज़र डालते हैं नरसिंह जयंती के पूजा मुहूर्त पर। 

नरसिंह जयंती पूजा मुहूर्त 

नरसिंह जयंती की तिथि: 22 मई 2024, बुधवार

नरसिंह जयंती पर व्रत संकल्प का पूजा मुहूर्त:  सुबह 11 बजकर 04 मिनट से दोपहर 01 बजकर 34 मिनट तक

नरसिंह जयंती पर संध्या पूजा का मुहूर्त: शाम 04 बजकर 05 मिनट से शाम 06 बजकर 35 मिनट तक

व्रत का पारण मुहूर्त: अगले दिन 23 मई 2024 की सुबह 06 बजकर 03 मिनट

चतुर्दशी तिथि का आरंभ: 21 मई 2024 की शाम 05 बजकर 41 मिनट से, 

चतुर्दशी तिथि का समापन: 22 मई 2024 की शाम 06 बजकर 49 मिनट तक। 

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नरसिंह जयंती का धार्मिक महत्व  

धार्मिक ग्रंथों में भगवान नरसिंह और नरसिंह जयंती की महानता का वर्णन विस्तार पूर्वक किया गया है। हिंदू शास्त्रों में नरसिंह जयंती को बुराई पर अच्छाई की जीत और धर्म की सुरक्षा का प्रतीक माना गया है। मान्यताओं के अनुसार, भगवान विष्णु ने अत्याचारी राक्षस राजा हिरण्यकश्यप का संहार करने के लिए नरसिंह अवतार लिया था। यह श्री हरि के चौथे अवतार हैं और इनके सबसे अधिक पूजित अवतार माने गए हैं। जिस दिन विष्णु जी ने नरसिंह अवतार लिया था, उस तिथि को ही नरसिंह जयंती कहते हैं।    

ऐसा माना जाता है कि जो भक्त इस दिन नरसिंह भगवान का पूजन करते हैं और व्रत का पालन करते हैं, उन्हें अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्ति का आशीर्वाद मिलता है। साथ ही, इन जातकों को दुर्भाग्य से मुक्ति मिलती है और जीवन से नकारात्मक शक्तियों का अंत होता है। इसके अलावा, नरसिंह जयंती पर भगवान नरसिंह के भक्त को बीमारियों से सुरक्षा के साथ-साथ सुख, समृद्धि, साहस एवं विजय की प्राप्ति होती है।

नरसिंह जयंती पर कैसे करें भगवान नरसिंह का पूजन?

  • नरसिंह जयंती पर सर्वप्रथम भक्त सूर्योदय से पूर्व उठें और अपने नित्य कर्मों से निवृत होकर भगवान नरसिंह की विधिपूर्वक पूजा की शुरुआत करें। 
  • इस दिन जातक माता लक्ष्मी और भगवान नरसिंह की मूर्तियों को स्थापित करके पूजा करें।
  • मंत्रो का उच्चारण करते हुए चंदन, केसर, कुमकुम, अक्षत (चावल), फल, नारियल, पुष्प और प्रसाद आदि अर्पित करें। 
  • इसके पश्चात, भगवान नरसिंह की कृपा प्राप्ति के लिए नरसिंह गायत्री मंत्र का जाप करें। 
  • संभव हो, तो व्रत पूर्ण होने पर भक्त अपने सामर्थ्य के अनुसार तिल, वस्त्र आदि का दान करें। 

कहा जाता है कि जो भक्त सच्चे मन से नरसिंह जयंती पर नरसिंह भगवान के लिए व्रत करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। 

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नरसिंह जयंती पर जरूर करें ये उपाय

  1. जिन लोगों की कुंडली में कालसर्प दोष है और वह किसी कारणवश कोई पूजा या ज्योतिषीय उपाय नहीं कर पा रहे हैं,  तो वह नरसिंह जयंती के दिन नरसिंह मंदिर में जाएं और वहां एक मोरपंख चढ़ाएं। इस उपाय को करने से आपको राहत की प्राप्ति होगी।
  2. यदि आपका कोई प्रियजन आपसे नाराज है या फिर उसने आपसे दूरी बना ली है, तो उनके साथ रिश्ते को दोबारा पहले जैसा बनाने के लिए इस दिन मंदिर में मक्के का आटा दान करें।
  3. जो भक्त धन प्राप्ति या फिर पैसों की बचत करने के इच्छुक हैं, वह इस दिन भगवान नरसिंह को नागकेसर अर्पित करें और इसके बाद थोड़ा नागकेसर अपने साथ घर ले आएं। इसे घर की तिजोरी या अलमारी में वहां रखें जहां आप धन और गहने आदि रखते हैं।
  4. अगर आप किसी कानूनी मुक़दमे में फंसे हुए हैं और कोर्ट-कचहरी में चक्कर लगाते-लगाते थक चुके हैं, तो नरसिंह जयंती पर भगवान नरसिंह को प्रसाद के रूप में दही का भोग लगाएं।
  5. जो जातक प्रतिस्पर्धा से परेशान हो चुके हैं या फिर आपको हमेशा अनजान शत्रुओं का भय बना रहता है, वह नरसिंह जयंती पर भगवान नरसिंह को बर्फ मिला हुआ पानी चढ़ाएं। ऐसा करने से आपको हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होगी।
  6. यदि आप लंबे अर्से से किसी बीमारी से ग्रस्त हैं और आपको राहत नहीं मिल रही है, तो इस दिन भगवान नरसिंह को चंदन का लेप अर्पित करें।

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