वैशाख माह में पड़ने वाली दूसरी एकादशी 22 मई शनिवार के दिन पड़ रही है। वैशाख माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोहिनी एकादशी कहा जाता है। मोहिनी एकादशी का व्रत करने से व्यक्ति के जीवन में सुख समृद्धि बढ़ती है और मानसिक शांति प्राप्त होती है। इस विशेष आर्टिकल में जानते हैं कि एकादशी के दिन आप अपनी राशि के अनुसार किन मंत्रों का जप करके भगवान विष्णु की कृपा अपने जीवन पर प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही जानते हैं मोहिनी एकादशी के दिन की सही पूजा विधि और नियम क्या हैं।
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मोहिनी एकादशी 2021 शुभ मुहूर्त और पारणा मुहूर्त
मोहिनी एकादशी पारणा मुहूर्त : 05:26:08 से 08:10:52 तक 24, मई को
अवधि :2 घंटे 44 मिनट
मोहिनी एकादशी पूजन विधि
मोहिनी एकादशी के बारे में कहा जाता है कि यह वही दिन है जिस दिन समुद्र मंथन से निकले अमृत को असुरों से बचाने के लिए भगवान विष्णु ने अप्सरा मोहिनी का रूप धारण किया था। अब जानते हैं मोहिनी एकादशी के दिन की पूजन विधि क्या है।
- सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद व्रत और पूजा का संकल्प लें।
- इस दिन की पूजा में भगवान विष्णु की प्रतिमा/फोटो के समक्ष दीप जलाएं।
- भगवान विष्णु को अक्षत, फूल, फल, नारियल और मेवे आदि अर्पित करें।
- भगवान विष्णु की पूजा में इस बात का विशेष ध्यान रखें कि तुलसी के पत्ते अवश्य शामिल करें।
- इसके बाद भगवान विष्णु की आरती उतारें।
- इसके बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें।
- इस दिन की पूजा में एकादशी की कथा अवश्य सुने और दूसरों को सुनाएं। ऐसा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
मोहिनी एकादशी राशि अनुसार मंत्र जाप
अब जानते हैं कि, मोहिनी एकादशी के दिन अपनी राशि के अनुसार किन मन्त्रों का जप करने से आपको शुभ परिणाम हासिल हो सकते हैं। यहाँ इस बात का विशेष ध्यान रखें कि, मन्त्रों का जप स्पष्ट उच्चारण पूर्वक ही किया जाना चाहिए।
मेष राशि- ॐ ह्रीं श्रीं श्रीं लक्ष्मी नारायणाय नम:।
वृष राशि- ॐ गोपालाय उत्तरध्वजाय नम:।
मिथुन राशि- ॐ क्लीं कृष्णाय नमः:।
कर्क राशि- ॐ ह्रीं हिरण्यगर्भाय अव्यक्तरूपिणे नम:।
सिंह राशि- ॐ क्लीं ब्राह्मणे जगदाधाराय नम:।
कन्या राशि- ॐ पीं पिताम्बराय नम:।
तुला राशि- ॐ तत्व निरंजनाय तारक रामाय नम:।
वृश्चिक राशि- ॐ नारायणाय सूरसिंहाय नम:।
धनु राशि- ॐ श्रीं देवकृष्णाय उर्ध्वजाय नम:।
मकर राशि- ॐ श्रीं वत्सलाय नम:।
कुंभ राशि- ॐ श्रीं उपेन्द्राय अच्युताय नम:।
मीन राशि- ॐ क्लीं उद्धृताय उद्धारिणे नम:।
एकादशी व्रत में इन बातों का रखें विशेष ध्यान
प्रत्येक माह में दो बार किया जाने वाला एकादशी व्रत तभी फलदाई होता है जब इसके नियमों की जानकारी हो और नियमों का पालन करते हुए ही व्रत किया जाए। ऐसे में हम आपको बता दें कि, मोहिनी एकादशी व्रत में किन नियमों का पालन करना होता है।
- एकादशी के व्रत में कांस के बर्तन में खाना खाने से बचें।
- इस दिन जितना हो सके सात्विक भोजन और ब्रह्मचर्य का पालन करें।
- व्रत वाले दिन किसी को भला बुरा ना कहें और किसी का बुरा न सोचें।
- अच्छे कामों में मन लगाएं और इस दिन तामसिक चीज़ें बिल्कुल भी ना खाएं और ना ही दातुन से दांत साफ करें करें।
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