मोरयाई छठ विशेष: आज के दिन इस पूजा विधि से पाएं सूर्यदेव का विशेष आशीर्वाद !

हिन्दू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भादो माह की शुक्ल पक्ष के षष्ठी तिथि को मोरयाई छठ या मोर छठ के रूप में मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से सूर्यदेव की पूजा अर्चना की जाती है। कई जगहों पर आज के दिन को सूर्य षष्ठी के नाम से भी जाना जाता है। आज व्रत रखकर और सूर्यदेव की पूजा अर्चना करके उनका आशीर्वाद पाया जा सकता है। ऐसी मान्यता है कि आज के दिन व्रत रखने वाले व्यक्ति को अश्वमेध यज्ञ के समान लाभ मिलता है। आज हम आपको मोरयाई छठ के अवसर पर खासतौर से सूर्यदेव की विशेष पूजा विधि के बारे में बताने जा रहे हैं। तो देर किस बात की आइये जान लेते हैं आज किस प्रकार से करें सूर्यदेव को प्रसन्न। 

सूर्यदेव का आशीर्वाद जीवन पर बनाये रखने के लिए आज जरूर रखें व्रत

आपको बता दें कि हिन्दू धर्म में विशेष रूप से मोर छठ या मोरयाई छठ को ख़ासा महत्वपूर्ण माना जाता है। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को पड़ने वाले इस त्यौहार के दिन सूर्यदेव के निमित्त व्रत रखने का ख़ासा महत्व है। भगवान सूर्य के इस व्रत को हर किसी के लिए रखा जाना ख़ासा महत्वपूर्ण माना जाता है। आज के दिन गंगा स्नान और दान पुण्य से जुड़े कार्यों को विशेष महत्वपूर्ण माना जाता है। आज के दिन सूर्यदेव की पूजा अर्चना के लिए लाल रंग के फूल, चंदन, गुलाल, लाल कपड़ा और प्रसाद के लिए लाल रंग की मिठाई का उपयोग करना ही शुभ माना जाता है। चूँकि सूर्यदेव लाल रंग को परिभाषित करते हैं इसलिए आज पूजन के दौरान लाल रंग की समाग्रियों का उपयोग विशेष मायने रखता है।

इस प्रकार से करें मोरयाई छठ पूजा 

  • आज के दिन व्रत रखने वालों को विशेष रूप से श्रद्धा भाव से व्रत का संकल्प लेना चाहिए। 
  • आज मुख्य रूप से गंगास्नान को विशेष महत्व दिया जाता है, इसलिए यदि संभव हो तो गंगा स्नान जरूर करें। 
  • यदि गंगास्नान कर पाना संभव ना हो तो घर पर ही नहाने के पानी में कुछ बूँदें गंगाजल के मिला लें। 
  • आज मुख्य रूप से उगते हुए सूर्य को अर्घ देना और उनकी पूजा करना महत्वूर्ण माना जाता है। 
  • ऐसी मान्यता है कि आज के दिन जब तक सूर्यदेव प्रत्यक्ष रूप से दिखाई ना दें तब तक उनकी पूजा ना करें। 
  • आज सूर्य पूजा के दौरान विशेष रूप से भगवान् सूर्य के विशेष मंत्रों और उनके नामों का जाप करना लाभकारी माना जाता है। 
  • आज व्रत रखने वाले व्रतियों को पूरे दिन फलहार और पंचगव्य का सेवन करना चाहिए। 
  • ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को विधि पूर्वक करने वालों को सूर्यदेव जीवन में सुख समृद्धि और ऐश्वर्य प्रदान करते हैं। 

सूर्य देव को अर्घ अर्पित करते वक़्त इन मंत्रों का करें जाप 

ॐ हीं हीं सूर्याय नमः 

ॐ घृर्णि सूर्य्य आदित्य 

ॐ हीं हीं सूर्याय सहस्रकिरणाय मनोवांछित फलं देहि देहि स्वाहा

इस प्रकार से आप भी सूर्यदेव को प्रसन्न करने के लिए आज मोरयाई छठ के दिन विधि पूर्वक उनकी पूजा अर्चना कर और व्रत रखकर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं।

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